TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    4 जून को हरियाणा पहुंचेंगे राहुल गाँधी

    हरियाणा कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और नेता प्रतिपक्ष का चयन जैसे मुद्दे सुलझा पाएंगे राहुल गांधी, चंडीगढ़ दौरे के क्या हैं मायने?

    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कराची जेल से फरार हुए कैदी

    पाकिस्तान में जेल तोड़कर फरार हुए 200 से ज़्यादा कैदी, शहरों में डर का माहौल; जानें कैसे भूकंप बना वजह?

    एलन मस्क के पिता एरोल मस्क

    ‘पूरी दुनिया शिव का अनुसरण करे तो…’: एलन मस्क के पिता एरोल मस्क ने हिंदू धर्म पर क्या कहा?

    बांग्लादेश की नई करेंसी

    बांग्लादेश में बदले सियासी संकेत – नए नोटों से ‘राष्ट्रपिता’ मुजीब गायब, मंदिरों और सांस्कृतिक प्रतीकों ने ली जगह

    सोलीमन को बोल्डर काउंटी जेल में बंद कर दिया गया है (चित्र: सोशल मीडिया)

    कौन है अमेरिका में इज़रायल विरोधी नारे लगाकर लोगों को आग लगाने वाला मोहम्मद सोलीमन?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    4 जून को हरियाणा पहुंचेंगे राहुल गाँधी

    हरियाणा कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और नेता प्रतिपक्ष का चयन जैसे मुद्दे सुलझा पाएंगे राहुल गांधी, चंडीगढ़ दौरे के क्या हैं मायने?

    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कराची जेल से फरार हुए कैदी

    पाकिस्तान में जेल तोड़कर फरार हुए 200 से ज़्यादा कैदी, शहरों में डर का माहौल; जानें कैसे भूकंप बना वजह?

    एलन मस्क के पिता एरोल मस्क

    ‘पूरी दुनिया शिव का अनुसरण करे तो…’: एलन मस्क के पिता एरोल मस्क ने हिंदू धर्म पर क्या कहा?

    बांग्लादेश की नई करेंसी

    बांग्लादेश में बदले सियासी संकेत – नए नोटों से ‘राष्ट्रपिता’ मुजीब गायब, मंदिरों और सांस्कृतिक प्रतीकों ने ली जगह

    सोलीमन को बोल्डर काउंटी जेल में बंद कर दिया गया है (चित्र: सोशल मीडिया)

    कौन है अमेरिका में इज़रायल विरोधी नारे लगाकर लोगों को आग लगाने वाला मोहम्मद सोलीमन?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

क्या ‘संयुक्त विपक्ष’ का विचार वास्तव में सफल होगा?

TFI Desk द्वारा TFI Desk
18 May 2018
in समीक्षा
मायावती राहुल गांधी बीजेपी
Share on FacebookShare on X

वर्तमान के राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए हम ये कह सकते हैं कि राहुल गांधी किसी भी राजनीतिक स्पेक्ट्रम पर बात करने के लिए उपयुक्त नहीं है। बेहतर नेतृत्व करने में असफल रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दोषी ठहराने वाले नेताओं की सूची में अब बसपा सुप्रीमो मायावती का नाम भी जुड़ गया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कर्नाटक में बीजेपी के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राहुल गांधी को दोषी ठहराया है। एक बयान में उन्होंने कहा, “मैं कांग्रेस को ये सुझाव देना चाहती हूं कि चुनाव प्रचार के दौरान अपनी राजनीतिक योग्यता के लिए ऐसी भाषा का उपयोग न करें जो बीजेपी और आरएसएस को लाभान्वित करता हो।” उन्होंने आगे कहा, “ये स्पष्ट है कि कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान जेडीएस को बीजेपी की बी-टीम के रूप में सम्बोधित किया गया था खासकर मुस्लिम आबादी क्षेत्र में जी वजह से वोट में विभाजन हुआ है। यही कारण है कि इन क्षेत्रों में बीजेपी के उम्मीदवारों की भारी जीत हुई है। बीजेपी को 104 सीटें कभी नहीं मिलती यदि कांग्रेस प्रचार के दौरान इस तरह की भाषा का उपयोग नहीं करती।” बीएसपी कर्नाटक में जनता दल (सेक्युलर) के साथ गठबंधन में है। बसपा ने यहां 20 सीटों के लिए चुनाव लड़ा था लेकिन वो सिर्फ एक सीट पर ही जीत दर्ज करने में कामयाब हो रही है।

बसपा ने अधिकतर मुस्लिम आबादी के महत्वपूर्ण अनुपात वाले क्षेत्रों में चुनाव लड़ा लेकिन बीजेपी ने यहां भी अधिकतर क्षेत्रों में जीत दर्ज की। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान जेडीएस को बीजेपी की बी-टीम कहा था और शायद मायावती की नाराजगी के पीछे की वजह यही है। मायावती ने कांग्रेस को दोषी ठहराते स्पष्ट रूप से संकेत दिया कि बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने को लेकर चली सभी चर्चाओं और वार्ता के बावजूद, ऐसा लगता है कि अभी तक विपक्ष की एकमत राय नहीं बन पायी है। कांग्रेस विपक्ष के तौर पर मुख्य विकल्प से हटाए जाने के विचार से सहमत नहीं है क्योंकि ये विचारधारा ‘कांग्रेस-मुक्त भारत’ की दिशा में एक और कदम हो सकता है। दूसरी तरफ क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस को मुख्य विपक्ष के तौर पर नहीं देखती हैं क्योंकि कांग्रेस के पास सिर्फ दो राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश (पंजाब, मिजोरम और पुडुचेरी) ही शेष रह गया है। उत्तर प्रदेश में 2017 में हुए चुनाव के बाद से कांग्रेस को एक भार के रूप में देखा जा रहा है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया लेकिन वो चुनाव में बुरी तरह से हार गये थे। सपा 403 में से केवल 54 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पायी थी जबकि पिछले चुनावों में सपा ने 224 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

संबंधितपोस्ट

हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

भास्कर के बाद TOI ने मांगी माफी, कर्नल कुरैशी व विंग कमांडर व्योमिका को BJP के प्रचार से जोड़ते हुए दी थी ‘फेक न्यूज़’

और लोड करें

भारतीय राजनीति के इतिहास में संयुक्त गठबंधन की विचारधारा पर पहले भी तीन बार परिक्षण किया जा चुका है लेकिन संयुक्त गठबंधन सरकार में 5 वर्ष पूरा करने से पहले ही टूट चुका है। 1977 में ‘आपातकाल‘ के बाद संयुक्त गठबंधन की विचारधारा को काफी महत्व दिया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की अगुवाई में कांग्रेस सरकार के खिलाफ पूरा विपक्ष जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में एकजुट हुआ था। जनता पार्टी ने तब 542 में से 345 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस महज 189 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पायी थी। मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री बने लेकिन पार्टी के बढ़ते आंतरिक विवादों के कारण सरकार अपना तीन साल का कार्यालय भी पूरा नहीं कर सकी।

1989 के आम चुनावों के बाद भी ऐसा गठबंधन बनाने की कोशिश की गई थी जब कांग्रेस 197 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन बहुमत से दूर थी। उस समय ‘नेशनल फ्रंट’ के तहत केंद्र में सरकार बनाने के लिए जनता पार्टी, टीडीपी, डीएमएके, असम गण परिषद (एजीपी) कई अन्य क्षेत्रीय दल गठबंधन के लिए साथ आये थे जिसका बीजेपी और वामपंथी पार्टियों ने समर्थन किया था। मंडल आयोग के प्रसिद्ध वी पी सिंह प्रधानमंत्री बने, लेकिन सत्ता साझा करने के लिए आंतरिक लड़ाई की वजह से सरकार दो साल से भी कम समय में ही गिर गयी।

1996 में एक बार फिर से इस विचारधारा ने तुल पकड़ा था और तब बीजेपी सत्ता में थी। अटल बिहारी वाजपयी के नेतृत्व में बीजेपी ने 1996 में हुए आम चुनावों में 161 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। वहीं, 140 सीटों के साथ कांग्रेस दूसरे स्थान पर थी। इसके बाद सरकार बनाने के लिए संयुक्त मोर्चा के तहत समाजवादी पार्टी, द्रविड़ मुनेत्र कझागम, असम गण परिषद, तमिल मनीला कांग्रेस, तेलुगू देशम पार्टी और अधिकांश वामपंथी दल समेत सभी क्षेत्रीय पार्टी एकजुट हुई थीं लेकिन इस बार फर्क सिर्फ ये था कि कम्युनिस्ट पार्टियां बाहर से समर्थन करने की बजाए सत्ता साझा कर रही थीं। प्रधानमंत्री पद के लिए उचित उम्मीदवार की खोज शुरू हुई, सभी पार्टियां पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ज्योति बसु को लेकर सहमत हुईं। सीपीएम ने इस निर्णय को मानने से मना कर दिया था क्योंकि वो गठबंधन सरकार में ज्योति बसु को प्रधानमंत्री बनाने के निर्णय से सहमत नहीं थे। आखिरकार एचडी कुमारस्वामी के पिता एचडी देवगौड़ा प्रधानमंत्री बने। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पद से अटल बिहारी वाजपेयी को दूर रखने के लिए इस गठबंधन को बाहर से अपना समर्थन दिया, लेकिन एक बार फिर से  आंतरिक लड़ाई शुरू हो गयी और सरकार दो साल से भी कम समय में ही गिर गयी।

ऐसे में जिसे भी भारतीय राजनीति के इतिहास की जानकारी होगी उसे इस बात से भी अवगत होना चाहिए कि संयुक्त गठबंधन की विचारधारा शायद ही कभी सफल रही है। इस बार भी परिदृश्य कुछ ऐसा ही नजर आ रहा है ऐसे में पहले की तरह ही इस बार भी संयुक्त गठबंधन की विचारधारा विफल होने के लिए बाध्य है क्योंकि सभी विपक्ष कई मुद्दों को लेकर एकमत नहीं है। मायावती राहुल गांधी से, चंद्रबाबू नायडू चंद्रशेखर राव से खुश नहीं हैं, लालू प्रसाद यादव भी राम विलास पासवान से खुश नहीं हैं और ये सूची अंतहीन है। ऐसे में अब ये देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले महीनों में विपक्ष आपस के सभी मतभेद भुलाकर सरकार के खिलाफ एकजुट हो पाती हैं या नहीं।

Tags: कर्नाटक विधान सभाकांग्रेसबसपाबीजेपीमहागठबंधनमायावतीराहुल गाँधी
शेयर605ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

ममता बनर्जी बीजेपी के खिलाफ 2019 में तीसरे मोर्चे का नेतृत्व कर सकती हैं

अगली पोस्ट

मलेशिया में सिंगल रेट जीएसटी हो गयी फेल, और श्रेष्ठ साबित भारत का स्लैब-बेस्ड जीएसटी स्ट्रक्चर

संबंधित पोस्ट

D Raja On Naxalism Basavaraju
समीक्षा

बसवराजू से लेफ्ट की सिंपैथी: क्या कम्युनिस्ट और नक्सली एक हैं? डी राजा जवाब दो

22 May 2025

मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद के खात्मे का अभियान तेजी से चल रहा है। मई के महीने में ही 50 से ज्यादा नक्सलियों को...

मेरिट नहीं चापलूसी चलेगी- ऑपरेशन सिंदूर पर कैसे एक्सपोज हो गई कांग्रेस?
राजनीति

मेरिट नहीं चापलूसी चलेगी- ऑपरेशन सिंदूर पर कैसे एक्सपोज हो गई कांग्रेस?

21 May 2025

नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के बारे में दुनिया के कई देशों के दौरे पर जाने के लिए प्रस्तावित सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में नामों को लेकर कांग्रेस...

The Thoughtful Indian
समीक्षा

अजेय और अडिग भारत का उदय, पश्चिम की मान्यताओं को चुनौती

19 May 2025

Rise of India: भारत का उदय केवल अप्रत्याशित नहीं है, यह पुराने वैश्विक व्यवस्था को विचलित करने वाला है। यह इसलिए नहीं कि हमारा देश...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited