ज्ञान

21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

अंग्रेज शासन के दौरान कई अधिकारी छोटी-छोटी बातों पर कठोर दंड देकर समाज में भय का वातावरण बनाते थे। इसका उद्देश्य जनता को...

क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

पंडित रामप्रसाद बिस्मिल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के उन तेजस्वी क्रान्तिकारियों में थे, जिन्होंने विचार, लेखनी और बलिदान—तीनों से राष्ट्र को दिशा दी। जीवन...

बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

पंडित रामप्रसाद बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में हुआ। उनके पिता श्री मुरलीधर शाहजहाँपुर नगरपालिका में कर्मचारी...

राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

सन् 1928 का भारत आज़ादी की ज्वाला से जल रहा था। एक ओर देशभक्त भारत माता की परतंत्रता की बेड़ियाँ काटने के लिए...

बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

भारतीय स्वाधीनता संग्राम में काकोरी कांड का विशेष महत्व है। यह पहला अवसर था जब क्रान्तिकारियों ने अंग्रेजी सरकार के खजाने को लूटकर...

बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

16 दिसंबर, यानी 'विजय दिवस' - वो दिन, जब भारत ने पूर्वी पाकिस्तान, यानी बांग्लादेश को पाकिस्तान से आज़ाद करवाया। पाकिस्तानी फ़ौज की...

ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

16 दिसंबर 1971 को ढाका में भारतीय और बांग्लादेशी कमांडरों की मौजूदगी में एक शांत लेकिन ऐतिहासिक दृश्य सामने आया, जब पाकिस्तान की...

हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

संघ प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अंडमान निकोबार में वीर सावरकर की प्रतिमा का अनावरण किया। ये कार्यक्रम...

भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

भारतीय ज्ञान परंपरा में नागरिकता (Citizenship) का विचार आधुनिक “राज्य–नागरिक” (State–Citizen) ढाँचे से भले अलग रहा हो, पर इसका इतिहास अत्यंत प्राचीन, समृद्ध...

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