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देश में महंगाई कंट्रोल करने में पीएम मोदी रहे सबसे सर्वश्रेष्ठ।  

भारत के राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर पीएम मोदी की लोकप्रियता और चुनावी जीत का श्रेय चार प्रमुख कारकों को देते हैं: हिंदुत्व के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता, राष्ट्रवाद का एक नया रूप, भाजपा की वित्तीय और संगठनात्मक ताकत, और ...

बंगाल में कराए गए एक सर्वे में मोदी आज भी लोगों की पहली पसंद

पूरे भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता अब पश्चिम बंगाल तक बढ़ गई है, जिससे ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है। एक सर्वे से पता चला ...

आतंक का विरोध और हमास प्रेम की खोलने पर राजीव चंद्रशेखर के विरुद्ध केरल में FIR दर्ज!

ऐसा लगता है कि केरल पुलिस केरल में Jehovah's Witness समुदाय पर हाल के हमलों का वास्तविक विवरण साझा करने के लिए बहुत उत्सुक नहीं है। यही कारण है कि उन्होंने कथित तौर पर मौजूदा सरकार के इशारे पर ...

कोर्ट ने दिया गौतम नवलखा को झटका

इसमें कोई दो राय नहीं है कि भारत की सुरक्षा के लिए कट्टरपंथी जितना बड़ा खतरा है, नक्सलवाद भी उतना ही खतरनाक है, चाहे वह जंगलों से संचालित हो, या फिर शहर से। इसी परिप्रेक्ष्य में वामपंथी गिरोह भीमा ...

“पुलिस-प्रशासन तय नहीं कर सकते कि…” हाईकोर्ट ने ‘भगवा’ रंग विवाद को लेकर आईना दिखा दिया

Kerala Temple-Saffron Flag: सनातन धर्म में भगवा रंग का विशेष महत्व है। सनातन हिंदू मंदिरों से लेकर विभिन्न प्रकार की पूजन सजावटों और सांस्कृतिक प्रतिष्ठानों में भगवा रंग का प्रयोग किया जाता है। परंतु वामपंथियों और इस्लामिक कट्टरपंथियों को ...

जेएनयू कैसे बन गया वामपंथियों का अड्डा?

देश की राजधानी नई दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय स्थिति है जो  आए दिन यहां के छात्रों की हरकतों के चलते देशभर में चर्चा का विषय बना रहता है। वामपंथ का गढ़ कहे जाने वाले इस विश्वविद्यालय के छात्र ...

चुनावी विश्लेषण: क्या विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपामय होगा तेलंगाना ?

बीजेपी दक्षिण भारत की राजनीति में विस्तार करने की कोशिश में है। कर्नाटक के बाद यदि पार्टी दक्षिण भारत में कहीं सबसे ज्यादा अपना जोर लगाती है तो वह सीधे तौर पर तेलंगाना ही है। अब आप कहेंगे कि ...

वामपंथियों के गुरुओं की गलतियां गिनाने लगीं कविता कृष्णन

वामपंथी कब किसके प्रति अपना व्यवहार बदल लें कहना मुश्किल है। कुछ ऐसा ही हाल भारत में वामपंथ का झंड़ा बुलंद करने वाली सीपीआई (एमएल) की चर्चित नेता रहीं कविता कृष्णन का है। वामपन्थियों का क्या है वो तो ...

केसीआर और नीतीश कुमार एक दूसरे का माथा फोड़ने पर तुले हैं और इनको पीएम बनना है

क्या ही नेता बनेगा रे तू? क्या ही पीएम बनेगा तू। जब गांव में पड़ी मरी, सबको अपनी-अपनी पड़ी अर्थात जब एक समूह गोते खाने लगा तो उसको उस समूह की नहीं बल्कि अपनी चिंता पहले हुई। कुछ ऐसा ...

कम्युनिस्ट भारत विरोधी हैं क्योंकि उनकी निष्ठा ‘एक मात्र पितृभूमि’ से है

जब बीज में ही मिलावट हो तो नतीजा भी तो मिश्रित या मिलावट से भरपूर आएगा। अब जिस पार्टी की उत्पत्ति ही राष्ट्र से नहीं हुई हो बल्कि ब्रांच की भांति अन्य देशों से प्रेरित होकर एक शाखा भारत ...

कम्युनिस्ट पार्टी ‘पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर’ को भारत का नहीं मानती?

कुछ लोग अपनी हरकतों से कभी भी बाज़ नहीं आते। इनके स्वभाव में ही होता है कि भारत के अहित में बात करनी है या कार्य करना है और हमारे देश की वामपंथी बिरादरी इस मामले में टॉप पर ...

भ्रम में मत रहिए, राजनीतिक लाभ के लिए इंदिरा गांधी ने किया था बैंकों का राष्ट्रीयकरण

इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) जब भारत की प्रधानमंत्री थीं तब देश में आपातकाल लगाया गया था। आज भी उस आपातकाल (emergency) के काले दिनों की चर्चा समय-समय पर होती रहती है। लेकिन क्या आपको पता है कि इंदिरा गांधी ...

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