रूस हारा, अमेरिका हारा, अब पाकिस्तान की तालिबान से जंग की डींगे: अंतरराष्ट्रीय मज़ाक और उसकी वास्तविक कमजोरी
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    पीएम मोदी, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा की स्थापना की

    धर्मध्वजा स्थापना और राम मंदिर की पूर्णता अर्थात् – भारत के स्वत्व जागरण की पुनर्यात्रा

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    पीएम मोदी, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा की स्थापना की

    धर्मध्वजा स्थापना और राम मंदिर की पूर्णता अर्थात् – भारत के स्वत्व जागरण की पुनर्यात्रा

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

रूस हारा, अमेरिका हारा, अब पाकिस्तान की तालिबान से जंग की डींगे: अंतरराष्ट्रीय मज़ाक और उसकी वास्तविक कमजोरी

अमेरिका और रूस जैसी महाशक्तियों की अफगानिस्तान में हार के बाद, अब पाकिस्तान तालिबान के खिलाफ युद्ध की धमकी दे रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह बयान सिर्फ़ मज़ाक और पाकिस्तान की वास्तविक कमजोरियों को उजागर करता है। देश की कमजोर अर्थव्यवस्था, थकी हुई सेना और कट्टरपंथी लॉबी इसे वास्तविक युद्ध में कदम बढ़ाने से रोकती है। भारत और दुनिया के सामने यह स्पष्ट हो चुका है कि पाकिस्तान केवल बयानबाज़ी और डींगे मार रहा है, वास्तविक शक्ति में शून्य है।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
6 November 2025
in आयुध, चर्चित, भारत, भू-राजनीति, रक्षा, रणनीति, विश्व
रूस हारा, अमेरिका हारा, अब पाकिस्तान की तालिबान से जंग की डींगे: अंतरराष्ट्रीय मज़ाक और उसकी वास्तविक कमजोरी

पाकिस्तान केवल बयानबाज़ी कर रहा है, युद्ध नहीं लड़ सकता।

Share on FacebookShare on X

अफगानिस्तान और पाकिस्तान का नाम एक साथ आते ही दुनिया के दिमाग में एक जटिल और खतरनाक समीकरण उभरता है, जो केवल भौगोलिक सीमाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि रणनीतिक, सैन्य, आर्थिक और राजनीतिक पहलुओं का संगम है। हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का यह बयान कि अगर इस्तांबुल में अफगान प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में कामयाबी नहीं हुई तो जंग ही होगी, यह न केवल बयानबाज़ी है, बल्कि यह पाकिस्तान की पूरी असफलता, कमजोर अर्थव्यवस्था, थकी हुई सेना और अंतरराष्ट्रीय दबावों का प्रतीक भी है। यह बयान उस देश का आईना है, जो खुद को परमाणु शक्ति और क्षेत्रीय महाशक्ति की तरह पेश करता है, लेकिन वास्तविकता में अपनी रणनीतिक असफलताओं और आर्थिक संकटों से जूझ रहा है।

पाकिस्तान की धमकी हास्यास्पद

जब हम अफगानिस्तान के परिदृश्य को देखते हैं, तो समझना जरूरी है कि अमेरिका जैसी महाशक्ति भी वर्षों तक वहां असफल रही। 20 साल की लागत, लाखों सैनिक, असीमित संसाधन और वैश्विक समर्थन के बावजूद अमेरिका तालिबान को हराने में नाकाम रहा। यह केवल तालिबान की सैन्य क्षमता का परिणाम नहीं था, बल्कि अफगानिस्तान की भू-राजनीतिक, सामाजिक और क़बायली संरचना, स्थानीय जनमानस और पहाड़ी भूगोल ने हर बाहरी ताकत को जकड़ कर रखा। इस विफलता के सामने पाकिस्तान की बयानबाज़ी और युद्ध की धमकी केवल हास्यास्पद लगती है। जिस देश से अमेरिका जैसी महाशक्ति हार गया, वही अब पाकिस्तान तालिबान के खिलाफ युद्ध की धमकी दे रहा है, क्या यह हास्य से कम है?

संबंधितपोस्ट

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

और लोड करें

पाकिस्तान की धमकी का वास्तविक विश्लेषण करें तो यह साफ़ होता है कि यह केवल आभासी शक्ति का प्रदर्शन है। पाकिस्तान के पास हथियार और परमाणु क्षमता है, लेकिन उसका आर्थिक और राजनीतिक ढांचा इतना कमजोर है कि कोई भी वास्तविक युद्ध की योजना बनाना उसके लिए जोखिम से खाली नहीं है। देश के भीतर IMF के दबाव, विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट, मुद्रास्फीति और बेरोजगारी ने पाकिस्तान को युद्ध की तैयारी में असमर्थ बना दिया है। ऐसे में युद्ध की धमकी देना केवल जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने की रणनीति है।

ISI और SSG जैसे संगठनों ने हमेशा अफगानिस्तान में अपने एजेंडे के लिए तालिबान और अन्य प्रॉक्सी का इस्तेमाल किया है। लेकिन वर्तमान स्थिति में तालिबान अब पाकिस्तान के निर्देशन में नहीं चल रहा। वह अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय हितों के लिए स्वतंत्र निर्णय ले रहा है। पाकिस्तान की धमकी केवल उसके खुद के डर और अंतरराष्ट्रीय दबाव का नतीजा है। पाकिस्तान अब यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि वह अभी भी क्षेत्रीय शक्ति है, जबकि वास्तविकता में उसकी सेना थकी हुई है और उसका राजनीतिक ढांचा अस्थिर है।

डर और असफलता को छुपाने का नाटक

पाकिस्तान के लिए तालिबान से टकराव केवल रणनीतिक नहीं, बल्कि राजनीतिक संकट भी है। तालिबान की स्वतंत्रता पाकिस्तान के ऐतिहासिक नियंत्रण के दावों को चुनौती दे रही है। इस स्थिति में पाकिस्तान की बयानबाज़ी केवल भय और असफलता छुपाने का साधन है। देश के भीतर कट्टरपंथी, विपक्ष और अर्थव्यवस्था के संकट ने इसे मजबूर कर दिया है कि वह केवल बयान और डींगे के सहारे अपनी स्थिति मजबूत दिखाने की कोशिश करे।

अमेरिका की विफलता और पाकिस्तान की आभासी धमकी को एक साथ देखें। अमेरिका, जिसके पास हर प्रकार का अत्याधुनिक हथियार और संसाधन थे, अफगानिस्तान में 20 साल तक भी तालिबान को परास्त नहीं कर सका। वहीं पाकिस्तान, जिसकी आर्थिक और सैन्य शक्ति अमेरिका से बहुत कमजोर है, वही अब तालिबान के खिलाफ धमकी दे रहा है। यह स्थिति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की कमजोरी को उजागर करती है। उसकी धमकी केवल डर और असफलता को छुपाने का नाटक है।

पाकिस्तान की आर्थिक कमजोरियां उसकी रणनीतिक अक्षमता का प्रमाण हैं। देश की अर्थव्यवस्था डूब चुकी है, विदेशी निवेश भी ठप है, CPEC जैसी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में देरी हो रही है, और IMF तथा FATF के दबाव ने पाकिस्तान को और कमजोर बना दिया है। ऐसे देश के लिए युद्ध की तैयारी करना असंभव है। उसकी सेना के पास संसाधन, मनोबल और तकनीकी क्षमता भी सीमित हैं। इस सच्चाई को छुपाने के लिए पाकिस्तान केवल धमकी दे रहा है।

पाकिस्तान के लिए चुनौती बन चुका है तालिबान

तालिबान का हालिया स्वतंत्र और सक्रिय दृष्टिकोण पाकिस्तान के लिए और चुनौती बन गया है। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, तालिबान अब पाकिस्तान के निर्देशन में नहीं, बल्कि अपने हितों के अनुसार निर्णय ले रहा है। यह स्थिति पाकिस्तान के लिए रणनीतिक संकट है, और इसके परिणामस्वरूप देश को केवल बयानबाज़ी और धमकियों में ही संतोष ढूंढना पड़ रहा है।

अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में चीन, रूस और ईरान भी पाकिस्तान की बयानबाज़ी को देख रहे हैं। चीन, CPEC और बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट की स्थिरता के लिए सतर्क है। रूस और ईरान भी अपने सुरक्षा और अफगानिस्तान में क्षेत्रीय प्रभाव को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान की धमकी का आंकलन कर रहे हैं। इस पूरे अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में पाकिस्तान की आभासी ताकत और वास्तविक कमजोरी दोनों उजागर हो रहे हैं।

भारत के लिए रणनीतिक लाभ

भारत इस पूरे समीकरण में शांत लेकिन सशक्त स्थिति में है। पाकिस्तान का डर और धमकी भारत के लिए रणनीतिक लाभ हैं। भारतीय सेना और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं। त्रिशूल युद्धाभ्यास और सीमा पर तैयारियां यह सुनिश्चित करती हैं कि किसी भी तरह की घुसपैठ, आतंकवादी कार्रवाई या पाकिस्तान की नापाक साजिश को तुरंत विफल किया जा सके। भारत की रणनीति सिर्फ सुरक्षा नहीं, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और रणनीतिक प्रभुत्व पर भी केंद्रित है।

पाकिस्तान की बयानबाज़ी और डींगे उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोर और हास्यास्पद बनाते हैं। देश की आर्थिक स्थिति, कट्टरपंथी लॉबी और राजनीतिक अस्थिरता पाकिस्तान को वास्तविक युद्ध में कदम बढ़ाने से रोकती हैं। उसके लिए केवल बयान देना और डर पैदा करना ही बचा है।

अफगानिस्तान की पहाड़ियों में तालिबान और पाकिस्तान के बीच मानसिक और रणनीतिक टकराव यह दिखाता है कि पाकिस्तान वास्तविक शक्ति नहीं रखता। उसकी धमकियां और बयान केवल आभासी शक्ति का प्रदर्शन हैं। पाकिस्तान के पास न तो आर्थिक संसाधन पर्याप्त हैं, न सैन्य क्षमता, न ही अंतरराष्ट्रीय समर्थन। केवल डींगे और बयान हैं, जिनसे वह अपने डर और कमजोरी को छुपाने की कोशिश कर रहा है।

भारत की रणनीतिक स्थिति और मजबूत

भारत के दृष्टिकोण से यह अवसर है। पाकिस्तान की कमजोरी और बयानबाज़ी से भारत अपने क्षेत्रीय हितों और रणनीतिक प्रभुत्व को मजबूत कर सकता है। चाबहार, उज़्बेकिस्तान कॉरिडोर, एयरबेस फर्खोर और अफगानिस्तान में बैकचैनल डिप्लोमेसी भारत की रणनीतिक स्थिति को और मजबूत करते हैं। पाकिस्तान की धमकी और असली शक्ति की कमी के बीच भारत की ताकत उजागर होती है।

पाकिस्तान के इस नाटक और आभासी शक्ति प्रदर्शन के बीच यह स्पष्ट है कि उसका भविष्य केवल संकट और असफलता का है। अफगानिस्तान में युद्ध की धमकी केवल उसकी कमजोरी और डर का प्रतीक है। उसका नाटक, उसकी बयानबाज़ी और डींगे इतिहास में केवल असफल राष्ट्र की कहानी के रूप में दर्ज होंगे।

अंततः, यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान केवल बयानबाज़ी कर रहा है, युद्ध नहीं लड़ सकता। अफगानिस्तान की धरती, तालिबान की स्वतंत्रता और अंतरराष्ट्रीय दबाव पाकिस्तान के लिए असंभव चुनौती हैं। उसकी धमकियां, डींगे और बयान केवल उसकी असफलता और भय का प्रतीक हैं। भारत शांत, तैयार और रणनीतिक रूप से सशक्त है। पाकिस्तान अब इतिहास में केवल एक भिखारी राष्ट्र की तरह खड़ा रहेगा, जिसकी वास्तविक ताकत शून्य के बराबर है।

कुल मिलाकर कहें तो पाकिस्तान के पास अब केवल डींगे और बयान ही बचे हैं। अफगानिस्तान और तालिबान के सामने वह एक भिखारी राष्ट्र की तरह है, जिसकी वास्तविक ताकत शून्य है। यह देश इतिहास में केवल अपनी असफलता और आभासी शक्ति प्रदर्शन के लिए याद रखा जाएगा, न कि वास्तविक सैन्य या राजनीतिक ताकत के लिए।

Tags: AfghanistanGovernment of PakistanIndiaPakistanPakistan ArmyRussiaTalibanthreat of warUSअफ़ग़ानिस्तानअमेरिकातालिबानपाकिस्तानपाकिस्तान की सरकारपाकिस्तानी सेनाभारतयुद्ध की धमकीरूस
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारत में लोकतंत्र सर्वोपरि, पाकिस्तान नहीं: बिहार चुनाव में बुर्का विवाद पर गिरिराज सिंह ने विपक्ष को दिखाया आईना

अगली पोस्ट

बिहार में पहले चरण में बंपर वोटिंग से पीएम मोदी गदगद, विपक्ष हतप्रभ और एनडीए का आत्मविश्वास आसमान पर

संबंधित पोस्ट

शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र
चर्चित

बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

24 November 2025

सोमवार की शुरुआत सिने जगत के लिए एक दुखद ख़बर के साथ हुई। बॉलीवुड का ही-मैन, धर्मेंद्र 89 साल की उम्र में मुंबई में इस...

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited