भाजपा का चुनावी महायज्ञ: तमिलनाडु से बंगाल और बिहार तक हर किले पर भगवा फहराने की तैयारी
भारतीय राजनीति का मौसम बदल चुका है। 2025 की आहट अब केवल दिल्ली की गलियों तक सीमित नहीं है, बल्कि दक्षिण से लेकर ...
भारतीय राजनीति का मौसम बदल चुका है। 2025 की आहट अब केवल दिल्ली की गलियों तक सीमित नहीं है, बल्कि दक्षिण से लेकर ...
पटना के सदाकत आश्रम में बुधवार को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक हुई। कांग्रेस ने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह अतीत ...
बिहार की राजनीति में कभी भी तस्वीर स्थिर नहीं रहती। नेता आते-जाते रहते हैं, पर हाल के दिनों में सबसे दिलचस्प मोड़ पप्पू ...
जनवरी 1999 की वह ठंडी रात थी। औरंगाबाद ज़िले के अरवल अनुमंडल के छोटे-से गांव शंकरबिघा में लोग सामान्य दिनचर्या के बाद सो ...
जुलाई की उमस भरी शाम थी। बक्सर ज़िले के सहार थाना क्षेत्र का छोटा-सा गाँव बथानी टोला हमेशा की तरह अपनी धीमी रफ़्तार ...
बिहार की राजनीति में जब “जंगलराज” शब्द उभरा, तो यह किसी विपक्षी नेता की गढ़ी हुई परिभाषा नहीं थी। यह उस दौर की ...
बिहार के औरंगाबाद ज़िले की सोनई नदी के किनारे बसा एक छोटा सा गांव—लक्ष्मणपुर बाथे। आज यह नाम भारतीय राजनीति और न्याय व्यवस्था ...
बिहार, जिसे भारतीय इतिहास और संस्कृति का धनी राज्य कहा जाता है, जहां चाणक्य की राजनीति जन्मी, जहां बुद्ध ने ज्ञान का प्रकाश ...
मुजफ्फरपुर, उत्तर बिहार का एक प्रमुख केंद्र रहा है। व्यापार, शिक्षा और राजनीति का यह गढ़ लंबे समय से अपराधियों के लिए भी ...
दिसंबर 1994 की ठंडी सुबह। पटना की ओर जाती सड़क पर एक सफेद एंबेसडर कार दौड़ रही थी। अंदर बैठे थे एक युवा ...
2003 की सर्दियों की एक रात, गया-वाराणसी मार्ग पर गोलियों की आवाज़ गूंजी। सुबह जब पुलिस ने सड़क किनारे एक शव बरामद किया ...
साल 1999 की ठंडी शाम। सीवान की गलियों में दीपावली के बाद की चहल-पहल धीरे-धीरे थम रही थी। चंचल अपने दोनों भाइयों—गिरीश और ...
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