पत्नी की संपत्ति में पति का कोई हक नहीं- सुप्रीम कोर्ट
26 April 2024
जो दर्द भारत ने झेला अब अमेरिका झेला रहा है।
26 April 2024
आरफ़ा खानम शेरवानी का नाम आपने सुना होगा, यदि नहीं सुना है तो हम आपको बता देते हैं, आरफ़ा खानम शेरवानी स्वयं को पत्रकार बताती हैं और वो The Wire नाम की एक कथित न्यूज़ वेबसाइट में काम करती हैं। कांग्रेस की सरकार के समय यह कथित पत्रकार सरकार के ...
Uttar Pradesh Ke Rajyapal kaun hai : उत्तर प्रदेश के राज्यपाल कौन है : शिक्षा एवं पुरस्कार स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Uttar Pradesh Ke Rajyapal kaun hai बारे में साथ ही इससे जुड़े शिक्षा एवं पुरस्कार के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः ...
आरिफ मोहम्मद खान बयान: सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) देश की एकता के प्रतीक माने जाते हैं। आजादी के बाद भारत के एकीकरण में सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान अतुलनीय रहा। देश की 562 रियासतों को भारत संघ में मिलाने का काम सरदार पटेल ने ही किया था और ...
का समझे थे, कि मोदी के विरुद्ध अनर्गल प्रलाप के नाम पर भारत को अपमानित करोगे, नौटंकी करोगे, और बच निकलोगे? देखो भई, हम विशुद्ध भारतीय हैं, वैश्विक मान्यता की हमें विशेष आवश्यकता नहीं है, परंतु यदि कोई व्यक्ति निशंक होकर, स्वच्छ भाव से हमारे विचारधारा को मानता है, और ...
केरल की राजधानी क्या है दर्शनीय स्थल एवं इतिहास स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे केरल की राजधानी क्या है के बारे में साथ ही इससे जुड़े दर्शनीय स्थल एवं इतिहास के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत ...
इतिहास भी बड़ा विचित्र है, यहां ऐसी ऐसी कथाएं हैं, जो कल्पना को भी मीलों पीछे छोड़ दें क्योंकि सत्य को समझ पाना सच में दुष्कर है। यूं ही नहीं कहते, ‘Truth is Stranger than Fiction’। आप भी कभी न कभी सोचते ही होंगे कि जो भारत कभी विश्वगुरु हुआ ...
मजबूत आवाजों की गूंज पूरी दुनिया में सुनाई देती हैं। वर्ष 2014 से पहले जब भारत से प्रधानमंत्री विदेश दौरों पर जाते थे तो उनके लौटने पर यह प्रश्न उठता था कि आखिर भारत को इस यात्रा से क्या मिला? आपके मन में देश के भूतकाल को लेकर ऐसी ही ...
झूठों का कुनबा बहुत बड़ा तो नहीं होता है पर होता तो है, इस कुनबे के लोगों के प्रपंच की कहानी इतनी है कि यह पैसों के भूखे होते हैं, जो दाना डाल दे उसके हो जाते हैं फिर चाहे झूठे साक्ष्य प्रस्तुत कर झूठ का अंबार ही क्यों न ...
कहते हैं कि सावन के अंधे को सबकुछ हरा-हरा ही दिखता है जिन लोगों का पूरा जीवन ही एक खास राजनीतिक दल के चरणों में पड़ा रहने में गुज़रा हो, वे अपने मालिकों के प्रति वफादारी में कोई कमी नहीं छोड़ते हैं। एक दिलचस्प बात यह है कि ये चाटुकार ...
राजनीति एक ऐसा गहरा कुंआ है जिसमें कोई डुबकी लगा भी ले तो अनंत तक जाता जाएगा पर किनारा नहीं पाएगा। एक ऐसा कुआं जो गंतव्य विहीन है, एक ऐसा कुआं जो प्रपंचों से भरा पड़ा है, एक ऐसा क्षेत्र जहां मानवता कम, हैवानियत ज़्यादा दिखाई देती है। हैवानियत इसलिए ...
सावरकर का नाम सुनते ही कांग्रेस का पारा सातवें आसमान पर चढ़ जाता है। आपको बस सावरकर बोलना है और कांग्रेसी तुरंत आपको 'देशद्रोही' साबित करने में लग जाएंगे। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के शासन में तो प्रतिस्पर्धा होती थी कि इस अमर क्रांतिकारी को कौन अधिक अपमानित करेगा, जिसमें ...
पिछले वर्ष पीएम मोदी ने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया था. आइए, इस दिन अखंड भारत के बारे में विस्तार से समझते हैं. अखंड भारत का अभिप्राय उस अविभाजित भारत से है प्राचीन काल में जिसका भौगोलिक विस्तार और सांस्कृतिक प्रभाव ...