जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए कई अहम कदम उठाए थे। इस हमले ने देश को अंदर तक झकझोर दिया था और सरकार ने साफ किया था कि आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। इसी के तहत भारत ने पाकिस्तान के प्रायोजित आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सैन्य अभियान शुरू किया था। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहे सिंधु जल समझौते को भी स्थगित कर दिया गया था।
इसके साथ ही, सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने पाकिस्तान के कई मीडिया हाउस और कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स को भारत में ब्लॉक कर दिया था, ताकि हिंसा और भारत विरोध को बढ़ावा देने वाले कंटेंट को रोक जा सके। यह कदम देश की सुरक्षा और सांस्कृतिक संप्रभुता को बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया था। हालांकि, अब हालात थोड़े बदलते हुए दिख रहे हैं। कुछ पाकिस्तान के कलाकारों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स पर भारत में से प्रतिबंध हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या ‘ऑपरेशन सिंदूर’ बंद कर दिया गया है?
कई पाकिस्तान के कलाकारों के अकाउंट्स हुए अनब्लॉक
बॉलीवुड फिल्म सनम तेरी कसम में नजर आईं पाकिस्तानी अभिनेत्री मावरा होकेन का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में अनब्लॉक कर दिया गया है। साथ ही, सबा कमर, युमना जैदी, दानिश तैमूर और अहद रजा मीर जैसे कलाकारों के अकाउंट भी भारत में फिर से चालू हो गए हैं। हालांकि, दिलजीत दोसांझ के साथ फिल्म सरदार जी 3 में दिखाई देने वाली अभिनेत्री हनिया आमिर का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में प्रतिबंधित है। हनिया के अलावा फवाद खान, माहिरा खान, अली जफर और आतिफ असलम के अकाउंट भी भारत में उपलब्ध नहीं हैं। लेकिन लोग अनुमान लगा रहे हैं कि जिस तरह कुछ पाकिस्तानी कलाकारों के अकाउंट्स को भारत में खोला गया है वैसा ही अन्य कलाकारों के साथ भी कर दिया गया है।
यह स्थिति कई सवाल खड़े करती है। अगर भारत सरकार ने पहलगाम हमले के बाद इतनी कड़ी कार्रवाई की थी, तो फिर अब अचानक इस नरमी का क्या मतलब है? क्या सरकार का आतंकवाद के खिलाफ लिया गया कठोर रुख अब बदल रहा है? जब देश की सुरक्षा और जनता की भावनाएं दांव पर हों, तब ऐसे फैसलों में ढील देना कितना सही है। जिस सरकार ने अब तक हर मंच पर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने की बात कही, फिर इस तरह अपने कड़े रवैये से अब ये वापसी क्यों?
इस बीच पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। क्या आतंकवाद के खिलाफ लगातार चली आ रही ढुलमुल नीति को ही हम आगे बढ़ते देख रहे हैं। यह वही सोशल मीडिया है जिसके ज़रिये कई बार भारत विरोधी कंटेंट फैलाया गया फिर इन अकाउंट्स को फिर से एक्टिव करना कहीं न कहीं हमारी सुरक्षा व्यवस्था और नीतियों की गंभीर चूक को नहीं दर्शाता है? क्या भारत को अपनी नीति में स्थिरता और सख्ती नहीं बनाए रखनी चाहिए ताकि पाकिस्तान को यह बार-बार याद दिलाया जा सके कि भारत किसी भी प्रकार के आतंक को बर्दाश्त नहीं करेगा।