जयशंकर प्रसाद: हिंदी साहित्य के एक सच्चे ध्वजवाहक
"अरुण ये मधुमय देश हमारा, जहां पहुंच अंजान क्षितिज को मिलता एक सहारा" यदि इस छंद को आपने पढ़ा हो तो समझ लीजिए कि आपने अपने स्कूल टाइम में हिंदी को गंभीरता से लिया है। अब हिंदी साहित्य वो ...
"अरुण ये मधुमय देश हमारा, जहां पहुंच अंजान क्षितिज को मिलता एक सहारा" यदि इस छंद को आपने पढ़ा हो तो समझ लीजिए कि आपने अपने स्कूल टाइम में हिंदी को गंभीरता से लिया है। अब हिंदी साहित्य वो ...
क्रिकेट में स्लेजिंग तो आप सबने देखी या सुनी तो अवश्य होंगी, परंतु राजनीति में कभी स्लेजिंग सुनी है? इसका कांग्रेस से शत प्रतिशत नाता नहीं है, परंतु कुछ ऐसे लोग हैं, जो वामपंथी लॉबी के अपेक्षाओं के ठीक ...
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पुणे में किसी को भी नहीं बक्शा, न तो उन्होंने चीन को बक्शा, न ही पाकिस्तान को और न ही कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी को। उन्होंने राहुल गांधी का नाम ...
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन की दुखती रग पर एक बार फिर हाथ रख दिया है, इसके साथ ही पाकिस्तान को दोबारा उन्होंने बालाकोट और उरी की कार्रवाई की याद भी दिलाई। एस जयशंकर यहीं नहीं रुके ...
हर कोई आज यही कहता है कि विदेश मंत्री हो तो भई एस जयशंकर जैसा, बेबाक हो तो एस जयशंकर जैसा, निडर हो एस जयशंकर जैसा। जहां जाते हैं माहौल अपने पक्ष में कर लेते हैं। न किसी का ...
एस जयशंकर का नाम सुनकर सबसे पहले आपके दिमाग में क्या आता है? आप निश्चित तौर पर यहीं सोचते होंगे कि इस बार फिर से किसी बड़े देश को लताड़ पड़ी है, संयुक्त राष्ट्र को लपेटे में लिया गया ...
आतंक का नाम सुनते ही सबसे पहले एक ही देश की छवि मन-मस्तिष्क में उभरती है, वो है पाकिस्तान। पाकिस्तान और आतंकवाद एक दूसरे के पर्याय बन चुके हैं। पाकिस्तान बर्बादी के दौर से गुजर रहा है, वहां महंगाई ...
'What's in a name? That which we call a rose by any other name would smell just as sweet.' यानी नाम में क्या ही रखा है? हम गुलाब को किसी भी नाम से पुकारे, उसकी सुगंध जस की तस ...
Religious freedom list: भूमिका नहीं बनाऊंगा, सीधे पॉइंट पर बात करूंगा... अमेरिका के अंदर आज भारत की वज़ह से झगड़ा हो रहा है। जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने उन देशों को ब्लैकलिस्ट में ...
इस दुनिया में तकरीबन हर खराब चीज बदली जा सकती है लेकिन अगर कुछ नहीं बदली जा सकती है तो वह है किस्मत। लेकिन वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को देखकर यह कहा जा सकता है कि अगर ...
दिन में चार से पांच घंटे की नींद, दिन-भर 135 करोड़ लोगों के मुद्दों की चिंता और चौबीसों घंटे विपक्षी पार्टियों और अपने विरोधियों के असंख्य वार, इसके बावजूद मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत विश्व पटल अपनी अमिट ...
एस जयशंकर, मोदी सरकार के ऐसे मिसाइल जो कहीं भी और कभी भी तथ्यों के साथ किसी की भी बजा देते हैं। मोदी सरकार में विदेश मंत्रालय को फ्री हैंड दे दिया गया है और एस जयशंकर, पीएम मोदी ...
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