लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप और ऐश्वर्या राय का पैचअप हो सकता है। जी हां। लालू परिवार इस रिश्तेदारी में डैमेज कंट्रोल की कोशिश में लगा है। भारतीय राजनीति में परिवारवाद तो बड़ी सामान्य सी बात है लेकिन बिहार के यादव परिवार ने अपनी घरेलू पॉलिटिक्स को बिहार की राजनीति में घसीटकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। दरअसल राजद की परम्परागत सारण सीट से यादव परिवार के लोग ही चुनाव लड़ते थे लेकिन अब यहाँ से लालू के समधी एवं उनके बड़े बेटे तेजप्रताप के ससुर चन्द्रिका राय को पार्टी द्वारा टिकट दिये जाने की खबर है। पिछले लोकसभा चुनाव में लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी यहाँ से सांसद बनी थी, लेकिन अब की बार वे चुनाव नहीं लड़ने वाली हैं।
फिलहाल चन्द्रिका राय बिहार के सरसा सीट से विधायक हैं और पिछले वर्ष मई में उनकी बेटी ऐश्वर्या राय के साथ लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप सिंह यादव ने शादी रचाई थी। लेकिन शादी के मात्र छः महीनों के अंदर ही उनके बीच मतभेद सार्वजानिक रूप से सामने आये थे। उन्होंने मीडिया से अपनी बातचीत में कहा था ”मैं इस शादी के लिए तैयार नहीं था, मुझे अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कुछ लोगों द्वारा मोहरा बनाया गया है, ऐश्वर्या बिल्कुल अलग पृष्टभूमि से हैं, मैं उनके साथ नहीं रह सकता। मैंने अपने परिवार के दबाव में शादी की थी।” उन्होंने ऐश्वर्या से अपने तलाक की अर्ज़ी कोर्ट में दाखिल भी करवा दी थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि उनके इस फैसले को अब दुनिया की कोई ताकत नहीं बदल सकती। आपको बता दें कि तेजप्रताप यादव एक देहाती व्यक्तित्व वाले व्यक्ति हैं जबकि ऐश्वर्या दिल्ली में पली-बढ़ी हैं, जिसका ज़िक्र खुद तेजप्रताप ने मीडिया के सामने किया था। उन्होंने कहा था ”मैं उत्तरी ध्रुव हूँ तो वे दक्षिणी ध्रुव, हमारा कोई जोड़ नहीं है। हमारे झगडे के समय खुद ऐश्वर्या ने मुझसे तलाक माँगा था, मुझे कुछ लोगों द्वारा साजिश बनाकर बली का बकरा बनवाया गया है।”
तेजप्रताप यादव दरअसल अपने ससुर चन्द्रिका राय की बात कर रहे थे जिन्होंने आरोपों के मुताबिक अपनी बेटी की शादी जान-बूझकर यादव परिवार में करवाई ताकि उन्हें राजनीतिक प्रमोशन मिल सके और उन्हें पार्टी में ऊँची हैसियत मिल सके। लेकिन यह सब होने के बावजूद तेजप्रताप यादव ने सबको एक बार फिर चौंकाया जब उन्होंने नवम्बर में अपनी तलाक की अर्ज़ी को नाटकीय ढंग से वापस ले लिया।
अब आरजेडी द्वारा तेजप्रताप के ससुर चन्द्रिका राय को यादव परिवार की परम्परागत सीट सारण से टिकट दिया जाना तेजप्रताप यादव के आरोपों को ही प्रमाणित करता है। तेजप्रताप का अचानक अपनी तलाक अर्ज़ी को वापस लेना क्या यादव एवं राय परिवार के बीच किसी राजनीतिक समझौते को दर्शाता है? शायद हाँ! लेकिन इसको देखने का एक दूसरा नजरिया भी हो सकता है। तेजप्रताप यादव के उठाये गए कदमों से दोनों परिवारों के मध्य ख़राब हुए रिश्तों को सुधारने के लिए भी लालू परिवार द्वारा यह कदम उठाया जा सकता है। हालाँकि, दोनों परिवारों के द्वारा तेजप्रताप और ऐश्वर्या के पैचअप के बारे में अभी तक कोई टिपण्णी नहीं आई हैं लेकिन, लालू के ससुर को आरजेडी के गढ़ से टिकट मिलने की खबरें बताती हैं कि, लालू परिवार की ओर से डैमेज कंट्रोल किया जा रहा है और कभी भी तेजप्रताप और ऐश्वर्या के पैचअप की खबरें आ सकती हैं।