अब अमेरिका ने भी कनाडा से मुंह मोड़ा!
Michael Rubin comments: अगर जस्टिन ट्रूडो ने डिप्लोमेसी का डी भी पढ़ा होता, तो उसे ज्ञात होता कि भारत से पन्गा मोल लेना कोई लाभ का सौदा नहीं! परन्तु सत्ता के मद में चूर इस जड़बुद्धि ने वही किया ...
Michael Rubin comments: अगर जस्टिन ट्रूडो ने डिप्लोमेसी का डी भी पढ़ा होता, तो उसे ज्ञात होता कि भारत से पन्गा मोल लेना कोई लाभ का सौदा नहीं! परन्तु सत्ता के मद में चूर इस जड़बुद्धि ने वही किया ...
अब पाकिस्तान के राजनीतिक धुरंधर माने जाने वाले इमरान खान आधिकारिक रूप से सलाखों के पीछे हैं. परन्तु कुछ बातें ऐसी भी सामने आई है, जिसके बाद ये स्वीकारना असंभव है कि केवल जनाक्रोश एवं विपक्ष की एकजुटता के ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्तमान संयुक्त राज्य अमेरिका यात्रा ने वैश्विक राजनीतिक मंच पर सुर्खियां बटोर ली हैं। हालाँकि इसे ऐतिहासिक उपलब्धियों, मुखर विरोध और विश्व मंच पर भारत के उभरते कद के प्रदर्शन द्वारा चिह्नित किया गया है, ...
एक ओर पाकिस्तान पूरी तरह से बिखरने की ओर अपने कदम बढ़ा चुका है। वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई वर्षों बाद अमेरिकी दौरे के लिए तैयार हैं। परंतु इसी बीच अमेरिका ने सिद्ध कर दिया कि क्यों ...
Donald Trump arrest: कुछ लोगों को उन्ही की भाषा में जब तक कोई बात न बताएँ, उन्हे स्थिति समझ में नहीं आती। यह बात अमेरिका पर शत प्रतिशत लागू होती है, जिसे न जाने क्यों भारत समेत कई देशों ...
आपने कभी न कभी मोहल्ले में एक “बिट्टू की मम्मी” अवश्य देखी होंगी। ये ऐसे प्राणी होते हैं, जिनके खुद के घर में भले ही आग लग जाए, परंतु ये दूसरे के घर में तांक झांक न करें, ऐसा ...
India US MoU on semiconductors: किसी ने सत्य ही कहा है, "जब दोस्त बनके काम किया जा सकता है, तो दुश्मनी की क्या ज़रूरत" इसी पद्धति पर आगे बढ़ते हुए अमेरिका और भारत एक महत्वपूर्ण संधि पर हस्ताक्षर कर ...
जो दिखता है, आवश्यक नहीं कि वही सत्य हो। पिछले कुछ दिनों से अमेरिका कुछ ही ज़्यादा “भारत का हितैषी” दिखने को उद्यत है। वह संसार को यह दिखाना चाहता है कि भारत के लिए यदि कोई सबसे अधिक ...
पड़ोसी देश पाकिस्तान कंगाल हो चुका है, यह सर्वविदित है। वहां दाने-दाने के लाले पड़े हुए हैं। पाकिस्तान दर-दर जाकर ऋण रुपी भीख मांग रहा है। ऐसे में अब एक बार फिर चीन पाकिस्तान को ऋण देने के लिए ...
भारत अमेरिका संबंध: इन दिनों अमेरिका, भारत का बहुत बड़ा हितैषी बन रहा है। आर्थिक संबंधों से लेकर सामरिक संबंधों तक अमेरिका बार-बार व्यापक परिर्वतन करने को उद्यत दिखाई देता है। दूसरी ओर विपक्षी पार्टी यानी रिपब्लिकन पार्टी भी ...
जात पात से आपको कोई वास्ता नहीं? जातिवाद के खेल से बचने हेतु अमेरिका प्रवास कर रहे हैं? तो बड़े भोले हैं आप, क्योंकि सनातन धर्म से घृणा की विषबेल ने अमेरिका में भी अपने पाँव जमा लिए हैं। ...
जब अमेरिका किसी के साथ किसी भी प्रकार की साझेदारी प्रारंभ करना चाहता है, तो विगत कुछ वर्षों के अनुभवों से इतना तो स्पष्ट है कि उसके पीछे इस देश का अपना कोई स्वार्थ तो अवश्य है। ये बात ...
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