पश्चिम का साथ देने का भारत पर डाला जा रहा हर वैश्विक दबाव हमेशा होता रहेगा विफल
जिसकी नियत अच्छी होती है उसके साथ कभी अन्याय नहीं हो सकता है। ऐसे में सबसे विकाराल परिस्थिति से जुझ रहे विश्व को ...
जिसकी नियत अच्छी होती है उसके साथ कभी अन्याय नहीं हो सकता है। ऐसे में सबसे विकाराल परिस्थिति से जुझ रहे विश्व को ...
चीन का कहना है कि वह रूस-यूक्रेन युद्ध में मध्यस्थता करने को तैयार है लेकिन बात यह है कि कोई नहीं चाहता कि ...
अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जय-वीरू जैसे हैं। नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन उस अटूट रिश्ते का प्रतिनिधित्व ...
भारत और रूस की मित्रता किसी से छुपी नहीं है। रूस के साथ द्विपक्षीय संबंध भारत की विदेश नीति का एक प्रमुख स्तंभ ...
आखिरकार भारत ने रूस का साथ दे दी ही दिया। यूक्रेन विवाद पर सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक में भारत रूस के साथ ...
मित्रता निभाने में भारत का कोई सानी नहीं है। हम भारतीयों ने अपनी संस्कृति, विरासत और पुरुषों से यही सीखा है कि जान ...
देखन में छोटे लगैं घाव करैं गम्भीर, यह कथन आज के परिप्रेक्ष्य में भारत पर एकदम सटीक बैठता है। जहां बीते सात दशक ...
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सदैव अपनी मुखरता के लिए जाने जाते रहे हैं, फिर चाहे वो भारत का साथ देने से ...
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां कई देशों के नागरिक फंस गए हैं। भारत सरकार ने अपने नागरिकों को निकालने के ...
कहा जाता है कि अन्तरर्राष्ट्रीय सम्बन्धों में कोई स्थायी मित्र या स्थायी शत्रु नहीं होता, केवल हित ही स्थायी होते हैं। यह कहावत ...
रूस और यूक्रेन के बीच जंग अपने निर्णायक दौर में है या फिर ये द्वितीय शीत युद्ध की शुरुआत है। कुछ लोग इसे ...
21 वीं सदी का भारत इतना सशक्त है कि आज वह किसी भी महाशक्ति के सामने घुटने नहीं टेकता है। एक बार फिर ...
©2024 TFI Media Private Limited