प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा सबका साथ सबका विकास उन्होंने सच कर के बताया है। आज प्रधानमंत्री मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से नामांकन दाखिल कर रहे हैं। अपने ‘सबका साथ सबका विकास’ नारे को साथ लेकर चलते हुए प्रधानमंत्री ने अपने नामांकन के लिए प्रस्तावकों के रूप में भी आम लोगों को चुना है। उनके नामांकन में प्रस्तावकों के रूप में चौकीदार से लेकर डोम राजा के परिवार तक से भी लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही है।
आपको बता दें कि प्रस्तावकों की सूची में इस बार जिन सात लोगों के नाम बताए जा रहे हैं उनमें हर वर्ग के लोगों को तरजीह दी गयी है। दाह संस्कार करने वालों के प्रमुख ‘डोम राजा’ जगदीश चौधरी का नाम भी प्रस्तावकों की सूची में शामिल बताया जा रहा है। प्रस्तावकों में एक चौकीदार, संघ से जुड़े वरिष्ठ नेता और साथ ही एक महिला का नाम शामिल किया गया है। इस सूची में ठुमरी गायिका और उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की मानद बेटी ‘पद्मश्री सीमा घोष’ का नाम भी शामिल बताया जा रहा है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही शहनाई वादक बिस्मिल्ला खान के पोत्र ने खुद प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर नामांकन कार्यक्रम में शामिल होने की इच्छा ज़ाहिर की थी। बता दें कि, देर रात हुई एक बैठक में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को प्रस्तावकों की यह सूची सौंपी गई है।
कल के भव्य रोड शो में वाराणसी के लोगों का अपने प्रधानमंत्री के लिए जो प्यार और सम्मान देखने को मिला था वही जोश और उत्साह प्रधानमंत्री के नामांकन कार्यक्रम के लिए भी देखने को मिल रहा है। कल प्रधानमंत्री का रोड शो लगभग चार घंटे तक चला था, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए 101 वेलकम पाइंट बनाए गए थे। वाराणसी की सडकों पर भारी जनसैलाब देखने को मिला था। लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी पर गुलाब के फूल बरसाए। पीएम मोदी ने भी पूरे रास्ते हाथ हिलाकर लोगों का धन्यवाद ज़ाहिर किया था। वाराणसी के लोगों में वही उल्लास आज के नामांकन कार्यक्रम के लिए भी देखने को मिल रहा है।
आपको बता दें कि 2014 के चुनावों में भी नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से ही चुनाव लड़ा था और भारी मतों के साथ जीत भी हासिल की थी। उस समय भी मोदी के प्रस्तावकों में चार लोग शामिल किए गए थे। साल 2014 लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के नामांकन के दौरान बीएचयू के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय के पौत्र ,हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज गिरधर मालवीय सहित चार लोगों को नरेंद्र मोदी का प्रस्तावक बनाया गया था। पद्मभूषण से सम्मानित जाने-माने शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र भी प्रस्तावकों में शामिल थे, साथ ही जस्टिस गिरधर यादव, वीरभद्र निषाद (मल्लाह) और अशोक (बुनकर) को प्रस्तावक बनाया गया था।
गौरतलब है कि, पिछले दिनों प्रयागराज में संगम स्नान के दौरान प्रधानमंत्री ने सफाई कर्मियों के पैर धोकर उन्हें सम्मानित करने का काम किया था। साथ ही कांग्रेस के नारे ‘चौकीदार चोर है’ के जवाब के लिए बीजेपी ने ‘मैं भी चौकीदार’ कैंपेन शुरू किया था। इसी को ध्यान में रखते हुए चौकीदार वर्ग से भी एक सदस्य को पीएम मोदी के प्रस्तावक के रूप में चुना गया है। आपको बता दें कि, गुरुवार को गंगा आरती के दौरान भी गंगा नदी में ‘मैं भी चौकीदार’ की सजावट वाली एक नाव खासतौर पर तैयार की गई थी।
इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के अपने नारे को सच करके दिखाया है। विकास के मार्ग में वे सबको साथ लेकर चले हैं। उनके नामांकन कार्यक्रम में प्रस्तावकों की ये सूची इसी बात का प्रमाण है। वाराणसी में प्रधानमंत्री का इतना भव्य स्वागत देखने के बाद इसमें कोई शक नही है कि वाराणसी की जनता इस बार भी इतिहास दोहराना चाहती है।