बाबरी मस्जिद विवाद और सोशल मीडिया की जिम्मेदारी: जब सुप्रीम कोर्ट ने तन्हा अब्दुल रहमान को दी स्पष्ट चेतावनी
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री,  भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्” के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    वंदे मातरम् के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री,  भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्” के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    वंदे मातरम् के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

बाबरी मस्जिद विवाद और सोशल मीडिया की जिम्मेदारी: जब सुप्रीम कोर्ट ने तन्हा अब्दुल रहमान को दी स्पष्ट चेतावनी

तल्हा अब्दुल रहमान के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया कि ट्रायल कोर्ट अपने विवेक और कानूनी प्रक्रियाओं के तहत इस मामले पर विचार करेगा। अदालत ने यह भी चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार से टिप्पणी करवाने या अपनी पोस्ट की व्याख्या के माध्यम से मामले को रद्द करने का प्रयास काम नहीं आएगा।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
29 October 2025
in इतिहास, चर्चित, ज्ञान, प्रीमियम, फैक्ट चेक, भारत
बरी मस्जिद विवाद और सोशल मीडिया की जिम्मेदारी: जब सुप्रीम कोर्ट ने तन्हा अब्दुल रहमान को दी स्पष्ट चेतावनी

सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय देश में धार्मिक संतुलन और न्यायिक चेतना को मजबूत करता है।

Share on FacebookShare on X

भारत में धार्मिक संवेदनाओं का संरक्षण केवल नैतिक या सांस्कृतिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि संविधान और कानून की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दृष्टि से सुप्रीम कोर्ट का हालिया निर्णय, जिसमें तल्हा अब्दुल रहमान की याचिका खारिज की गई, अत्यंत महत्वपूर्ण है। मामला सोशल मीडिया पोस्ट के कारण उत्पन्न विवाद का है, जिसमें याचिकाकर्ता ने बाबरी मस्जिद से संबंधित एक आपत्तिजनक पोस्ट साझा की थी। अदालत ने स्पष्ट कर दिया कि संवेदनशील धार्मिक विषयों पर केवल अपनी राय व्यक्त करना या टिप्पणी करवाने की कोशिश करना न्यायपालिका को प्रभावित नहीं करेगा। सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय देश में कानून और धर्मनिरपेक्षता के बीच संतुलन स्थापित करने की दिशा में एक मजबूत और स्पष्ट संदेश है।

बाबरी मस्जिद का इतिहास भारतीय समाज में संवेदनशील और जटिल मुद्दा रहा है। यह केवल एक स्थापत्य या धार्मिक स्थल नहीं था, बल्कि सदियों से भारतीय इतिहास, सामाजिक समरसता और सांप्रदायिक संतुलन का प्रतीक रहा था। 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद के विध्वंस ने इसे देश के नक्शे से मिटा दिया। इसके बाद पूरे देश में हलचल मचती रही। नेताओं के बयान भी आते रहे। इसके बाद वर्षों तक चली कानूनी लड़ाई के बाद यहां पर राम मंदिर बना, जो आज शान से खड़ा है और अपनी भव्यता पर नाज भी कर रहा है।

संबंधितपोस्ट

6 दिसंबर के दिन राजधानी को दहलाने की थी तैयारी, पहले हो गया धमाका! ‘बाबरी विध्वंस’ के दिन 6 बड़े हमलों की तैयारी में थे आतंकी

कितना भरोसेमंद है BBC? नई दिल्ली से तेल अवीव और वॉशिंगटन तक क्यों गिरती जा रही है बीबीसी की साख और विश्वसनीयता ?tfi

दिल्ली धमाका: जम्मू कश्मीर में जमात ए इस्लामी से जुड़े 200 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी, वाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हो सकते हैं तार

और लोड करें

आज डिजिटल युग में, सोशल मीडिया के माध्यम से किसी भी विचार या पोस्ट का प्रभाव असंख्य लोगों तक तुरंत पहुंच जाता है। यही वजह है कि बाबरी मस्जिद जैसे संवेदनशील विषय पर कोई अपमानजनक या भड़काऊ पोस्ट न केवल सामाजिक शांति के लिए खतरा बन सकती है, बल्कि यह संविधान के तहत अपराध की श्रेणी में भी आता है। भारतीय दंड संहिता की धारा 153A, 292, 505(2), 506 और 509 के तहत ऐसे कृत्य को दंडनीय माना गया है और सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम, 2008 की धारा 67 के तहत भी डिजिटल माध्यमों में अभद्रता पर कार्रवाई संभव है।

सुप्रीम कोर्ट ने दी चेतावनी

तल्हा अब्दुल रहमान के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया कि ट्रायल कोर्ट अपने विवेक और कानूनी प्रक्रियाओं के तहत इस मामले पर विचार करेगा। अदालत ने यह भी चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार से टिप्पणी करवाने या अपनी पोस्ट की व्याख्या के माध्यम से मामले को रद्द करने का प्रयास काम नहीं आएगा। यह न्यायपालिका की स्वतंत्रता और संवेदनशील मामलों में उसके निर्णायक दृष्टिकोण को उजागर करता है।

राष्ट्रवादी दृष्टि से यह निर्णय एक महत्वपूर्ण संदेश देता है। यह केवल व्यक्तिगत दोषी को नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र को यह बताता है कि भारत में धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने वाले कार्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सोशल मीडिया, जो आज अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का माध्यम बन चुका है, उसे अवैध, भड़काऊ या अपमानजनक संदेश फैलाने का साधन नहीं बनाया जा सकता। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रयोग संवैधानिक और सामाजिक जिम्मेदारी के दायरे में होना चाहिए।

इस निर्णय से यह भी स्पष्ट होता है कि भारतीय न्यायपालिका धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रीय एकता के बीच संतुलन बनाए रखने में अत्यंत सतर्क है। सुप्रीम कोर्ट ने यह संकेत दिया कि संवेदनशील धार्मिक और ऐतिहासिक मामलों में व्यक्तिगत तर्कों या तकनीकी बहानों के आधार पर किसी को बचाने की कोशिश नहीं की जाएगी। तल्हा अब्दुल रहमान की याचिका खारिज कर यह स्थापित किया गया कि न्यायालय ऐसे मामलों में केवल तथ्यों और कानून के आधार पर ही निर्णय लेता है।

डिजिटल युवक में सोशल मीडिया पर हमारी जिम्मेदारी

यह मामला इस बात की याद दिलाता है कि डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर हमारी जिम्मेदारियों का दायरा बढ़ गया है। केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दावा करना पर्याप्त नहीं है, उसके परिणामों की भी जिम्मेदारी लेनी होगी। भारत में धार्मिक स्थलों, ऐतिहासिक स्मारकों और सामाजिक संवेदनाओं के प्रति सतर्क रहना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। बाबरी मस्जिद जैसे संवेदनशील स्थल पर अभद्रता, भड़काऊ टिप्पणियां या आपत्तिजनक पोस्ट केवल व्यक्तिगत अपराध नहीं हैं, वे राष्ट्रीय शांति और सामाजिक समरसता पर हमला हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पोस्ट में व्यक्तिगत अपमान या अश्लीलता के आरोपों को केवल तकनीकी रूप में हल नहीं किया जा सकता। यदि कोई व्यक्ति अपने पोस्ट में भड़काऊ तत्व डालता है, तो वह समाज में धार्मिक और सांप्रदायिक वैमनस्य को जन्म दे सकता है। भारतीय समाज, जो विविध धर्मों और संस्कृतियों का संगम है, ऐसे किसी भी कृत्य को स्वीकार नहीं करता। इसलिए न्यायपालिका की यह सक्रिय भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

सामाजिक और कानूनी जिम्मेदारी के बीच खींची रेखा

इस निर्णय का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि भारत की न्यायपालिका ने सामाजिक और कानूनी जिम्मेदारी के बीच स्पष्ट रेखा खींच दी है। तल्हा अब्दुल रहमान के मामले में, उसका दावा कि पोस्ट हैकिंग के कारण हुई और उसमें कोई आपराधिक इरादा नहीं था, स्वीकार नहीं किया गया। यह स्पष्ट संकेत है कि डिजिटल माध्यमों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक संतुलन के लिए खतरा है।

यह मामला भारतीय समाज को यह सीख देता है कि संवेदनशील धार्मिक मामलों पर सोशल मीडिया की भूमिका केवल सूचना साझा करने या विचार व्यक्त करने तक सीमित नहीं रह सकती। इस प्लेटफॉर्म का प्रयोग केवल सकारात्मक संवाद, शिक्षा और जागरूकता के लिए होना चाहिए। किसी भी तरह की भड़काऊ टिप्पणी, अपमानजनक पोस्ट या सांप्रदायिक अपील कानून के दायरे में आएगी और इसका कानूनी परिणाम भुगतना होगा।

अंततः, सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय देश में धार्मिक संतुलन और न्यायिक चेतना को मजबूत करता है। यह समाज को यह संदेश देता है कि संवेदनशील विषयों पर व्यक्तिगत स्वतंत्रता केवल तभी सम्मानित होगी जब वह समाज और राष्ट्र की स्थिरता को खतरे में न डाले। बाबरी मस्जिद के मामले में अदालत की स्पष्ट चेतावनी हमसे कोई टिप्पणी करवाने की कोशिश मत कीजिए, सिर्फ तल्हा अब्दुल रहमान के लिए नहीं, बल्कि सम्पूर्ण डिजिटल समाज और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के लिए एक सबक है।

धर्मनिरपेक्षता का मतलब धार्मिक स्वतंत्रता नहीं

यह निर्णय यह भी दर्शाता है कि भारत में धर्मनिरपेक्षता का अर्थ केवल धार्मिक स्वतंत्रता नहीं है, यह राष्ट्रीय एकता, सामाजिक शांति और संवैधानिक मूल्यों के संरक्षण से जुड़ा है। न्यायपालिका ने यह स्पष्ट कर दिया कि धार्मिक और ऐतिहासिक संवेदनाओं के उल्लंघन को सहन नहीं किया जाएगा। इसके पीछे उद्देश्य केवल कानूनी कार्रवाई करना नहीं, बल्कि समाज को यह शिक्षा देना है कि भारत में प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह अपने अभिव्यक्ति के अधिकार का प्रयोग जिम्मेदारी के साथ करे।

आज डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हजारों विचार और पोस्ट साझा किए जाते हैं। उनमें से कुछ समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं, जबकि कुछ असंतुलन, भड़काऊ प्रवृत्ति और सामाजिक तनाव पैदा करते हैं। भारत की न्यायपालिका ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे मामलों में कानूनी प्रक्रिया स्वतंत्र और कठोर होगी। यह केवल एक व्यक्ति या पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई नहीं है, यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि संवेदनशील धार्मिक विषयों को लेकर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

इस दृष्टि से, सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय राष्ट्रीय एकता, सामाजिक स्थिरता और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा का प्रतीक है। यह न केवल तल्हा अब्दुल रहमान के लिए, बल्कि सम्पूर्ण डिजिटल समाज के लिए स्पष्ट संदेश है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार हमेशा जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ प्रयोग किया जाना चाहिए।

अंत में, यह मामला यह याद दिलाता है कि भारत में कानून, न्यायपालिका और समाज के बीच संतुलन अत्यंत महत्वपूर्ण है। बाबरी मस्जिद जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल केवल वास्तुकला या धार्मिक स्थल नहीं हैं, वे राष्ट्रीय चेतना, सामाजिक समरसता और सांप्रदायिक संतुलन के प्रतीक हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्पष्ट कर दिया कि संवेदनशील विषयों पर अविवेकी या भड़काऊ टिप्पणी सहन नहीं की जाएगी। यह राष्ट्रवादी दृष्टि से एक मजबूत संदेश है। भारत में धार्मिक और सामाजिक स्थिरता सर्वोपरि है, और उसका उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को कानूनी प्रक्रिया के तहत जवाबदेह ठहराया जाएगा।

Tags: Babri MasjidIndiasocial mediaSupreme CourtTanha Abdul Rahmanतन्हा अब्दुल रहमानबाबरी मस्जिदभारतसुप्रीम कोर्टसोशल मीडिया
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

इस्तांबुल में पाकिस्तान की कूटनीतिक हार: जब झूठ, दोहरापन और ‘ब्लेम इंडिया’ की नीति ने उसे दुनिया के सामने नंगा कर दिया

अगली पोस्ट

कांग्रेस की संघ से डर नीति पर अदालत की चोट: जनता के अधिकार कुचलने की कोशिश पर कर्नाटक हाईकोर्ट ने लगाया ब्रेक

संबंधित पोस्ट

खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की
अर्थव्यवस्था

खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

19 November 2025

उत्तराखंड ने एक बार फिर खनन क्षेत्र में अपने बेहतरीन काम और लगातार सुधारों की वजह से केंद्र से बड़ी प्रोत्साहन राशि हासिल की है।...

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री,  भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू
चर्चित

मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

15 November 2025

बिहार में विराट जीत के बाद नीतीश कुमार की अगुवाई में एक बार फिर सरकार गठन की तैयारी है। लेकिन इसी बीच भाजपा की तरफ़...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

00:06:27

How DRDO’s New Laser System Can Destroy Drones at 5 KM Range?

00:04:31

How Nehru Turned His Own Birthday Into Children’s Day

00:05:01

Why AH-64 Apaches Made a Mysterious Return To U.S. On Their Delivery Flight To India?

00:06:07

‘White Collar Terror’: Is The 0.5 Front Within The Country Activated?

00:10:07
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited