सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह

    बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” पर बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह

    राजद में ‘परिवार बनाम करीबी’ विवाद? रोहिणी के तीखे पोस्ट के बाद संजय यादव की सफाई

    राजद में ‘परिवार बनाम करीबी’ विवाद? रोहिणी के तीखे पोस्ट के बाद संजय यादव की सफाई

    लेह हिंसा

    लेह हिंसा में कांग्रेस का हाथ? क्या भाजपा कार्यालय में आगजनी सुनियोजित हमला था, दो पार्षदों की क्या है भूमिका?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    जेलेंस्की ने कभाजपा का चुनावी महायज्ञ: तमिलनाडु से बंगाल और बिहार तक हर किले पर भगवा फहराने की तैयारी छ ऐसा कहा कि ध्वस्त हो गया भारत के खिलाफ अमेरिकी नैरेटिव

    जेलेंस्की ने कुछ ऐसा कहा कि ध्वस्त हो गया भारत के खिलाफ अमेरिकी नैरेटिव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    मिग-21 से तेजस Mk1A तक: भारतीय वायु सेना का स्वदेशी उत्कर्ष

    मिग-21 से तेजस Mk1A तक: भारतीय वायु सेना का स्वदेशी उत्कर्ष

    अग्नि-प्राइम बनाम अग्नि-5: कौन है ज्यादा ताकतवर

    अग्नि-प्राइम बनाम अग्नि-5: कौन है ज्यादा ताकतवर

    JF17n

    बौखलाए पाकिस्तान ने अपने ही देश पर चाइनीज फाइटर जेट से बरसाए बम, महिलाओं और बच्चों समेत 30 से अधिक की मौत 

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप की दो तस्वीरें: मोदी के साथ साझेदारी, पाकिस्तान के साथ बैठक

    ट्रंप की दो तस्वीरें: मोदी के साथ साझेदारी, पाकिस्तान के साथ बैठक

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    1962 के भारत-चीन युद्ध के अमर वीर: परमवीर चक्र विजेता सूबेदार जोगिंदर सिंह को 104वीं जयंती पर नमन

    1962 के भारत-चीन युद्ध के अमर वीर: परमवीर चक्र विजेता सूबेदार जोगिंदर सिंह को 104वीं जयंती पर नमन

    भारतीय इतिहास शास्त्र की अवधारणा एवं स्वरूप

    भारतीय इतिहास शास्त्र की अवधारणा एवं स्वरूप

    पाकिस्तान में शक्तिपीठ: हिंगलाज माता और शारदा पीठ की विस्मृत विरासत

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह

    बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” पर बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह

    राजद में ‘परिवार बनाम करीबी’ विवाद? रोहिणी के तीखे पोस्ट के बाद संजय यादव की सफाई

    राजद में ‘परिवार बनाम करीबी’ विवाद? रोहिणी के तीखे पोस्ट के बाद संजय यादव की सफाई

    लेह हिंसा

    लेह हिंसा में कांग्रेस का हाथ? क्या भाजपा कार्यालय में आगजनी सुनियोजित हमला था, दो पार्षदों की क्या है भूमिका?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    जेलेंस्की ने कभाजपा का चुनावी महायज्ञ: तमिलनाडु से बंगाल और बिहार तक हर किले पर भगवा फहराने की तैयारी छ ऐसा कहा कि ध्वस्त हो गया भारत के खिलाफ अमेरिकी नैरेटिव

    जेलेंस्की ने कुछ ऐसा कहा कि ध्वस्त हो गया भारत के खिलाफ अमेरिकी नैरेटिव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    मिग-21 से तेजस Mk1A तक: भारतीय वायु सेना का स्वदेशी उत्कर्ष

    मिग-21 से तेजस Mk1A तक: भारतीय वायु सेना का स्वदेशी उत्कर्ष

    अग्नि-प्राइम बनाम अग्नि-5: कौन है ज्यादा ताकतवर

    अग्नि-प्राइम बनाम अग्नि-5: कौन है ज्यादा ताकतवर

    JF17n

    बौखलाए पाकिस्तान ने अपने ही देश पर चाइनीज फाइटर जेट से बरसाए बम, महिलाओं और बच्चों समेत 30 से अधिक की मौत 

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप की दो तस्वीरें: मोदी के साथ साझेदारी, पाकिस्तान के साथ बैठक

    ट्रंप की दो तस्वीरें: मोदी के साथ साझेदारी, पाकिस्तान के साथ बैठक

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    1962 के भारत-चीन युद्ध के अमर वीर: परमवीर चक्र विजेता सूबेदार जोगिंदर सिंह को 104वीं जयंती पर नमन

    1962 के भारत-चीन युद्ध के अमर वीर: परमवीर चक्र विजेता सूबेदार जोगिंदर सिंह को 104वीं जयंती पर नमन

    भारतीय इतिहास शास्त्र की अवधारणा एवं स्वरूप

    भारतीय इतिहास शास्त्र की अवधारणा एवं स्वरूप

    पाकिस्तान में शक्तिपीठ: हिंगलाज माता और शारदा पीठ की विस्मृत विरासत

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

लोकसभा में भी कांग्रेस के ही सांसदों ने इसे तुष्टीकरण और आत्मसमर्पण कहा। पंजाब और राजस्थान के सांसदों ने साफ़ कहा कि इससे उनके राज्यों को पानी की भारी कमी झेलनी पड़ेगी। अशोक मेहता ने तो इसे साफ़-साफ़ “भारत का दूसरा विभाजन” कहा।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
26 September 2025
in इतिहास, कृषि, चर्चित, राजनीति, विश्व, समीक्षा
सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

सिंधु जल समझौता सिर्फ़ नदियों का बंटवारा नहीं था, यह भारत की आत्मा का बंटवारा था।

Share on FacebookShare on X

भारत का इतिहास जब-जब अपनी पीड़ा के पन्ने पलटता है, तब-तब 1960 का सिंधु जल समझौता हमारे सामने आता है। जवाहरलाल नेहरू ने इसे शांति और सहयोग की मिसाल बताया था, लेकिन आज यह सवाल उठाना ज़रूरी है-क्या यह सचमुच शांति का दांव था या फिर भारत के साथ किया गया दूसरा विभाजन?

नेहरू और पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति अयूब खान ने कराची में जब इस संधि पर दस्तख़त किए, तो पूरे विश्व को यह दिखाने की कोशिश की गई कि भारत ने एक “बड़ा दिल” दिखाया है। नदियों का पानी बांटकर दोस्ती की नई राह खोली जाएगी। लेकिन सच्चाई यह है कि नेहरू ने आदर्शवाद और तुष्टीकरण की राजनीति में भारत के किसानों, भारत की रणनीतिक ताकत और भारत की भावी पीढ़ियों के साथ ग़द्दारी की।

संबंधितपोस्ट

बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” पर बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह

जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

और लोड करें

तीन पूर्वी नदियां-रावी, व्यास और सतलुज-भारत को मिलीं और तीन पश्चिमी नदियां=सिंधु, झेलम और चिनाब-पूरी तरह पाकिस्तान के हवाले कर दी गईं। भारत को केवल घरेलू उपयोग और सीमित सिंचाई का अधिकार दिया गया। यानी भारत, जो भौगोलिक और प्राकृतिक रूप से ऊंचाई पर होने के कारण इन नदियों का स्वाभाविक मालिक था, अपने ही पानी के लिए भीख मांगने की स्थिति में डाल दिया गया। इतना ही नहीं, भारत ने पाकिस्तान को 83 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद भी दी, ताकि वह प्रतिस्थापन नहरें और बांध बना सके। सवाल यह है कि क्या किसी स्वाभिमानी राष्ट्र को अपनी नदियां और अपना पैसा, दोनों, दुश्मन देश के लिए लुटा देना चाहिए था?

बदले में पाकिस्तान ने क्या दिया

नेहरू ने इस संधि को “विश्वास और सहयोग का प्रतीक” बताया। लेकिन पाकिस्तान ने इस विश्वास का बदला क्या दिया? 1965 का युद्ध, 1971 का विभाजन, 1999 का कारगिल और आज तक जारी आतंकवाद। यह वही पाकिस्तान है, जो भारत की छाती पर खंजर चलाता रहा और बदले में नेहरू ने उसे हमारी नदियों का खून थमा दिया। इस संधि से पाकिस्तान की धरती हरी-भरी हो गई और भारत के पंजाब व राजस्थान के खेत प्यासे रह गए। किसान सूखा झेलते रहे, लेकिन दिल्ली की सत्ता ने इसे “खुले दिल” की मिसाल कहा।

कांग्रेस के सांसदों ने ही उठाये थे सवाल

लोकसभा में भी उस समय ग़ुस्से का लावा फूटा था। कांग्रेस के ही सांसदों ने इसे तुष्टीकरण और आत्मसमर्पण कहा। पंजाब और राजस्थान के सांसदों ने साफ़ कहा कि इससे उनके राज्यों को पानी की भारी कमी झेलनी पड़ेगी। अशोक मेहता ने तो इसे साफ़-साफ़ “भारत का दूसरा विभाजन” कहा। युवा अटल बिहारी वाजपेयी ने चेतावनी दी कि यह समझौता भविष्य में भारत को भारी कीमत चुकाने पर मजबूर करेगा। लेकिन नेहरू ने सबको दरकिनार कर अपने आदर्शवाद को राष्ट्रहित से ऊपर रखा।

सोचिए, जिस पानी का 80 प्रतिशत हिस्सा पाकिस्तान को दे दिया गया, वही पाकिस्तान भारत में आतंकियों की नहर बनाकर भेजता है। हमारी सेना पर गोलियां चलाने वाले हथियारों को ताक़त उसी पानी से मिलती है जो हमारे खेतों की प्यास बुझा सकता था। क्या यह नेहरू की मूर्खता नहीं थी कि उन्होंने दुश्मन को जीवनरेखा सौंप दी और अपने ही किसानों को रेगिस्तान में धकेल दिया?

क्या कहते हैं पीएम मोदी

आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे नेहरू की “ऐतिहासिक भूल” कहते हैं, तो यह केवल राजनीतिक बयान नहीं है, बल्कि इतिहास की सच्चाई है। मोदी सरकार ने 2025 के पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस संधि को निलंबित किया और साफ़ कर दिया कि भारत अब अपनी नदियों का पानी पाकिस्तान को मुफ्त में नहीं देगा। यह निर्णय केवल प्रशासनिक कदम नहीं, बल्कि एक राष्ट्रवादी घोषणा है—भारत अब अपने संसाधनों का बलिदान “शांति” के नाम पर नहीं करेगा।

नेहरू को इतिहास में अकसर “शांति दूत” कहकर पेश किया जाता है, लेकिन असल में उन्होंने हर बड़े राष्ट्रीय संकट में कमजोर और आत्मसमर्पण की नीति अपनाई। चीन के सामने 1962 की हार इसका उदाहरण है। और पाकिस्तान के मामले में सिंधु जल संधि। यह वही सोच थी जिसने भारत को बार-बार धोखा खिलाया। सवाल यह नहीं है कि नेहरू ने क्या दिया, सवाल यह है कि उन्होंने किसके लिए दिया? भारत की जनता के लिए नहीं, बल्कि अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि और विश्व बैंक की मेहरबानी के लिए।

आज किसान पूछते हैं कि क्यों पंजाब के खेतों को सूखा सहना पड़ा जबकि उनकी नदियां पाकिस्तान की धारा बन गईं? क्यों राजस्थान के रेगिस्तान में आज भी पानी की प्यास है, जबकि नेहरू ने उसका हिस्सा लाहौर और कराची को सौंप दिया? क्यों हमारी आने वाली पीढ़ियों को पानी के संकट में धकेल दिया गया, ताकि नेहरू अपने आपको “महान” सिद्ध कर सकें?

सिंधु जल समझौता सिर्फ़ नदियों का बंटवारा नहीं था, यह भारत की आत्मा का बंटवारा था। यह हमारे किसान की प्यास, हमारी सुरक्षा की कमजोरी और हमारी राजनीति की सबसे बड़ी भूल थी। पाकिस्तान ने कभी शांति नहीं चाही, उसने हमेशा युद्ध और आतंक को चुना। लेकिन नेहरू ने इसे न समझा या जान-बूझकर अनदेखा किया। नतीजा यह हुआ कि भारत ने अपनी जीवनरेखाएं खो दीं और पाकिस्तान ने मुफ्त में अमृत पा लिया।

आज जब भाजपा इसे “दूसरा विभाजन” कहती है, तो यह शब्दों की अतिशयोक्ति नहीं है। सचमुच, 1947 में हमने जमीन खोई थी, और 1960 में हमने अपनी नदियां खो दीं। पहला विभाजन जिन्ना ने किया था, और दूसरा विभाजन नेहरू ने। फर्क सिर्फ इतना है कि एक ने भारत को तोड़ा और दूसरे ने भारत को प्यासा किया।

अब भारत के पास मौका है कि वह इस भूल को सुधारे। पाकिस्तान को जाने वाली हर बूंद का हिसाब होना चाहिए। यह पानी भारत के किसानों का है, भारत के जवानों का है, भारत की आने वाली पीढ़ियों का है। इसे किसी “खुले दिल” के आदर्शवाद पर बलिदान नहीं किया जा सकता। राष्ट्र पहले है, और नेहरू जैसे नेताओं के आदर्श बाद में। नेहरू ने जो किया, उसे अब इतिहास की गलती के रूप में दर्ज करना होगा। सिंधु जल संधि किसी भी हालत में भारत की जीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा पर लगा ज़ख्म है। और अब यह ज़ख्म भरने का समय है।

Tags: IndiaIndus Water TreatyJawaharlal NehruPakistanPM ModiSecond Partition of Indiasharing of riversजवाहर लाल नेहरूनदियों का बंटवारापाकिस्तानपीएम मोदीभारतभारत का दूसरा विभाजनसिंधु जल संधि
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” पर बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह

संबंधित पोस्ट

बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह
चर्चित

बरेली से अयोध्या तक: “आई लव मोहम्मद” पर बवाल, जानिए इसके पीछे की असली वजह

26 September 2025

उत्तर प्रदेश के बरेली में जुमे की नमाज़ के बाद जो कुछ हुआ, उसने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सांप्रदायिक उकसावे के...

जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी
AMERIKA

जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

26 September 2025

विश्व राजनीति और वैश्विक अर्थव्यवस्था के परिदृश्य में हाल के वर्षों में कई बड़े बदलाव हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां, विशेषकर आव्रजन...

ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका
AMERIKA

ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

26 September 2025

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वैश्विक व्यापार में फिर एक बड़ा झटका दिया है। उन्होंने पहले जिन सामानों को टैरिफ मुक्त करने का निर्णय...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Sanjeev Sanyal Says India Can’t Become Viksit Bharat Without Judicial Reform?

Why Sanjeev Sanyal Says India Can’t Become Viksit Bharat Without Judicial Reform?

00:07:30

What A Space War Looks Like – And How India Is Preparing For it?

00:06:35

Story of The Battle of Dograi & Valiant Soldiers of 3 JAT

00:06:25

Why Kerala Is Facing a Deadly ‘Brain-Eating Amoeba’ Outbreak Like Never Before?

00:06:07

What Pakistan Planned After Hyderabad’s Surrender Will Shock You| Untold Story of Op Polo

00:03:43
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited