ऑपरेशन सिंदूर में सफलता का मुख्य कारण मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति है। यह कहना है भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह का। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि सरकार की ओर से स्पष्ट निर्देश और किसी प्रकार की पाबंदी नहीं होने की वजह से ही हमने यह सफलता हासिल की। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में S-400 डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के 5 फाइटर जेट्स को ध्वस्त कर दिया।
विपक्ष के दावों का क्या?
वायुसेना प्रमुख के इस खुलासे के बाद विपक्ष खासकर राहुल गांधी के उन दावों की भी फजीहत हो रही है, जब वे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के सुर में सुर मिलाते हुए दिख रहे थे। वे ऑपरेशन सिंदूर को विफल साबित करने में तुले हुए थे। अब जबकि सेना खुद आगे आकर सारी बातें बता रही है, तो राहुल गांधी के बयानों का क्या औचित्य रह गया। अब विपक्ष के नेताओं को इस विषय पर आगे आकर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए, कि वे किस जानकारी के आधार पर यह सब कह रहे थे।
किये कई अहम खुलासे
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कई अहम खुलासे किए हैं। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर इसलिए सफल रहा क्योंकि सशस्त्र बलों पर कोई पाबंदी नहीं थी। राजनीतिक इच्छाशक्ति, स्पष्ट निर्देश और किसी भी तरह का प्रतिबंध नहीं होने की वजह से हम अपने अभियान में कामयाब रहे। हमने खुद तय किया कि हमें कितना आगे बढ़ना है। इस दौरान तीनों सेनाओं के बीच अच्छा तालमेल बिठाया गया था।
300 किमी दूर जाकर गिराया एयरक्राफ्ट
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने अहम योगदान दिया। S-400 ने हवा में पांच पाकिस्तानी फाइटर जेट मार गिराए थे। एक एयरक्राफ्ट को भी करीब 300 किलोमीटर की दूरी पर मार गिराया था। जानकारी हो कि यह एक खास तरह का विमान होता है जो हवा में निगरानी और चेतावनी देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के जकोकाबाद एयर बेस पर खड़े कुछ F-16 को भी निशाना बनाया गया।
ऑपरेशन सिंदूर पर वायुसेना प्रमुख ने बताई एक-एक बात
वायुसेना प्रमुख की यह टिप्पणी इंडोनेशिया में भारत के डिफेंस अटैची कैप्टन शिव कुमार की उस टिप्पणी पर आई, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि राजनीतिक सीमाओं के कारण ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना को कुछ लड़ाकू विमान गंवाने पड़े थे। इसके बाद देश में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर वार पलटवार किये गए थे। लेकिन, अब वायुसेना प्रमुख ने उनके सभी दावों का खंडन कर दिया है।
तीनों सेनाओं में था गजब का तालमेल
वायुसेना प्रमुख ने बताया कि मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति की वजह से ही ऑपरेशन सिंदूर सफल हो पाया। उन्होंने कहा कि हमें साफ निर्देश मिले थे और एक्शन को लेकर हम पर कोई रोक-टोक नहीं थी। हमने खुद ही तय किया कि कितना आगे बढ़ना है। हमें पूरी आजादी थी कि कैसे योजना बनाएं और उसे लागू करें। हमने हर हमले सोच-समझकर किए। इस ऑपरेशन के दौरान तीनों सेनाओं के बीच अभूतपूर्व तालमेल दिखा।
आखिर क्यों रोका गया ऑपरेशन सिंदूर
भारतीय वायुसेना प्रमुख ने इस दौरान ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के फैसले का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हम लगातार युद्ध में नहीं रह सकते। युद्ध को जारी नहीं रखने का फैसला उच्च स्तर पर लिया गया था और हम इसका हिस्सा थे। उन्होंने ये भी कहा कि लोग अक्सर युद्ध में अपने अहंकार को आगे रखते हैं। लेकिन जब हमें अपना लक्ष्य हासिल हो गए तो युद्ध किसी तरह से रोकना जरूरी होता है। भले ही कुछ लोग लड़ाई जारी रखने की बात कर रहे थे।
ऑपरेशन सिंदूर से कैसे घुटने पर आया पाकिस्तान जानिए
जानकारी हो कि सात मई की रात भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इसकी मुख्य वजह 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमला था, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इसी के जवाब में यह ऑपरेशन चलाया गया। इसमें पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाई की कोशिश तो की गई, लेकिन भारत के मजबूत एयर डिफेंस की वजह से उसे हार का सामना करना पड़ा। अंत में पाकिस्तान घुटनों पर आ गया और उसके डीजीएमओ ने सीजफायर की अपील कर दी, जिसे भारत ने स्वीकार कर लिया। इस तरह 10 मई को दोनों ही ओर से संघर्ष विराम का निर्णय हुआ। हालांकि, उस समय भी भारत ने साफ कर दिया था कि ऑपरेशन सिंदूर को कुछ समय के लिए रोका गया है, समाप्त नहीं।