TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आतंकवाद से समझौता? संजय राउत के रुख से शिवसेना (ठाकरे) की साख पर सवाल

    आतंकवाद से समझौता! संजय राउत के रुख से शिवसेना (ठाकरे) की साख पर सवाल

    "TMC में घमासान: महुआ मोइत्रा ने कल्याण बनर्जी को कहा 'सुअर'"

    TMC में घमासान: महुआ मोइत्रा ने कल्याण बनर्जी को कहा ‘सुअर

    बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

    बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

    आप सच्चे भारतीय होते तो ऐसा नहीं कहते? चीनी कब्जे के दावे पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी लगाई फटकार

    ‘आप सच्चे भारतीय होते तो ऐसा नहीं कहते’: चीनी कब्जे के दावे पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    'मृत अर्थव्यवस्था' में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    ‘मृत अर्थव्यवस्था’ में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आतंकवाद से समझौता? संजय राउत के रुख से शिवसेना (ठाकरे) की साख पर सवाल

    आतंकवाद से समझौता! संजय राउत के रुख से शिवसेना (ठाकरे) की साख पर सवाल

    "TMC में घमासान: महुआ मोइत्रा ने कल्याण बनर्जी को कहा 'सुअर'"

    TMC में घमासान: महुआ मोइत्रा ने कल्याण बनर्जी को कहा ‘सुअर

    बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

    बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

    आप सच्चे भारतीय होते तो ऐसा नहीं कहते? चीनी कब्जे के दावे पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी लगाई फटकार

    ‘आप सच्चे भारतीय होते तो ऐसा नहीं कहते’: चीनी कब्जे के दावे पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    'मृत अर्थव्यवस्था' में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    ‘मृत अर्थव्यवस्था’ में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

आखिरकार प्रधानमंत्री मोदी ने नकली धर्मनिरपेक्ष राजनीति के इस प्रतीक चिन्ह को ध्वस्त कर ही डाला

Ashutosh Chaudhary द्वारा Ashutosh Chaudhary
29 June 2017
in मत
इफ्तार भोजों

Image Courtesy: India Today

Share on FacebookShare on X

इस शुक्रवार, जमात उल विदा के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में अनुपस्थित रहकर नरेंद्र मोदी लगातार तीसरे साल इस इफ्तार पार्टी में अनुपस्थित रहे हैं। पर इस साल, नज़ारा कुछ और ही था, क्योंकि इस बार प्रधानमंत्री तो छोड़िए, कैबिनेट का एक भी सदस्य इस पार्टी का हिस्सा नहीं था। निस्संदेह इसका उद्देश्य साफ है, भारत के राजनैतिक क्षेत्रों में जो इफ्तार पार्टियों ने एक अनुचित प्रतीक रखा है, उसमें न तो नरेंद्र मोदी और न ही उनकी सरकार की कोई आस्था, और वो प्रतीक है छद्म धर्मनिरपेक्षता का, या जैसे अंग्रेज़ी में कहा जाता है, स्यूडो सेक्युलरिज़्म।

भारत में इफ्तार भोजों का इतिहास :-

प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इन राजनैतिक इफ्तार पार्टियों की आधारशिला स्थापित की थी, जब वो अपने प्रिय मित्रों और रिश्तेदारों को इन इफ्तार भोजों में तब 7 जंतर मन्तर रोड पर स्थित अखिल भारतीय काँग्रेस समिति मुख्यालय पर आमंत्रित करते थे, और ठीक उसी वक़्त, जब उक्त मुस्लिम समुदाय के रोज़े खोलने का वक़्त होता था।

संबंधितपोस्ट

“एक विचारधारा, दो पीढ़ियां: मोदी के बाद भाजपा की उम्मीद तेजस्वी सूर्या”

पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

अगला उप-राष्ट्रपति BJP से होगा, प्रधानमंत्री मोदी की वापसी के बाद होगा अंतिम फैसला

और लोड करें

पर असल राजनैतिक इफ्तार की शुरुआत 1970 में हुई, और इसके प्रणेता थे तत्कालीन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, श्री हेमवती नन्दन बहुगुणा, जिनहोने इफ्तार पार्टी में राज्य प्रयोजन को शामिल किया। तब शिया और सुन्नियों के बीच लखनऊ में आगजनी और दंगे व्याप्त थे, और शांति संधि के तहत बहुगुणा जी शिया नेता अशरफ हुसैन को अपने बंगले पर खाने के लिए बुलवाए। हुसैन ने इसलिए आने से मना कर दिया, क्योंकि वे रोज़े पर थे। ऐसे मे बहुगुणा ने हुसैन को अपने साथ रोज़े तोड़ने की अपील की, जिसे हुसैन ने स्वीकारा।

इसी घटना ने भारत के राजनैतिक इफ्तार भोजों की नींव रखी। इस सिद्धान्त में इन्दिरा गांधी और उनके सलाहकारों ने काफी उम्मीद देखि, और इसे केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित कर दिल्ली में आयोजित करने लगी। जल्दी ही ये दिल्ली के सामाजिक कैलंडर का एक अभिन्न हिस्सा बन गया, और इस पर आगे बढ़ते हुये इस खास समुदाय का वोट साधने के लिए भविष्य में राजीव गांधी जैसे प्रधानमंत्री और छुटभैये पार्टियों ने जो कुछ भी किया, कम था। क्यों था, ये बाद के लिए।

जब बीजेपी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबंधन [राजग] 1998 में सत्ता में किसी तरह एक ढीली सी गठबंधन के बल पर आई, तो ऐसा लगा की इस आडंबर का अंत सुनिश्चित है। पर आश्चर्यजनक रूप से अटल बिहारी वाजपयी ने इस प्रथा का सम्मान किया। इससे पहले की इनके स्वास्थ्य ने इन्हे राजनीति से निर्वृत्ति पे मजबूर किया, इनहोने सत्ता से बाहर होने के एक साल बाद भी इफ्तार पार्टी का आयोजन किया।

इतने सालों में इतना पैसा बहाने पर भी किसी ने ये प्रश्न सरकार से पूछने की हिम्मत नहीं की, जिससे जानने का अधिकार इस देश के हर नागरिक को है?

  • सरकार सिर्फ एक समुदाय के धार्मिक त्योहार मनाकर क्या संदेश देना चाहती है? भारत एक पंथनिरपेक्ष देश है, और हर धर्म को समान दृष्टि से भारतीय संविधान के अनुसार तवज्जो दी जानी चाहिए। तो सरकार सिर्फ एक धर्म के समुदाय की क्यों खुशामद करती है, बाकियों की क्यों नहीं? आखिर क्या कारण है की राष्ट्रपति सिर्फ इफ्तार के लिए भोज कराते हैं, और दिवाली या होली या गुरूपर्व या क्रिसमस पर क्यों नहीं? क्या उनका समुदाय समुदाय नहीं है?
  • इन शाही भोजों से किसे फायदा हो रहा है? इन भोजों में बड़े बड़े राजनेता, सेलेब्रिटी और मीडिया के व्यक्ति उपस्थिती दर्ज़ करते हैं। इनसे आम मुसलमान नागरिकों को किस प्रकार का फायदा पहुंचता है, कोई इस बिरादरी से बताने का कष्ट करेगा?
  • व्रत के महीने में भोज क्यूँ?– रमादान के आत्मा के विरुद्ध प्रतीत होती है इफ्तार भोज।

भाई, इफ्तार कोई पार्टी टाइम नहीं है, या राजनैतिक गठबंधनों को बनाने या तोड़ने का समय नहीं है। ये समय है आत्ममंथन करने का, दो प्रार्थनाओं के बीच के समय में ऐसा आत्ममंथन करने का रोज़ेदारों के पास एक सुनहरा मौका। ये वक़्त होता है माफी मांगने का, अपने उन गुनाहों के लिए, जिनका प्रायश्चित नहीं किया गया है।

अब अगर यह सही है, तो फिर साल दर साल इतना पैसा इफ्तार भोजों पे बहाने का क्या तुक बनता है?

इन सवालों का जवाब भले ही अभी तक किसी ने न दिया हो, पर नरेंद्र मोदी की सरकार ने सौभाग्य से इस रूढ़िवादी प्रथा पर लगाम लगाई है। इससे भले ही विपक्ष का अल्पसंख्यक प्रेम न बंद हो, पर शासन से मजहब [धर्म नही] को अलग करने की दिशा में एक सार्थक और निडर कदम उठाया है मोदी सरकार ने।

Tags: इफ्तार पार्टीइफ्तार भोजनरेन्द्र मोदीभाजपा
शेयर1ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

वीवीआईपी से लाल बत्ती छीनने के बाद पीएम मोदी ने उन्हे जड़ा एक और करारा तमाचा

अगली पोस्ट

चलिए आपको सच बतलाते हैं क्या मेरे नाम पर और क्या मेरे नाम पर नहीं!

संबंधित पोस्ट

मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”
चर्चित

मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”

2 August 2025

17 वर्ष की प्रतीक्षा, 6200 से अधिक दिन और 1 अनकहा नैरेटिव—जिसे सत्ता, मीडिया और राजनीति ने मिलकर गढ़ा था। मालेगांव विस्फोट मामले में साध्वी...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आधार स्वयंसेवक
मत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आधार स्वयंसेवक

31 July 2025

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपना शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है। निश्चित है चर्चा तो होगी ही। ऐसे में एक प्रश्न उठता है कि संघ का...

"एक विचारधारा, दो पीढ़ियां: मोदी के बाद भाजपा की उम्मीद तेजस्वी सूर्या"
मत

“एक विचारधारा, दो पीढ़ियां: मोदी के बाद भाजपा की उम्मीद तेजस्वी सूर्या”

30 July 2025

जैसे-जैसे संसद का मानसून सत्र आगे बढ़ रहा है और राजनीतिक गतिविधियां तेज़ हो रही हैं, बेंगलुरु दक्षिण से सांसद और भारतीय जनता युवा मोर्चा...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Is Congress Against Migrants? Chidambaram Calls Biharis 'Illegal Voters'

Is Congress Against Migrants? Chidambaram Calls Biharis 'Illegal Voters'

00:07:49

Gandhi Family Losing Grip allies Disown Rahul’s Trump-Style Attack on Indian Economy

00:06:28

Trump's Tariff Prompt India to Exit F-35 Jet Deal?

00:06:28

Sawan’s Fire, Bharat’s Voice: How India Is Leading the Global Narrative Now

00:06:03

When Reuters Insults India, Its Indian Staff Looks the Other way

00:07:38
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited