'हिंडनबर्ग' के लिए खोज परिणाम

अनुच्छेद ३७० के समर्थकों को झेलना पड़ा CJI चंद्रचूड़ का कोपभाजन!

शीघ्र ही हिंडनबर्ग काण्ड के दोषियों पर चलेगा कानून एजेंसियों का डंडा!

जब हिंडनबर्ग की कथित रिपोर्ट सामने आई थी, तभी समझ जाना चाहिए था कि अडानी तो बहाना है, भारतीय अर्थव्यवस्था असल निशाना है! परन्तु हमारे सुरक्षा एवं जांच एजेंसियों भी मटर नहीं छील रहे थे. अब शीघ्र ही हिंडनबर्ग काण्ड के वास्तविक षड्यंत्रकारियों के विरुद्ध कानून का डंडा चलेगा! जब ...

हरीश साल्वे ने हिंडनबर्ग के एजेंडे को रखा सामने

हरीश साल्वे ने हिंडनबर्ग के एजेंडे को रखा सामने

25 जनवरी को अडानी ग्रुप को लेकर अमेरिकी रिसर्च फर्म ‘हिंडनबर्ग’ ने एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद अडानी ग्रुप को भारी नुकसान हुआ। ये रिपोर्ट जब से आई है तब से ही खूब सुर्खियां बटोर रही है। वामपंथी लॉबी इस रिपोर्ट को लेकर ...

जॉर्ज सोरोस

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद जॉर्ज सोरोस का सक्रिय होना संयोग नहीं है

“चोट लगी है उसे पर क्यों महसूस मुझे हो रहा, दिल तो बता दें कि क्या है इरादा तेरा!” गीतकार ने इन पंक्तियों को लिखा तो प्रेम भाव से था, लेकिन उसे क्या पता था कि एक दिन इनका भावार्थ ही बदल जाएगा, जिसमें एक अलग ही दर्शन देखने को ...

Sehwag on Adani row

सहवाग ने ‘अडानी-हिंडनबर्ग प्रकरण’ पर घुमा के मारा है

Sehwag tweet: बचपन में ही हमने एक अंग्रेज़ी कहावत को बोल बोलकर कंठस्थ कर लिया था एक्शन स्पीक्स लाउडर दैन वर्ड्स यानी शब्दों से अधिक मोल आपके कार्यों में है। वीरेंद्र सहवाग तो इसके जीते जागते उदाहरण हैं। भले ही क्रिकेट का मैदान उन्होंने त्याग दिया हो परंतु आज भी ...

कैसे महुआ मोइत्रा ने रची अपने ही विनाश की नींव

कैसे महुआ मोइत्रा ने रची अपने ही विनाश की नींव

कोई प्रश्न पूछकर करोड़ों कमा सकता है? हाँ, यदि आप अमिताभ बच्चन हो तो! यदि नहीं, तो महुआ मोइत्रा ने एक नई टेक्नीक खोजी है, जहाँ प्रश्न पूछने पर इन्हे बेहिसाब धनराशि प्राप्त हुई। अंतर बस इतना है की बच्चन साब तो ज्ञानोपार्जन और मनोरंजन के लिए प्रयासरत थे, और ...

Ravish Kumar: हर असामाजिक तत्व का आदर्श PR!

Ravish Kumar: हर असामाजिक तत्व का आदर्श PR!

एजेंडा बढ़ाना है? हो जायेगा! भारत को नीचा दिखाना है? हो जायेगा! असामाजिक तत्वों की रक्षा करनी है? हो जायेगा! जघन्य अपराधों को उचित ठहराना है? हो जायेगा! पत्रकारिता के जगत में वैसे तटस्थता का अपना महत्वपूर्ण स्थान है। परन्तु कुछ ऐसे भी हैं जो दिन रात तटस्थ होने का ...

क्या कोयला घोटाले के कारण डूबा MoserBaer?

क्या कोयला घोटाले के कारण डूबा MoserBaer?

क्या आपको वे दिन याद हैं जब हम अपने पसंद की फिल्में देखने के लिए निकटतम वीडियो पार्लर से किराए की सीडी लाते थे? जो अधिक धनवान थे, उनके पास Rewritable डिस्क्स की सुविधा होती थी, और इस दिशा में अग्रणी कंपनी मोजर बेयर थी. इसका टैगलाइन भी बड़ा लुभावना ...

कैसे देश उजाड़ते उजाड़ते खुद का उपहास बना बैठे जॉर्ज सोरोस!

कैसे देश उजाड़ते उजाड़ते खुद का उपहास बना बैठे जॉर्ज सोरोस!

कभी लोकतंत्र के प्रहरी के रूप में अराजकता को बढ़ावा देने वाले जॉर्ज सोरोस आज बकैती के विषय से अधिक कुछ नहीं है. भारतीय कंपनियों को कमज़ोर करने की उनके संगठन की हालिया कोशिश विफल हो गई, जिससे बाहरी हस्तक्षेप के सामने भारतीय राष्ट्र के जुझारूपन का पता चला। हिंडनबर्ग ...

यूरोप से “लतियाये” गए सोरोस!

यूरोप से “लतियाये” गए सोरोस!

अराजकता के अघोषित मठाधीश जॉर्ज सोरोस एक बार फिर चर्चा के केंद्र में है, परन्तु इस बार अलग कारणों से. इनके 'Open Border Policies' के पीछे यूरोप के कई देश इनसे कुपित है, क्योंकि इसके कारण अब यूरोप में अवैध प्रवासी उत्पात मचा रहे हैं, जिसके कारण अब सोरोस और ...

आदिपुरुष क्रैश : जनता को कभी कमतर न आँकें!

आदिपुरुष क्रैश : जनता को कभी कमतर न आँकें!

न जी, न तो हमारा नामकरण हुआ है, और न ही हम नीतिसवा की पार्टी जॉइन करें है। विगत कुछ दिनों में मैंने आपसे कई विचार साझा किये, जिसमें आदिपुरुष पर मेरे कुछ विचार और फिल्म की वास्तविकता को ध्यान में रखते कुछ प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों ने कमेन्ट सेक्शन में हमें ...

मोदी को पुनः पीएम बनाए बिना विपक्ष को चैन नहीं!

मोदी को पुनः पीएम बनाए बिना विपक्ष को चैन नहीं!

PM Modi at G7 Summit: जब भी लगता है कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आगे की राह कठिन हो जाएगी, विपक्ष इसे चुनौत के रूप में ले लेती है। वे कुछ न कुछ ऐसा करते हैं, जिससे ये स्पष्ट हो जाए कि जितना नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी ...

शरद पवार की आखिरी इच्छा : बनें एनडीए का भाग!

शरद पवार की आखिरी इच्छा : बनें एनडीए का भाग!

राहुल गांधी लाइमलाइट में रहने का कोई अवसर हाथ से जाने नहीं देते। चाहे हाथ कुछ न लगे, परंतु कवरेज के लिए बंधु किसी भी हद तक जा सकते हैं। परंतु यही खुजली अब उन्हे अपने पारंपरिक सहयोगियों से भी दूर कर रही है, और शरद पवार इसके प्रत्यक्ष प्रमाण ...

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