'न्यायमूर्ति' के लिए खोज परिणाम

नरेंद्र मोदी सरकार का लक्ष्य सभी को ‘ईज ऑफ जस्टिस’ मुहैया कराना है

क़ानून के समक्ष सभी एक समान होते हैं। कोई पक्षपात न हो जाए इसलिए आँख पर पट्टी बांध सबको समान रखने की प्रक्रिया में कानून को अंधा तक कहा जाता है। ऐसे में यह आवश्यक है कि न्याय अंतिम ...

पूजा स्थल अधिनियम 1991 पर पहली ‘स्ट्राइक’ हो गई है

ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वेक्षण जितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है उतनी ही तेजी से 31 साल पुराना एक क़ानून चर्चा में आ रहा है। यह एक ऐसा क़ानून है जो कहता है कि अगर ये सिद्ध भी होता ...

‘आलोचना की एक सीमा होती है’, जज साहब कहिन

भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जहां हर किसी को किसी भी मामले पर प्रश्न उठाने की पूरी स्वतंत्रता है। परंतु जब बात न्यायपालिका की आती है, तो वो किसी को जवाब देने के लिए बाध्य नहीं हैं। यह आवश्यक ...

ईडी ने कांग्रेस नीत विपक्ष को दिया रियलिटी चेक

"गए थे हरि भजन को, ओटन लगे कपास", आज कांग्रेस की वास्तविक स्थिति यही हो चुकी है। एक तरफ तो वो हाथ-पैर मार रही है तो वहीं दूसरी तरफ उसे लताड़ ही मिल रही है। अब प्रवर्तन निदेशालय शक्तियों ...

‘मीडिया कंगारू कोर्ट चला रही है’, मी लॉर्ड के इस बयान का विश्लेषण

बीते कुछ समय से न्यायपालिका को लेकर लोगों ने प्रश्न उठाए हैं। कुछ टिप्पणियों ने तो खूब वाद विवाद फैलाए। उनमें से एक था भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को देश में हो रही हिंसा और खराब माहौल ...

जुबैर को जमानत मिलेगी इसका अंदेशा तो पहले से था लेकिन SIT को भंग करने की क्या आवश्यकता थी?

"होने न होने का क्रम इसी तरह चलता रहेगा। हम हैं, हम रहेंगे, ये भ्रम भी सदा पलता रहेगा।'' आज भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की यह पंक्तियां ज़ुबैर मामले में पूर्ण रूप से चरितार्थ हो रही ...

मी लॉर्ड चाहते हैं कि सरकार जमानत पर नया कानून बनाए, आरोपियों की रिहाई प्रक्रिया सरल हो

आलस बुरी बला है, यह बचपन से ही हम लोगों को पढ़ाया जाता है पर पढ़े-पढ़ाए को ये याद रखवाना कभी-कभी बहुत जटिल हो जाता है। अब हालिया उदाहरण है हमारी न्यायपालिका का जो आरोपितों की जमानत के संबंध ...

पूर्व जजों और नौकरशाहों ने जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस पारदीवाला को सत्य से अवगत करा दिया

नूपुर शर्मा की एक टिप्पणी ने कई ऐसे चेहरे और सोच को उजागर कर दिया जो अंदरखाने कितनी मलीन बुद्धि के थे अभी तक किसी को उसका अनुमान तक नहीं था। न्याय देने का काम जिनके जिम्मे है वो ...

“नूपुर शर्मा और उनकी हल्की जुबान ने देश में आग लगा दी है”: सुप्रीम कोर्ट

कुछ भी हो जाए कितनी भी देर क्यों हो जाए या कितना भी समय क्यों न लग जाए न्यायालय कभी न्याय से समझौता नहीं करेगा, यही भारत में न्याय के प्रति आमजनमानस की आस्था को दर्शाता है। कानून के ...

जम्मू कश्मीर की बदलने वाली है दशा और दिशा, इस केंद्र शासित प्रदेश में जल्द होंगे चुनाव

हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए। यह कोई आम काव्य रचना नहीं है, दुष्यंत कुमार द्वारा रचित इन पंक्तियों का भाव बहुत बड़ा है। वर्तमान में यह रचना देश के मुकुट ...

ISIS मुखिया को खलीफ़ा मानकर शपथ लेने वाले मुस्लिम युवा को बॉम्बे हाईकोर्ट ने दी जमानत

बॉम्बे हाई कोर्ट ने सोमवार को 16 जुलाई 2016 में महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा परभणी आईएसआईएस मॉड्यूल के सिलसिले में गिरफ्तार मोहम्मद रईसुद्दीन को जमानत दे दी है। हालांकि रईसुद्दीन पर गैरकानूनी कृत्य करने और प्रतिबंधित आतंकवादी ...

तीस्ता सीतलवाड़ के अपराधों का काला चिठ्ठा, जिसने उसे जेल में पहुंचा दिया

गुजरात दंगों पर देश में बहुत राजनीति हुई लेकिन अंततः जीत न्याय और जनता के विश्वास की हुई. माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रधानमंत्री को क्लीनचिट दी गयी और तथाकथित सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ पकड़ी गयी. वो कहते हैं न ...

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