रामचन्द्र गुहा के इस मोदी विरोधी लेख की हर लाइन, हर शब्द, हर अक्षर पूरी तरह बकवास और कूड़ा है
73वें स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर स्वघोषित इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने भारतीय लोकतन्त्र को आँकने का दायित्व उठाया। वॉशिंग्टन पोस्ट के लिए लिखे एक लेख में उन्होंने भारतीय लोकतन्त्र का उपहास उड़ाते हुए लिखा है कि भारत...




















