EVM पर सवाल उठाने वालों को लगा सुप्रीम झटका।
29 April 2024
बस्तर में कैसे दम तोड़ रहा नक्सलवाद?
29 April 2024
वर्तमान के राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए हम ये कह सकते हैं कि राहुल गांधी किसी भी राजनीतिक स्पेक्ट्रम पर बात करने के लिए उपयुक्त नहीं है। बेहतर नेतृत्व करने में असफल रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दोषी ठहराने वाले नेताओं की सूची में अब बसपा सुप्रीमो मायावती का ...
देश 'कांग्रेस मुक्त भारत' की ओर बढ़ रहा है ऐसे में सरकार बनाने के लिए तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद तेज हो गयी है। पूरे भारत में तीसरा मोर्चा मूल रूप से टीएमसी, एआईएडीएमएके, टीडीपी, बीएसपी, एसपी और आरजेडी जैसे क्षेत्रीय दलों का गठबंधन है। वैसे ये विचार राष्ट्र की राजनीति ...
1980 में स्थापित भारतीय जनता पार्टी ने एक नया कीर्तिमान तब रचा जब उसकी सांसद संपतिया उइके राज्य सभा में चुनी जाने वाली 58वीं सांसद बन गयीं, जो एक महत्वपूर्ण अवसर है। ऐसा लग रहा है की संपतिया उइके इस ऐतिहासिक कीर्तिमान के लिए आई थी, और इतिहास रचा गया ...
ज़ुबान या कलम से निकले सभी शब्दों में सबसे भावभीनी विदाई अगर पूर्व राष्ट्रपति, श्रीमान प्रणब मुखर्जी को किसी ने दी है, तो वो आश्चर्यजनक रूप से कभी काँग्रेस के माने हुये सूरमा रहे, मणि शंकर अय्यर के कलम से निकली। जितना इनहोने पढ़ा है, जितना इनका विदेशों से प्राप्त ...
तो आखिरकार एक संक्षिप्त समय के अलगाव के बाद ‘सुशासन बाबू और सुशील मोदी’ की जोड़ी एक बार फिर से साथ आ गयी। बड़े दुख की बात है की लालू एक ‘बेचारा’ बन गए हैं, क्योंकि बिहार का सारा ‘चारा’ निपटाने के बाद इनके पास कोई ‘चारा’ नहीं बचा है। ...
स्मृति ईरानी में वो सारे गुण उपस्थित हैं, जो लुटयेंस मीडिया की आँखों में नासूर है। चालीस की उम्र पार करने से पहले ही इनहोने दो क्षेत्रों में अपने लिए खूब नाम कमा लिया – शो बिज़ और राजनीति, वो भी बिना किसी विरासत या माँ बाप के। लुटयेंस मीडिया ...
जुलाई 4 को पीएम नरेंद्र मोदी के इजराएल आगमन को यहूदी मीडिया में खूब गिनाया जा रहा है। इजराएली दैनिक ‘द मार्कर’ ने उन्हे विश्व का सबसे महत्वपूर्ण प्रधानमंत्री का दर्जा दिया है। उनके लेख का शीर्षक कहता है, ‘उठो, जागो, विश्व का सबसे महत्वपूर्ण पीएम आ रहा है” इतना ...
इस शुक्रवार, जमात उल विदा के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में अनुपस्थित रहकर नरेंद्र मोदी लगातार तीसरे साल इस इफ्तार पार्टी में अनुपस्थित रहे हैं। पर इस साल, नज़ारा कुछ और ही था, क्योंकि इस बार प्रधानमंत्री तो छोड़िए, कैबिनेट का एक भी सदस्य इस पार्टी का ...
एक अप्रत्याशित दांव खेलते हुये नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जुगलबंदी मीडिया हाउस और सम्पूर्ण विपक्ष की बोलती बंद करने में एक बार फिर सफल रही है। जब मीडिया अपने ही विचारों और सिद्धांतों की पोटली बना राष्ट्रपति चुनाव में बाँच रही थी, और कई प्रसिद्ध नामों पर विचार ...
लोक सभा चुनाव हों या जम्मू कश्मीर राज्य के विधानसभा चुनाव, जब नरेंद्र मोदी ने इस विषय पर कुछ ज़्यादा बोलने से मना किया था, तब हमारी बुद्धिजीवी वर्ग ने इन्हे इनके गुरु और पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपयी के कश्मीरियत नीति का उचित उपासक समझने की बहुत भारी भूल ...
भारतीय राजनीति में व्यक्तित्व का विशेष महत्व माना जाता है। इसी व्यक्तित्व ने अटल बिहारी वाजपयी और नरेंद्र मोदी को सड़क से संसद और प्रधानमंत्री पद तक पहुंचाया था। इसके बाद यही व्यक्तित्व उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा की छवि को हिंदू ...
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रीय राजनीति में हाथ मारने के प्रयास कर रही हैं, किंतु वर्तमान में वो एक विधायक तक नहीं हैं। विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की तो जीत हुई, पर ममता सुवेंदु अधिकारी के सामने अकड़ दिखाने की राजनीतिक अपरिपक्वता के कारण स्वयं ही नंदीग्राम ...