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के करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी… समझिए आखिर बिहार में ही क्यों होती है छठ पूजा, प्रकृति के 8 रूप और गीतों की महिमा

आखिर बिहार में ही छठ क्यों होता है? भारत और विश्व में सूर्य के कई क्षेत्र हैं, जो आज भी उन नामों से उपलब्ध हैं। पर बिहार में ही छठ पूजा होने के कुछ कारण हैं। मुंगेर-भागलपुर...

सब कुछ भगवान ही करते हैं तो व्यक्ति का क्या? – गीता के 18वें अध्याय में है जवाब, समझिए ‘मोक्ष संन्यास योग’

मुझे क्या करना चाहिए से 'करिष्ये वचनं तव' की एक यात्रा है। श्रीमद्भगवद्गीता का 18वां अध्याय 'मोक्ष संन्यास योग' है। इस अध्याय में मुक्ति एवं संन्यास के विभिन्न मार्गों एवं स्वरूपों की व्याख्या की गई मुक्ति की...

जो मिट्टी के ढेले और सोने को समान भाव से देखते हैं, वही बुद्धिमान: पढ़िए गीता के अध्याय 14-17 में क्या-क्या

श्रीमद् भगवद्गीता का 14वां अध्याय 'गुणत्रय विभाग योग' है। इस अध्याय में श्रीकृष्ण भौतिक प्रकृति के तीन गुणों—सत्व, रजस, और तमस—का विस्तार से वर्णन करते हैं। ये गुण व्यक्ति के व्यवहार पर किस प्रकार प्रभाव डालते हैं,...

श्रीराम की राहों पर: भारत के जिन स्थलों में बसती है अयोध्या से लंका तक की गाथा, प्रदर्शनी में दिखी उनकी छँटा

सक्षम फाउंडेशन के सम्पूर्ण रामायण 2024 के भव्य आयोजन का मुख्य आकर्षण राम वन गमन पथ की मिट्टी की प्रदर्शनी रही। यह आयोजन 9, 10, 11 अक्टूबर 2024 को जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम, नई दिल्ली में सम्पन्न...

समझिए प्रकृति के त्रिगुणों को: भगवद्गीता और उसकी मुख्य अवधारणाएं (भाग 4)

श्रीमद् भागवत गीता का 14वां अध्याय गुणत्रय विभाग योग है। इस अध्याय में श्री कृष्ण भौतिक प्रकृति के तीन गुणों सत्व, रजस एवं तमस का विस्तार से वर्णन करते हैं। इन तीन गुणों का व्यक्ति के व्यवहार...

GST नहीं भरते Zomato और Swiggy?

गुरुवार को जीएसटी (GST) अधिकारियों द्वारा जारी किए गए 400 करोड़ रुपये के नोटिस के बाद, ज़ोमैटो (Zomato) के शेयरों में 4% से अधिक की गिरावट हो गई है। इस नोटिस का कारण है "डिलीवरी शुल्क" के...

Movies, Tickets और जलपान: हमसे पांच गुना ज्यादा मूल्य लिया जा रहा है

फिल्में (Movies) देखना भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग हैं। हम भारतीयों को फिल्में देखना बहुत पसंद है, और यह अक्सर हमारे पारिवारिक समय का हिस्सा होता है। फिल्मों के प्रति हमारा लगाव कुछ ऐसा है कि...

तालिबान की जीत उसकी विजय ही नहीं है, बल्कि पश्चिम के तथाकथित आधुनिक नैतिकता की अविस्मरणीय पराजय है

15 अगस्त 2021 को जब भारत स्वतंत्रता दिवस का अमृत महोत्सव मना रहा था तब जियोपॉलिटिक्स में एक भूचाल आ रहा था। तालिबान ने काबुल पहुंच कर अफगानिस्तान में अपनी सत्ता का ऐलान, एक ताकत से उपजे...

क्रांति की अग्निशिखा : महारानी लक्ष्मीबाई

फिरंगी : मैंने बोला न इधर आओ, इस पर हम बैठेगा। साईस : नाहि साहिब! ई नाहि होई सकत, ई घोड़ा पर तो केवल युवराज साहिब ही बैठत हैं। फिरंगी (क्रोधित स्वर में) : यू ब्लडी इंडियन!...

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भगिनी निवेदिता की भूमिका

भगिनी निवेदिता की भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भागीदारी भगिनी निवेदिता (मार्ग्रेट एलिज़ाबेथ नोबल) से अधिकतर भारतीय परिचित नहीं हैं और अगर कुछ है भी तो वे उनको मात्र स्वामी विवेकानंद की एक शिष्या के रूप में...

हाथरस और बलरामपुर : लिबरल मीडिया और राजनीतिक दल शर्मनाक तरीके से रेप जैसी घटना को जातिवाद का रंग दे रहे

जाति के नाम पर राजनीति खेलना देश के राजनेताओं और लिबरल मीडिया की पुरानी आदत है। हाल ही में हाथरस की युवती के साथ रेप और मौत के बाद मीडिया का एक धड़ा जहां युवती के आगे...

 क्यों पंडित नेहरू के पहले मंत्रीमंडल के सदस्य श्यामाप्रसाद मुखर्जी उस समय की भारतीय जनसंघ (आज की BJP) के पहले अध्यक्ष बने

पिछले दो लोकसभा चुनाव (2014-2019) में राजनीतिक पंडितों के अनुमान, अंदाजे, और गणित को ताक पर रख कर अपने बलबूते पर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने वाली और अपने आप को दुनिया के सबसे बड़े राजनीतिक दल...

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