Anand Kumar

Anand Kumar

भविष्य के बेस्टसेलर "गीतायन" (https://amzn.to/2Y1uuGu) का गरीब हिन्दी लेखक! आनन्द मार्केटिंग एवं मीडिया से स्नातकोत्तर की पढ़ाई के बाद डाटा एनालिटिक्स में काम करते हैं। मार्केट एवं सोशल रिसर्च के अपने काम के अलावा अपने शौक की वजह से भी वो भारत भर में भ्रमण कर रहे होते हैं और कहते हैं कि वो यात्री हैं, पर्यटक नहीं हैं। संयुक्त परिवार में पले-बढ़े आनंद अपने परिवार के साथ पटना में रहते हैं। शिक्षा को जीवन पर्यंत चलने वाली यात्रा मानने वाले आनंद संस्कृत से शास्त्री हैं और आजकल संस्कृत से परा-स्नातक (आचार्य) के छात्र हैं।

बुर्के के पैरवीकार दुष्यंत दवे क्यों रोए? PM मोदी को ‘फ्रिंज’ से जोड़ते हैं, OBC का आरक्षण काट मुस्लिमों को देने की वकालत भी

सबसे पहली बात तो ये है कि दुष्यंत दवे इकलौते नहीं जो रो रहे हैं। लम्बे समय से अटके पड़े कई मामलों में जैसे जैसे तारीखें पड़नी शुरू हो रही हैं, या फैसले आ रहे हैं, अदालतों...

संविधान किसी एक व्यक्ति की देन नहीं, संविधान सभा में 38 सदस्य थे SC/ST: आज़ादी से पहले ही तैयार हो गया था प्रारूप

भारतीय संविधान का अनुच्छेद 51(ए) भारतीय जनता के कर्तव्यों में वैज्ञानिक सोच को शामिल करने को कहता है। अगर वैज्ञानिक सोच और तर्कसंगत सोच (साइंटिफिक टेम्पर और रैशनल थिंकिंग) की बात शुरू की जाए तो एक बार...

वो मुगल बादशाह जो बनवाता था अपनी नग्न पेंटिंग, तवायफों की टांगों पर कराता था चित्रकारी: जब अय्याशी में डूबी गद्दी और लुटी दिल्ली

सबसे पहली बात तो ये है कि जिन्हें हमलोग मुगल कहते हैं, उन्हें मुगल नाम से बड़ी चिढ़ थी। वो लोग खुद को तैमूरी कहना कहलवाना पसंद करते थे। इस खानदान का जिक्र औरंगजेब के समय तक...

पोस्ट ट्रुथ काल में ट्रुथ की बेजा उम्मीद: चुनावी सर्वेक्षणों का ये है सच, राजनीतिक दलों से एजेंसियों के करार

मार्केट रिसर्च की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है फर्जी फॉर्म की पहचान करके उन्हें छांटना। आप कहेंगे ये फर्जी फॉर्म क्या होता है? तो जमीनी स्तर पर SPSS या पाइथन जैसे सॉफ्टवेयर इत्यादि इस्तेमाल करना,...

नमाजियों के लिए अपने घर के दरवाजे खोल रहे थे राहुल देव, ‘X’ ने अपने दरवाजे कर दिए बंद: असली-नकली के खेल में फँसा ‘गाँधीवाद’

भदेस कहावतों में कहते हैं, “लौंडों की यारी, जी का जंजाल”! मोटे तौर पर ये इसीलिए कहा जाता है क्योंकि परिपक्वता का स्तर आयु के साथ बदलता रहता है और अगर कहीं अलग अलग आयु वर्ग के...

‘दलित उत्पीड़न’ की कहानी गढ़ने में एडिटोरियल पॉलिसी भूलती मीडिया, पहले ही घोषित कर देते हैं विलेन कौन

हाल के समय में भारत के सोशल मीडिया (विशेषकर हिंदी एक्स पर) पर दो घटनाएँ विशेष रूप से चर्चा में रहीं। पहली घटना थी जिसमें वाल्मीकि समुदाय का एक व्यक्ति अपनी पुत्री की शादी के लिए मैरिज...

स्वास्थ्य या शिक्षा नहीं, ‘एक के साथ एक फ्री’ चुनावों का मुद्दा: नागरिकों को नेता क्या समझते हैं – मतदाता या ग्राहक?

पिछली लोकसभा की बात करें तो मुंबई के चुनावों में हर बार जैसे करीब 50% मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पिछले तीस वर्षों से मुंबई क्षेत्र में ये आंकड़ा 50% या उससे कम ही...

आजाद भारत का ‘जलियांवाला कांड’: हजारों जनजातियों पर पुलिस ने बरसाईं थीं गोलियां, खरसावाँ में आज भी नहीं मनाया जाता नया साल

वो ब्रिटिश दौर में हुआ था, इसलिए जलियांवाला बाग गोलीकांड इतिहास की पुस्तकों में दर्ज है। फिर एक तथ्य ये भी है कि पंजाब दिल्ली के पास है और झारखण्ड के जनजातियों के लिए 'दिल्ली दूर है'।...

गर्व से कहो हम हिन्दू हैं… सनातन के पुनर्जागरण के रथी लालकृष्ण आडवाणी, जब गाँव-गाँव में जुटती भीड़ ने हिला दिया था दिल्ली दरबार

'यात्रा' का शाब्दिक अर्थ एक स्थान से दूसरे स्थल तक जाना भर होता तो पर्यटन के पर्यायवाची में ये प्रयुक्त होता, लेकिन यात्रा में पर्यटन वाली सुविधाएँ नहीं होतीं। इसके अलावा यात्रा के उपरांत यात्री बदल जायेगा,...

डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी के भारत के लिए क्या हैं मायने? चीन से लेकर व्यापारिक मोर्चे तक, समझिए कहाँ क्या नफ़ा-नुकसान

सिर्फ मोदी और ट्रम्प के संबंधों की बात करें तो हमने देखा है कि इनके व्यक्तिगत सम्बन्ध बड़े मधुर रहते हैं। चुनावों में मोदी का नाम अपने लिए प्रयोग करने से लेकर राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर मोदी का...

बलिदानी मेजर की ब्राह्मण पहचान छिपाई, पत्नी की ईसाई पहचान दिखाई: कमल हासन-उदयनिधि स्टालिन की फिल्म में प्रोपेगंडा

सेना पर बनी फिल्मों से तो आपको पता ही है कि 'टॉक्सिक मैस्कुलिनिटी' फैल जाती है! चाहे वो भारत-पाक युद्ध पर थोड़े पुराने दौर में बनी 'बॉर्डर' जैसी सत्य के काफी करीब की फिल्में हों, या उरी...

दुखवा मिटाईं छठी मईया… बिहार के प्रवासियों को संस्कृति से जोड़ती रही शारदा सिन्हा की आवाज़

भारतीय फिल्मों में संगीत के फिर से प्रधान होने के 1990 वाले दौर में एक फिल्म आई - “मैंने प्यार किया”। आजकल खासे विवादों में चल रहे सलमान खान के लिए भी बतौर मुख्य अभिनेता ये पहली...

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