लिबरलों को बोलने की आजादी चाहिए लेकिन जब RJ रौनक जैैसा राष्ट्रवादी बोलता है तो मिर्ची लग जाती है
ऐसा लगता है मानो इस देश में अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता कुछ स्वघोषित ठेकेदारों की निजी संपत्ति बन गयी है। यदि कोई भी उनकी गलत विचारधारा के विरुद्ध उंगली भी उठा दे, तो वे उसे समाज में हर...