'अली जिन्ना' के लिए खोज परिणाम

कनाडा खालिस्तानियों का अड्डा कैसे बन गया? भिंडरावाले से लेकर जगमीत सिंह तक की कहानी

विभाजन से पहले और बाद में भी भारत को खंडित करने वाली ताकतें हमेशा से ही मौजूद रही हैं। देश को पहली बार तोड़ने का षड्यंत्र मोहम्मद अली जिन्ना ने रचा था और वो अपनी इस षड्यंत्र में सफल ...

ईसाई मिशनरियों की उपज था द्रविड़ आंदोलन? सबकुछ जान लीजिए

आखिर वही हुआ जिसका अंदेशा सभी को था और आखिर वही सिद्ध हुआ जिसके बारे में बोलते सब थे परंतु स्पष्ट तौर पर बात कोई नहीं करता था। तमिलनाडु में हिंदू विरोध की जो विषबेल द्रविड़ आंदोलन के नाम ...

राजनाथ सिंह– वो व्यक्ति जिसके प्रति भाजपा से लेकर सम्पूर्ण राष्ट्र कृतज्ञ है

“हम इसकी कड़ी से कड़ी निन्दा करते हैं....” यह लाइन हमने सोशल मीडिया पर कभी न कभी तो अवश्य सुनी होगी। पर इस लाइन का उपहास जितनी बार जाने अनजाने हम सभी ने उड़ाया है न, उस व्यक्ति के ...

मुल्ला, मौलाना और कथित बुद्धिजीवी मजे में, उनके भड़काए चेलों पर लाठियां और बुलडोजर

“जब कुर्बानी दी जाती है तो हमेशा सिपाही की दी जाती है, राजा और राजकुमार तो जिंदा रहते हैं।” मिर्जापुर के इस संवाद का अपना अलग ही अर्थ है, क्योंकि घर फूँक कर तमाशा देखने का सबसे स्पष्ट उदाहरण ...

सीएम योगी ने सावरकर की ‘Two Nation Theory’ पर वाम उदारवादी एजेंडे को तोड़कर रख दिया

सावरकर माने तेज, सावरकर माने त्याग, सावरकर माने तप, सावरकर माने तत्व, सावरकर माने तर्क, सावरकर माने तारुण्य, सावरकर माने तीर, सावरकर माने तलवार। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सभी विपक्षियों को यह बात पुनः ...

कांग्रेसियों ने देश को ‘गलत इतिहास’ पढ़ाया लेकिन उसे सुधारने में सबसे आगे निकला हरियाणा

ब्रिटिश शासन के दौरान हुए सामाजिक शोषण के बाद जब देश 1947 में आज़ाद हुआ तब देश दो टुकड़ों में विभाजित हो गया था। भारत से जो दूसरा देश टूट कर अलग हुआ, वो था आतंक परस्त पाकिस्तान।आज़ादी के ...

हिजाब विवाद: क्यों आपको अपने आदर्शों को बुद्धिमानी से चुनने की आवश्यकता है

अक्सर हमारे मन में एक सवाल कचोटता है कि आखिर क्या कारण है मुस्लिम समाज हमेशा उन लोगों को अपना नायक और प्रतिनिधि चुनता है, जो भारत दर्शन के विरोधी हैं या फिर उनमें भारत विरोध की छवि प्रतिबिंबित ...

भारतीय स्वतंत्रता की वास्तविक कहानी-अध्याय 5: द्विराष्ट्र सिद्धांत का असली गुनहगार

क्या आप जानते हैं? कौन थे द्विराष्ट्र सिद्धांत के प्रथम प्रतिपादक और सूत्रधार अल्लामा इकबाल या वीर सावरकर कट्टर मुस्लिम अल्लामा इकबाल को क्यों भारत में एक नायक के रूप में स्थापित करने का स्पष्ट प्रयास किया गया जब ...

भारत की स्वतंत्रता की वास्तविक कहानी- अध्याय 3: क्यों और कब कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज को अपने मूल सिद्धांत के रूप में अपनाया?

आजकल के हमारे युवाओं से अगर कोई पूछे कि लोकतंत्र क्या है, तो 'टप्प-से' उनके मुख से अब्राहम लिंकन की "...of the people, by the people, For the people" वाली परिभाषा की अमृतवाणी झड़ने लगती है। परंतु अगर इसी ...

कैफ़ी आज़मी: वो कवि जिसने पाकिस्तान पर प्यार लुटाया और सोमनाथ मंदिर का उपहास उड़ाया

'लाज़िम है कि हम भी देखेंगे’, फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की इस पंक्ति को आपने CAA विरोधी प्रदर्शनों में अवश्य सुना होगा। लेकिन इसका एक अनोखा दृष्टिकोण आज सामने आया। यूं तो विवादों से जावेद अख्तर का बहुत पुराना नाता ...

दिल्ली में अवैध रोहिंग्याओं की खातिरदारी के बजाय पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों को दिया जाना चाहिए उनका हक

पाकिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक अत्याचार झेल रहे हिंदू शरणार्थी को अपना घरबार छोड़कर मजबूरी में भारत में शरण लेनी पड़ती है। जब भारत अंग्रेजों का गुलाम था, तब लाखों हिंदुओं ने महात्मा गांधी के आवाहन पर कांग्रेस के ...

मिलिए देश के ‘सबसे घटिया’ शिक्षा मंत्रियों से

शस्त्र और शास्त्र, ये दोनों ही राष्ट्र निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन जिसे अपने शास्त्रों का आभास नहीं, वो समय आने पर शस्त्रों का भी अनुकूल उपयोग नहीं कर पायेगा। इसीलिए शायद आचार्य चाणक्य ने  कहा ...

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