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भारत के अवेन्जर्स– जिन्होंने अरबी आक्रान्ताओं को 313 वर्ष भारतवर्ष में घुसने तक नहीं दिया

इतिहास बड़ी विचित्र वस्तु है, जिसके हाथ में कलम है, वही उसे रच पाता है। हमारे देश के वामपंथियों ने बड़े चाव से बताया है कि कैसे अरबी आक्रांता मुहम्मद बिन कासिम ने सिंध पर आक्रमण किया था, और ...

बप्पा रावल: वो योद्धा जिसने तीन शताब्दियों तक विदेशी आक्रान्ताओं को भारत की भूमि से दूर रखा

“मन करे सो प्राण दे,जो मन करे सो प्राण ले, वही तो एक सर्वशक्तिमान है।।।।।। विश्व की पुकार है, ये भागवत का सार है, कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है, कौरोवों की भीड़ हो या पांडवों का ...

महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर चुका है। पूरे भारतवर्ष में संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम हो रहे हैं । इन सौ वर्षो में संघ ने बिना किसी दिखावे के सतत चलते हुए समाज में भारत के ...

यदि सद्गुणों से हानि होने लगे तो वे ‘सद्गुण’ नहीं ‘विकृति’ हैं

कुछ दिन पहले बंगाल के मुर्शिदाबाद की हिन्दू उत्पीड़न की घटना और अब पिछले कल कश्मीर घाटी के पहलगाम में रेडिकल इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा हिन्दू पहचान पूछकर चुन चुन कर गोली मार कर हिन्दुओं के नरसंहार की घटना के ...

‘श्री शारदा स्तुति’ पुस्तक विलुप्त ‘शारदा लिपि’ को पुनर्जीवित करने का भगीरथी प्रयास है

क्या अपने कभी सोचा है कि विदेशी आक्रान्ताओं ने भारतीयों पर अपनी भाषा थोपने का प्रयास क्यों किया था? उन्होंने भारतीय भाषाओँ से ही काम क्यों नहीं चलाया? भाषा थोपने के प्रयास में अंग्रेजों को सफलता मिली। इस बात ...

Gyanvapi carbon dating: इलाहाबाद हाईकोर्ट की कृपा से शीघ्र सामने आएगा ज्ञानवापी का सच

Gyanvapi carbon dating: “अयोध्या तो झांकी है, काशी मथुरा बाकी है”। जिसने भी इस नारे की कल्पना होंगी, आज वह खुशी से फूले नहीं समा रहा होगा। अब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए ...

दिवेर का युद्ध : जब महाराणा प्रताप के परिश्रम का फल उनको मिला

दिवेर का युद्ध (Battle of Dewair in Hindi): जो भी कहते हैं कि मुगल सर्वशक्तिशाली थे, उन्हे कोई मात नहीं दे पाया, उन्हे केवल एक बार मेवाड़ की ओर ध्यान देना चाहिए। कहने को अकबर महान था, परंतु फिर ...

कश्मीर के डोंगराओं ने घाटी का पुनः हिन्दुकरण कर ही दिया था, परंतु तब आई विपदा

डोगरा राज : आज कश्मीर प्रांत इस्लाम बाहुल्य है, यानि मुस्लिम बहुतायत में है। परंतु प्रारंभ से ऐसा नहीं था, और एक समय ऐसा भी आया था, जब कश्मीर के एक शासक ने इस पवित्र भूमि को इसकी मूल ...

पूर्व में भारत था शिक्षा का वैश्विक केंद्र, और भविष्य में भी होगा

New National Education Policy 2022 : कभी जब उच्चतम शिक्षा की बात होती है, तो मन में कहाँ जाने का विचार आता है? आप में से कई पट्ट से बोलेंगे : यूके ओर यूएसए। अमरीका, द यूएसए, क्योंकि ये ...

अगर राणा सांगा बाबर के विरुद्ध विजयी होते, तो?

“राणा सांगा अपनी वीरता और तलवार के बल पर अत्यधिक शक्तिशाली हो गया है। वास्तव में उसका राज्य चित्तौड़ में था। मांडू के सुल्तानों के राज्य के पतन के कारण उसने बहुत-से स्थानों पर अधिकार जमा लिया। उसका मुल्क ...

चारण : राजपूताना के “योद्धा कवि”

Charan caste history in Hindi: भारत में भांति भांति के योद्धा उत्पन्न हुए हैं। कुछ के लिए बल अधिक महत्वपूर्ण है, तो कुछ ने बुद्धि से युद्ध जीते हैं, परंतु राजस्थान वो भूमि है, जहां के कण कण में ...

क्या सिंधिया [शिंदे] परिवार वास्तव में उतने बुरे थे?

“अंग्रेज़ों के मित्र सिंधिया ने छोड़ी रजधानी थी” “झांसी की रानी” नामक कविता में जब इस छंद का उल्लेख होता है, तो अनवरत ही ग्वालियर की शिंदेशाही की ओर ध्यान जाता है, जिनका आज भी भारत के इतिहास एवं ...

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