TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अल्पसंख्यक समाज के कार्यक्रम में CM नीतीश कुमार ने नहीं पहनी टोपी

    कार्यक्रम में नीतीश कुमार का बदला अंदाज़: टोपी नहीं पहनने पर उठे सवाल

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अल्पसंख्यक समाज के कार्यक्रम में CM नीतीश कुमार ने नहीं पहनी टोपी

    कार्यक्रम में नीतीश कुमार का बदला अंदाज़: टोपी नहीं पहनने पर उठे सवाल

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

केरल: भारत ने इन 4 कारणों की वजह से विदेशी सहायता लेने से किया इंकार

Mahima Pandey द्वारा Mahima Pandey
23 August 2018
in मत
केरल भारत
Share on FacebookShare on X

केरल में बाढ़ के रूप में आई भीषण तबाही से वहां का समान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस तबाही में दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है। ताजा रिपोर्ट्स की मानें तो केरल को वित्तीय सहायता देने के लिए विदेशी सरकारों के प्रस्ताव को भारत ने नम्रतापूर्वक लेने से मना कर दिया है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), कतर और मालदीव समेत कई देशों ने केरल में बाढ़ राहत के लिए सहायता पैकेज देने की घोषणा की लेकिन भारत ने सभी देशों को ये कहकर राहत पैकेज लेने से मना कर दिया कि देश अपनी समस्याओं से निपटने में सक्षम है। हालांकि, भारत ने सहायता लेने से इंकार के दौरान इस सहायता प्रस्ताव के लिए विदेशी देशों की सराहना भी की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, “भारत सरकार केरल में राहत और पुनर्वास की जरुरतों को घरेलू प्रयासों के जरिए पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।” इससे भारत ने दुनिया में ये संकेत दिया है कि भारत की स्थिति में पहले से ज्यादा सुधार हुआ है और वो अपनी समस्याओं से निपटने में सक्षम है।

एक समय था जब भारत को प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए आईएमएफ सहित अन्य विदेशी सरकारों से ज्यादा से ज्यादा आर्थिक मदद लेनी पड़ती थी लेकिन अब भारत विदेशी सहायता को न कहता है। दरअसल, भारत की ‘न’ के पीछे कई कारण है। पहला कारण है, कि 90 के दशक और आज के भारत में बहुत अंतर है। तब भारत को प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए आईएमएफ सहित अन्य विदेशी सरकारों आर्थिक मदद लेने के लिए मजबूर होना पड़ता था। आज भारत दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यूनाइटेड किंगडम को पीछे छोड़ ये दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होने के नाते भारत के पास अब अपनी समस्याओं से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं। केरल में बाढ़  ने भारी तबाही मचाई है, जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। हालांकि, पहले की तुलना में आज बाढ़ प्रभावित राज्य में राहत और पुनर्वास की लागत पूरा करने के लिए भारत सरकार और उसके नागरिकों के पास पर्याप्त संसाधन है।

संबंधितपोस्ट

रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

केरल कांग्रेस विधायक की शर्मनाक करतूत: अश्लील मैसेज से बुलाता था होटल, ऐसे हुआ पर्दाफाश

और लोड करें

दूसरा, ये सभी को पता है कि अगर हम किसी देश से कुछ लेते हैं तो वो भी इसके बदले में अपना हित जरुर देखता है और वक्त आने पर लिए ऋण को किसी न किसी रूप में चुकाना जरुर पड़ता है। ध्यान देने बात है कि विदेशी देशों द्वारा दिया जाने वाला राहत कोष दान नहीं बल्कि वित्तीय सहायता है। अगर भारत विदेशी सहायता को स्वीकार करता है तो भविष्य में भारत को इसका ऋण किसी न किसी रूप में भुगतान करने के लिए बाध्य किया जायेगा। ऋण उसी अवस्था में लेना चाहिए जब आप अपने घरेलू संसाधनों की कमी को पूरा कर पाने में सक्षम न हो। हालांकि, भारत के पास घरेलू संसाधनों की कोई कमी नहीं है। ऐसे में भारत को किसी भी देश से सहायता लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। केरल में बाढ़ से आई तबाही से निपटने के लिए सहायता राशि को न कहने के पीछे एक ये वजह भी हो सकती है।

तीसरा, विदेशी देश अपनी पसंद के एनजीओ के जरिए देश में मदद पहुंचाते हैं जो विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए) के तहत पंजीकृत होती हैं। विदेशी देशों से मिलने वाला राहत पैकेज कम नहीं होता। हाल ही में ये सामने आया था कि कई अज्ञात स्रोतों से वित्तीय सहयोग प्राप्त करने वाली स्वयंसेवी संगठन (एनजीओ) सक्रिय रूप से विकास-विरोधी और भारत विरोधी कार्यों में इसका उपयोग करती हैं। विदेशी वित्त पोषित गैर-सरकारी संगठनों में से अधिकांश गैरकानूनी स्रोतों से प्राप्त धन का उपयोग धर्मांतरण करने, आतंक को बढ़ावा देने और नक्सलवाद को पोषित करने के लिए करते हैं। पिछले महीने ही, 1,000 से अधिक गैर-सरकारी संगठनों को ब्लैकलिस्ट की सूची में डाला गया था। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बताया था कि, “1,000 से अधिक एनजीओ विदेशी धन का गलत इस्तेमाल कर रही हैं और एफसीआरए 2010 का उल्लंघन कर रही हैं जिस वजह से उन्हें विदेश से मिलने वाली सहायता पर रोक लगा दी गयी है।” यही वजह है कि एफसीआरए अधिनियम के तहत इस तरह के संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। एनजीओ का एफसीआरए अधिनियम के तहत पंजीकृत होना आवश्यक है तभी वो विदेश से वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकेंगी। इसके अलावा सभी बैंकों को किसी भी व्यक्ति द्वारा विदेशी मुद्रा से जुड़े लेन-देन की रिपोर्ट केंद्र सरकार को 48 घंटे के भीतर देना होगा। शायद विदेशी सहायता को न कहने के पीछे की वजहों में से एक कारण ये भी रहा होगा।

आखिरी कारण है, पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में तनाव बढ़ने की स्थिति उत्पन्न होने का खतरा। केरल में बाढ़ के हालात को देखते हुए एक ओर यूएई ने केरल को 700 करोड़ रुपये की पेशकश की है तो वहीं, कतर ने 35 करोड़ रूपये और मालदीव ने 35 लाख रूपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की। भारत किसी भी देश से सहायता राशि स्वीकार कर सकता था लेकिन भारत ने तीनों ही देशों को नम्रतापूर्वक मना कर दिया। अगर भारत यूएई को हां कहता तो शायद मालदीव या कतर इसे अपना अपमान समझते या इसके विपरीत भी हो सकता है। ऐसे में भारत का विदेशी देशों को न कहना अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में मधुरता को बनाये रखना भी था। गौरतलब है कि, भारत ने वर्ष 2004 से किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा के लिए विदेशी आर्थिक मदद लेने की परंपरा पर रोक लगा दी थी लेकिन इसके बावजूद भारत ने अपने पड़ोसी देशों को उनके मुश्किल हालात में आर्थिक मदद देने में इजाफा भी किया है। जब वर्ष 2004 की सुनामी में काफी क्षति हुई थी तब भी भारत ने दूसरे किसी भी देश से वित्तीय मदद नहीं ली थी जबकि उस दौरान श्रीलंका, थाइलैंड सहित अन्य देशों को आर्थिक मदद जरुर की थी।

केरल में आज बाढ़ से जो हालात है और जिस तरह से वहां तेजी से बचाव अभियान चलाया गया है वो सभी सवालों का जवाब है कि भारत अब अपनी घरेलू समस्याओं से निपटने में पूरी तरह से न सिर्फ सक्षम है बल्कि जरूरत पड़ने पर अपने पड़ोसी देश की मदद के लिए हर स्थिति में तैयार भी है। ऐसे में भारत सरकार द्वारा विदेशी सहायता को न कहने को असंवेदनशील निर्णय के रूप में लिया जाना गलत होगा।

Tags: केरलभारतमालदीव
शेयर1947ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर देश में चुप रहने वाले राहुल गांधी को विदेशी धरती पर आत्मज्ञान

अगली पोस्ट

राफेल डील: अनिल अंबानी ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं को भेजा लीगल नोटिस

संबंधित पोस्ट

कल्याण सिंह ने कभी नहीं किया आदर्शों से समझौता, पुण्यतिथि पर नेताओं ने किया याद
चर्चित

कल्याण सिंह ने कभी नहीं किया आदर्शों से समझौता, पुण्यतिथि पर नेताओं ने किया याद

21 August 2025

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय कल्याण सिंह को उनकी पुण्यतिथि पर पूरे देश में उन्हें याद...

1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, BJP बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद
चर्चित

1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, भाजपा बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

16 August 2025

स्वतंत्रता दिवस पर उस समय एक बड़ा राजनीतिक बवाल मच गया, जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता और 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर...

“जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:
चर्चित

“जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

15 August 2025

एक राष्ट्र के रूप में भारत सदैव से ही जीवंत रहा है। अपनी मूल्य संस्कृति, ज्ञान – विज्ञान और वैचारिक स्पष्टता के कारण प्राचीन काल...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

ISRO’s ₹8,240 Cr Project ‘Soorya' : India’s Ticket to Space Station & Moon Missions

ISRO’s ₹8,240 Cr Project ‘Soorya' : India’s Ticket to Space Station & Moon Missions

00:06:37

Why Silencing History ? The Hypocrisy of Stopping Bengal Files | Kolkata | Mamata | Vivek Agnihotri

00:04:54

Reason Behind Congress and Sanjay Kumar Silently Deleting Their Fake Voter Data Tweets

00:05:56

After 35 Years : Kashmiri Pandits Finally Getting Justice

00:05:59

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

00:06:30
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited