'मोहनदास करमचंद गांधी' के लिए खोज परिणाम

प्रिय कांग्रेस, कैंसल कल्चर प्रारंभ करना ही है तो सबसे पहले गांधीजी से ही प्रारंभ करो

जब से इस पृथ्वी पर राहुल गांधी का आगमन हुआ तब से लेकर आज तक उन्हें पूरी कांग्रेस एक युवराज की भांति सम्मान देती आ रही है और गांधी परिवार की चापलूसी करने में तो इस पार्टी के नेता ...

गांधी जी पर निबंध

गांधी जी पर निबंध स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे की गांधी जी पर निबंध के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है ...

लाल बहादुर शास्त्री की हत्या किसने की? संभावित संदिग्ध- CIA और इंदिरा गांधी!

हां हां, ज्ञात है, 2 अक्टूबर को बैरिस्टर मोहनदास करमचंद गांधी का जन्मदिन मनाया जाता है, परंतु 2 अक्टूबर को एक ऐसे व्यक्ति का भी जन्मदिवस है जिन्होंने अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल में विपरीत परिस्थितियों में असंभव को भी ...

इंदिरा से लेकर वरुण तक, ‘गांधी उपनाम’ अभिशाप का पर्याय बन गया है

व्यक्ति जिस चीज पर कभी-कभी सबसे ज्यादा गर्व करता है, वही उसके लिए कैसे सबसे बड़ा अभिशाप बन सकती है, ये अगर किसी को देखना है, तो कृपया गांधी परिवार को देखिए।  कांग्रेस ‘गांधी’ उपनाम पर गर्व करती है, ...

तानाशाही के मामलें में राहुल गांधी Modern इंदिरा गांधी हैं

वंशवाद स्वार्थ को जन्म देता है। स्वार्थ लालच, सनक और चाटुकारिता को और यही सनक और चाटुकारिता तानाशाही में परिवर्तित हो जाती है। इसी तानाशाही से चाटुकारिता, अयोग्यता और अनैतिकता का सृजन होता है। अगर इस प्रक्रिया को शब्दों ...

गांधी जयंती : गांधी जी का जन्म कब और कहाँ हुआ था

गांधी जी का जन्म कब हुआ था? Mahatma Gandhi ka Janm kab hua tha? अक्सर कई स्कूलों में और कॉलेज तक में यह प्रश्न पूछा जाता है की गांधी जी का जन्म कब हुआ था? और यकीन मानिये कई ...

चांदी की चम्मच मुंह में लेकर पैदा होने वाले राहुल गांधी, आप वीर सावरकर कभी नहीं हो सकते!

हाल ही में कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरने के लिए ‘भारत बचाओ रैली’ का आयोजन किया था। यह रैली दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस ने आयोजित कराई थी, जिसमें गांधी परिवार और पी चिदम्बरम समेत पार्टी की ...

श्री औरोबिन्दो: निस्संदेह एक उत्तम भारतीय बुद्धिजीवी जिन्हे कभी उनका उचित सम्मान नहीं मिला

जब भारतीय बुद्धिजीवियों की बात हो, तब आपके मस्तिष्क में किनके नाम आते हैं? एपीजे अब्दुल कलाम, अमर्त्य सेन, शशि थरूर जैसे लोगों के ना? अगर तनिक पीछे जाएँ, तो स्मरण में स्वामी विवेकानंद, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, या ...

११ फिल्में जो ऑस्कर के बेस्ट पिक्चर के योग्य बिलकुल नहीं थी!

अकादमी पुरस्कार, जिसे ऑस्कर के नाम से भी जाना जाता है, लंबे समय से फिल्म निर्माण में उत्कृष्टता के लिए सर्वोच्च मान्यता के रूप में प्रतिष्ठित है। हालाँकि, इसके पूरे इतिहास में, ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जहाँ सर्वश्रेष्ठ ...

JNU screening: एक एक कर सभी वामपंथी किले ध्वस्त कर रही “The Kerala Story”

Kerala Story JNU screening: अपने प्रतिद्वंद्वी को नष्ट करने का सबसे अच्छा तरीका उसे अनदेखा करना है, जैसे कि वह व्यक्ति कभी अस्तित्व में ही नहीं था। संस्थानों के साथ-साथ रचनात्मक परियोजनाओं के लिए भी यही बात लागू होती ...

गोपीनाथ बोरदोलोई : असम के रक्षक!

हमारे देश का इतिहास बड़ा विचित्र है। जब बात आती है देश के नायकों को उचित सम्मान देने की, तो उन्हे अखबार का एक स्तम्भ भी प्राप्त नहीं होता। परंतु जब बात आती है देश का अहित चाहने वालों, ...

The Guruji Effect: एम एस गोलवलकर वह व्यक्ति जिनके कारण RSS अपने वर्तमान स्वरूप में विद्यमान है

किसी वस्तु या संस्थान का प्रारंभ करना एक बात है परंतु उसे आगे बढ़ाना और उसकी सशक्त नींव स्थापित करना बिल्कुल ही अलग। आज RSS जैसी भी हो, आपके जो भी विचार हों, परंतु आप इस बात को बिल्कुल ...

पृष्ठ 2 of 6 1 2 3 6

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team