“कभी वो दिन भी आएगा कि जब हम आज़ाद होंगे, ये ज़मीन अपनी होगी, ये आसमाँ अपना होगा, शहीदों की चिताओं पर लगेंगे...
कहने को चीन और पाकिस्तान भिन्न देश हैं, भूगोल की दृष्टि से भी, और संस्कृति की दृष्टि से भी। परंतु जब विचारधारा और...
पेशवा माधवराव भट्ट : 14 जनवरी 1761– यह वो दिवस था जब अखंड भारत को उसका तीसरा सबसे भीषण आघात लगा। जितना बड़ा...
इतिहास ऐसे अनेक वीरों और वीरांगनाओं से भरा हुआ है, जिन्होंने माँ भारती को स्वतंत्र करने हेतु अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया, परंतु...
भारत के एक ऐसे प्रधान मंत्री जिन्हें दुश्मन देश पाकिस्तान से वहाँ का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'निशान-ए-पाकिस्तान' से सम्मानित किया था। क्या आपको...
पाश्चात्य, आधुनिकता, आक्रांता, और वामपंथी दुष्चक्र !!! इस दुष्चक्र से सृजित हुई है कई सांस्कृतिक विस्मृति और ऐतिहासिक विकृति। हमारे पूर्वजों के पाठ...
इंद्रप्रस्थ जो एक समय पर पांडवों के राज्य की राजधानी थी जिसे आज दिल्ली के नाम से भी जाता है। दिल्ली का राजधानी...
मोपला दंगों का वृहद और विस्तृत वर्णन हमारे पूर्ववर्ती अंकों में कर दिया गया है। जनसंहार का आरंभ, विस्तार, कारण, विभीषिका, समर्थन, ऐतिहासिक...
कहते हैं, मोपला विद्रोह का आरंभ 20 अगस्त 1921 को हुआ और 6 सितंबर 1921 को अंत। यह कथन अपने आप में काफी...
ऑपरेशन पोलो और सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत के ‘लौहपुरुष’ सरदार वल्लभभाई पटेल को हमारे देश के वीर सैनिकों पर कितना विश्वास था...
पिछले महीने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि 14 अगस्त को अब से 'विभाजन भयावह...
पिछले पाँच अंकों में हमनें मलाबार में मोपला मुसलमानों का उदय,मोपलाओं का मूल हिंदुओं से विश्वासघात, हैदर और टीपू को मलाबार पर आक्रमण...
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