जयशंकर को ज्ञान देने चले थे राहुल गांधी और केजरीवाल, लग गई
एस जयशंकर का नाम सुनकर सबसे पहले आपके दिमाग में क्या आता है? आप निश्चित तौर पर यहीं सोचते होंगे कि इस बार फिर से किसी बड़े देश को लताड़ पड़ी है, संयुक्त राष्ट्र को लपेटे में लिया गया ...
एस जयशंकर का नाम सुनकर सबसे पहले आपके दिमाग में क्या आता है? आप निश्चित तौर पर यहीं सोचते होंगे कि इस बार फिर से किसी बड़े देश को लताड़ पड़ी है, संयुक्त राष्ट्र को लपेटे में लिया गया ...
आतंक का नाम सुनते ही सबसे पहले एक ही देश की छवि मन-मस्तिष्क में उभरती है, वो है पाकिस्तान। पाकिस्तान और आतंकवाद एक दूसरे के पर्याय बन चुके हैं। पाकिस्तान बर्बादी के दौर से गुजर रहा है, वहां महंगाई ...
'What's in a name? That which we call a rose by any other name would smell just as sweet.' यानी नाम में क्या ही रखा है? हम गुलाब को किसी भी नाम से पुकारे, उसकी सुगंध जस की तस ...
Religious freedom list: भूमिका नहीं बनाऊंगा, सीधे पॉइंट पर बात करूंगा... अमेरिका के अंदर आज भारत की वज़ह से झगड़ा हो रहा है। जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने उन देशों को ब्लैकलिस्ट में ...
इस दुनिया में तकरीबन हर खराब चीज बदली जा सकती है लेकिन अगर कुछ नहीं बदली जा सकती है तो वह है किस्मत। लेकिन वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को देखकर यह कहा जा सकता है कि अगर ...
दिन में चार से पांच घंटे की नींद, दिन-भर 135 करोड़ लोगों के मुद्दों की चिंता और चौबीसों घंटे विपक्षी पार्टियों और अपने विरोधियों के असंख्य वार, इसके बावजूद मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत विश्व पटल अपनी अमिट ...
एस जयशंकर, मोदी सरकार के ऐसे मिसाइल जो कहीं भी और कभी भी तथ्यों के साथ किसी की भी बजा देते हैं। मोदी सरकार में विदेश मंत्रालय को फ्री हैंड दे दिया गया है और एस जयशंकर, पीएम मोदी ...
जब किसी पर भीगे हुए जूतों से वार किया जाता है तो पड़ोस में बैठे व्यक्ति पर भी पानी के छीटें पहुंच ही जाते हैं। भीगे जूतों से वार करने का फायदा ये भी होता है कि एक तीर ...
कहते हैं कि यदि पंचों की ताकत कम हो तो उनका फैसला कोई नहीं मानता, न्यायालय यदि एक दो बार गलत फैसले दे दें तो उनकी विश्वसनीयता भी खत्म हो जाती है। समय के साथ यदि इंसान या संस्थान ...
पश्चिमी देशों का जोर हमेशा से इस बात पर रहा है कि कैसे भी करके भारत को कमजोर किया जाए। इन लोगों ने हमेशा भारत की संस्कृति से लेकर यहां की एक-एक चीज को हीन भावना से देखा है। ...
भारत हमेशा से ही अपने उसूलों और अपनी रणनीति के हिसाब से चलने वाला देश रहा है। इसी कारण इतनी बड़ी कोरोना महामारी का उसने डटकर सामना किया और आज देश वासियों को इससे लगभग मुक्त कर दिया है ...
विश्व में अपनी जयजयकार कराने के लिए आपको युद्ध जीतना ही आवश्यक नहीं, कभी कभी स्पष्ट विचार और निर्भीक दृष्टिकोण पर्याप्त है। आप कहोगे कि ऐसे लोग आदर्शवादी होते हैं, ये केवल कागज़ के सिंह होते हैं परंतु यदि ...
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