CM जयराम ठाकुर अब सुप्त अवस्था से बाहर निकलिए क्योंकि दरवाजे पर दस्तक दे चुके हैं खालिस्तानी
जब-जब, जो-जो होना है, तब-तब, सो-सो होता है। यह सकारात्मक नज़रिये से तो एकदम सही है पर जब यह नकारात्मक रुख अपना लेता है तब वहां से असल समस्या शुरू होती है। यही हाल खालिस्तान की चाह रखने वाले ...