जहांगीपुरी जैसी घटनाओं का एकमात्र समाधान बुलडोजर मॉडल है
जब तक तोड़ेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं। इस फ़िल्मी डायलॉग को कभी-कभी असल जिंदगी में भी अमल में लाने की आवश्यकता पड़ जाती है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि लातों के भूत बातों से न आजतक ...
जब तक तोड़ेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं। इस फ़िल्मी डायलॉग को कभी-कभी असल जिंदगी में भी अमल में लाने की आवश्यकता पड़ जाती है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि लातों के भूत बातों से न आजतक ...
कभी कभी ज़्यादा मीठा होना भी घातक हो जाता है, देश में एक तबका ऐसा भी है जो इस मिठास को मजबूरी या विवशता समझ समाज को दूषित और बर्बाद करने का षड्यंत्र रचता है। जब से देश में ...
इतिहास साक्षी रहा है कि जब जब भारत के लोग भारत की भौगोलिक परिधि को पार कर दूसरे राष्ट्र में गए हैं, तब तब उन्होंने वहां की सभ्यता को और अधिक परिष्कृत और संपन्न किया है। आप अगर चाहे ...
तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर जबरदस्ती कब्जा करने से दुनिया भर में यह आशंका पैदा हो गई है कि यह इस क्षेत्र में मानवीय आपदा को जन्म दे सकता है। जैसा कि 2011 में सीरिया में गृहयुद्ध की शुरुआत के ...
अगर किसी को कोई गंदी लत लग जाए तो बड़ी मुश्किल से छूटती है। ऐसा तभी संभव होता है, जब वह इस लत को छोड़ना चाहता है। कांग्रेस पार्टी के अंदर तो बुरी आदतों की लत की कोई सीमा ...
कुछ लोग मौकापरस्ती के अनुसार इतनी जल्दी खुद को बदलने में माहिर होते हैं कि उनकी शातिर हरकतें गिरगिट को भी शर्म आ जाये। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की चार्जशीट के अनुसार दिल्ली दंगों का मास्टर माइंड और ...
यदि कोई हमारे उपमहाद्वीप के प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास को तर्कसंगत तरीके से देखता है, तो उसे यह निष्कर्ष प्राप्त होगा कि विश्व का सबसे पुराना धर्म, हिंदू धर्म, क्षेत्र और अनुयायियों की क्षति के मामले में सबसे अधिक ...
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत वैधानिक निकाय राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) ने हाल ही में एक ऐसे रहस्योद्घाटन को उजागर किया है, जो अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण लाभों के कार्यान्वयन में कई विसंगतियों ...
Assam church survey order: कुछ लोग सत्ता की भूख में इस कदर पगला जाते हैं कि उनके लिए वास्तविकता को स्वीकार करना बड़ा ही कठिन हो जाता है। वो जनता की भलाई को दरकिनार करके बस अपनी कुर्सी, अपनी ...
एक पोस्ट आपको भौकाल से 'वोकानंद' बना सकता है और एक पोस्ट आपको इस्लामिस्टों के कोपभाजन का शिकार भी बना सकता है। अंतर आपकी विचारधारा का है बस। कुछ ऐसा ही हुआ बांग्लादेशी क्रिकेटर लिटन कुमार दास के साथ, ...
भारतीय राजनीति में एक कहावत प्रचलित रही है कि बंगाल जो आज सोचता है कुछ वैसा ही देश में भी एक समय के बाद घटित होता है। बंगाल को सदैव ही बुद्धिजीवियों की भूमि माना जाता रहा है लेकिन ...
रोहिंग्या मुसलमान देश की अखंडता के लिए कैंसर जैसे हैं। वो देश की अखंडता व एकता के लिए खतरा हैं। भारत के कुछ गिने चुने अवसर वादी नेताओं को छोड़ पूरी दुनिया से अभी तक रोहिंंग्या मुसलमानों के प्रति ...
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