'इतिहासकार' के लिए खोज परिणाम

सरल विवेकहीन अज्ञानी साधारण हिंदू

यदि कोई हमारे उपमहाद्वीप के प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास को तर्कसंगत तरीके से देखता है, तो उसे यह निष्कर्ष प्राप्त होगा कि विश्व का सबसे पुराना धर्म, हिंदू धर्म, क्षेत्र और अनुयायियों की क्षति के मामले में सबसे अधिक ...

आखिर अरुण शौरी को वास्तव में क्या हुआ है?

अरुण शौरी जो एक बुद्धिजीवी, पत्रकार और शानदार लेखक थे और फिर बाद में उनकी अधूरी महत्वकांक्षाएं, उनकी उम्र और ईर्ष्या सामने आई। जिस अरुण शौरी को आज हम जानते हैं वह एक बुजुर्ग इंसान है, और नरेंद्र मोदी ...

सुनिए शशि थरूर के बोल बचन, ग़ुलामी का ऐसा जस्टिफ़िकेशन और कहीं नहीं मिलेगा

थिम्फू के माउंटेन एकोस लिटेररी फेस्टिवल में अपने शब्दों से मानो शशि थरूर ने बरईय्ये के छत्ते में हाथ डाल दिया है। जिन शब्दों से राजनैतिक इरादों की बू साफ निकल रही थी, थरूर ने कहा की उनका मानना ...

इन अद्भुत प्रमाणों को देखे और स्वयं निर्धारित करें कि आप अभी भी रामायण महाभारत को मिथ्या कहेंगे

जिसे भी आज हम इतिहास कहते हैं, शायद भविष्य में वो मिथ्या होगी, और जिसे आज हम मिथ्या कहते हैं, वो किसी जमाने में इतिहास था। हाल ही में हावर्ड विश्वविद्यालय आने वाले सेमेस्टर में ‘इंडियन रेलीजियंस थ्रू थेर ...

कभी सोचा है क्यों ओडिशा का इतिहास स्कूलों में नहीं पढ़ाया जाता?

इस लेख को अंग्रेजी में पढने के लिए यहाँ क्लिक करें  हजारों वर्ष पहले, महानदी के तट पर शिकार करते हुये केसरी वंश के एक राजकुमार अपने साथियों से काफी दूर चले गए। घंटों तक भटकने के बाद ये ...

देवदत्त पटनायक – महाज्ञानी या एक बहुत बड़ा पाखंडी?

सीमित सोच का एक जीता जागता उदाहरण है देवदत्त पटनायक सभी आधुनिक भारतीय इतिहासकार, सभी आधुनिक भारतीय शिक्षाविद, सभी आधुनिक भारतीय विचारकों मे एक समानता है, वे हिन्दू धर्म को हमेश अब्राहमिक या सेमिटिक चश्मे से देखते है। इसी ...

1400 साल से ये शर्मनाक खेल बदस्तूर जारी है

एक न्यूज़ चैनल ने हाल ही में भारत के सबसे “प्रगतिशील और आदर्श राज्य” केरल में हो रहे धर्मांतरण के धंधे पर एक सनसनीखेज खुलासा किया, विशेषकर एक मुस्लिम बहुल जिले में। इस पत्रकार  ने केरल के कसरगोद जिले ...

इस्लामिक आतताइयों ने कई मंदिर ढहाए पर इस मंदिर का कुछ नहीं बिगाड़ पायी

पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर से कोई बेवकूफ़ ही अपरिचित होगा अपने भारत में। एक आम हिन्दू को अपने जीवन काल में जिन पवित्र चार धामों की यात्रा करनी है, ये उन्ही में से एक ऐसा धाम है। जगन्नाथ ...

इन भारतीय शहरों के नाम सबसे पहले बदल देने चाहिए

दुनिया में ये एक आम रीति है की शहरों, सड़कों और इलाकों को प्रसिद्ध लोगों के नाम देना, पर कभी भारत आइये, यहाँ तो अजब ही लीला है। यहाँ कई भारतीय शहरों के नाम लुटेरों, बलात्कारियों, सामूहिक हत्यारों के ...

आरम्भ हो चुका है भारत के इतिहास के भगवाकरण का

हाल ही में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद ने अपने इतिहास विषय के वर्तमान पाठ्यक्रम में संशोधन कराया है, और मैं गर्व से यह कहना चाहूँगा, की स्वतन्त्रता के सालों बाद, आखिरकार सच्चा भारतीय इतिहास राजस्थान में ही सही, पर ...

आखिर इन वामपंथियों ने यह कहाँ पढ़ लिया है की भगत सिंह वामपंथी थे?

जब भी 23 मार्च आती है, तब जहाँ भारत की जनता, परम राष्ट्रवादी शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि अर्पित करती और नमन करती है, वहीं वामपंथी जमात भगत सिंह को बेचने लगती है। कांग्रेस, जिसने भगत ...

वामपंथ ही आधुनिक युग का ब्राह्मणवाद है

वामपंथ ही आधुनिक युग का ब्राह्मणवाद है बचपन से ही हम पढ़ते आ रहे हैं कि सदियों पहले से भारत एक ऐसा भू-खंड रहा है जो अपने प्राकृतिक संसाधनो एवं जलवायु विविधता कारण विदेशियों को आकर्षित करता रहा है ...

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