योगेंद्र शुक्ला और बैकुंठ शुक्ला: बिहार के वो महान लाल जिन्होंने अंग्रेजों की चूलें हिला दी थी
“हंस-हंस पड़ब फांसी, माँ देखबे भारतबासी, बिदाई दे माँ फिर आसी” अर्थात हँसते हँसते पड़ेंगे फांसी, माँ देखेंगे ये भारतवासी, अब बिदाई दे ...
“हंस-हंस पड़ब फांसी, माँ देखबे भारतबासी, बिदाई दे माँ फिर आसी” अर्थात हँसते हँसते पड़ेंगे फांसी, माँ देखेंगे ये भारतवासी, अब बिदाई दे ...
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