भारतीय खेलों के वह ७ अभूतपूर्व क्षण, जिन्होंने देश का भाग्य बदल दिया!
गए वो दिन, जब ताने लगते थे, "पढोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे, बनोगे ख़राब!" आज खेल केवल शौक तक सीमित नहीं है, ये अभूतपूर्व उपलब्धियों का वो मंच है, जहाँ अनेक भारतीय अपना भाग्य आजमाने को लालायित हैं. ...