TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    "एक विचारधारा, दो पीढ़ियां: मोदी के बाद भाजपा की उम्मीद तेजस्वी सूर्या"

    “एक विचारधारा, दो पीढ़ियां: मोदी के बाद भाजपा की उम्मीद तेजस्वी सूर्या”

    "लोकतंत्र पर हमला! बंगाल में कानून तोड़ने की फैक्ट्री बना आई-पैक : बीजेपी"

    “लोकतंत्र पर हमला! बंगाल में कानून तोड़ने की फैक्ट्री बना आई-पैक : बीजेपी”

    "क्या हिंदू होना अब राजनीति का अपराध? प्रियंका गांधी के बयान से उठ रहे कई सवाल"

    “क्या हिंदू होना अब राजनीति का अपराध है? प्रियंका गांधी के बयान से उठ रहे कई सवाल”

    राजा रघुवंशी हत्याकांड पर बनेगी फिल्म, ‘हनीमून इन शिलॉन्ग’ को मिली परिवार की मंजूरी

    राजा रघुवंशी हत्याकांड पर बनेगी फिल्म, ‘हनीमून इन शिलॉन्ग’ को मिली परिवार की मंजूरी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    "ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट"

    “ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट”

    तेजी से बढ़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था-आईएमएफ ने FY26 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.4% किया

    तेजी से बढ़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था-आईएमएफ ने FY26 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.4% किया

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    "भारत ने फिर दिखाया सैन्य दम, 'प्रलय' मिसाइल से दुश्मन रडारों का सफाया तय"

    “भारत ने फिर दिखाया सैन्य दम, ‘प्रलय’ मिसाइल से दुश्मन रडारों का सफाया तय”

    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    "निसार लॉन्च को तैयार: इसरो-नासा की साझेदारी से उभरा सबसे उन्नत रडार उपग्रह"

    “निसार लॉन्च को तैयार: इसरो-नासा की साझेदारी से बना सबसे उन्नत रडार उपग्रह”

    "ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट"

    “ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    "एक विचारधारा, दो पीढ़ियां: मोदी के बाद भाजपा की उम्मीद तेजस्वी सूर्या"

    “एक विचारधारा, दो पीढ़ियां: मोदी के बाद भाजपा की उम्मीद तेजस्वी सूर्या”

    "लोकतंत्र पर हमला! बंगाल में कानून तोड़ने की फैक्ट्री बना आई-पैक : बीजेपी"

    “लोकतंत्र पर हमला! बंगाल में कानून तोड़ने की फैक्ट्री बना आई-पैक : बीजेपी”

    "क्या हिंदू होना अब राजनीति का अपराध? प्रियंका गांधी के बयान से उठ रहे कई सवाल"

    “क्या हिंदू होना अब राजनीति का अपराध है? प्रियंका गांधी के बयान से उठ रहे कई सवाल”

    राजा रघुवंशी हत्याकांड पर बनेगी फिल्म, ‘हनीमून इन शिलॉन्ग’ को मिली परिवार की मंजूरी

    राजा रघुवंशी हत्याकांड पर बनेगी फिल्म, ‘हनीमून इन शिलॉन्ग’ को मिली परिवार की मंजूरी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    "ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट"

    “ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट”

    तेजी से बढ़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था-आईएमएफ ने FY26 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.4% किया

    तेजी से बढ़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था-आईएमएफ ने FY26 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.4% किया

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    "भारत ने फिर दिखाया सैन्य दम, 'प्रलय' मिसाइल से दुश्मन रडारों का सफाया तय"

    “भारत ने फिर दिखाया सैन्य दम, ‘प्रलय’ मिसाइल से दुश्मन रडारों का सफाया तय”

    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    "निसार लॉन्च को तैयार: इसरो-नासा की साझेदारी से उभरा सबसे उन्नत रडार उपग्रह"

    “निसार लॉन्च को तैयार: इसरो-नासा की साझेदारी से बना सबसे उन्नत रडार उपग्रह”

    "ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट"

    “ट्रंप की दोहरी चाल: भारत को दोस्त कह टैरिफ की धमकी, युद्ध टालने का भी लिया क्रेडिट”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जिनेवा से परमाणु परीक्षण तक: कहानी पीवी नरसिम्हा राव और अटल बिहारी वाजपेयी के मित्रता की

और इस तरह देश परमाणु संपन्न बना

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
29 June 2019
in इतिहास
पीवी नरसिम्हा राव अटल बिहारी वाजपेयी

PC: news18.

Share on FacebookShare on X

बात मई 1996 की है, देश में चुनाव हो चुका था और 5 वर्षो के सफल कार्यकाल के बाद पीवी नरसिम्हा राव की सरकार चुनाव हार गयी थी। भाजपा उस समय सबसे बड़ी पार्टी थी और सरकार बनाने जा रही थी। अमेरिका यह नहीं चाहता था कि अटल जी सरकार बनाकर नेतृत्व करें क्योंकि वह अपने आक्रामक रक्षा नीति के लिए पहले ही चर्चित हो चुके थे। वाशिंगटन को अपनी रिपोर्ट में, तत्कालीन अमेरिकी राजदूत फ्रैंक विस्नर ने वाजपेयी के अगले भारतीय प्रधानमंत्री बनने पर चिंता जाहीर की थी। आखिर अमेरिका को अटल बिहारी वाजपाई कैसा डर था ?

इस बात का जवाब एस.एम. खान की किताब “The People’s President” में मिलता है जो उन्होंने राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम पर लिखी है। इस किताब में उन्होंने लिखा है कि प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के कार्यकाल में ही भारत परमाणु परीक्षण के लिए तैयार था लेकिन अमेरिकी दबाव में कार्यक्रम आगे नहीं बढ़ सका था। 1996 के आम चुनावों में हार के बाद, पीवी नरसिम्हा राव ने डॉ. कलाम को अपने कार्यालय बुलाया जो उस समय प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार थे। कार्यालय में उस समय आम चुनाव जीतने वाले अटल बिहारी वाजपेयी भी उपस्थिति थे जो अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे थे। इस किताब के अनुसार पीवी नरसिम्हा राव ने इस बैठक को भारत के परमाणु कार्यक्रम के बारे में जानकारी देने के लिए ने बुलाया था। यह बिल्कुल अमेरिकी राष्ट्रपति प्रणाली के परमाणु कोड पारित करने जैसा था।“ इससे राजनेता की परिपक्वता का पता चलता है, जो मानते थे कि “राष्ट्र” राजनीति से बड़ा है। बेशक, परमाणु परीक्षण के लिए देश को दो साल तक इंतजार करना पड़ा। जब वाजपेयी जी फिर से 1998 में बहुमत से लौटे तभी परीक्षण सफल हुआ। इस अवधि के दौरान डॉ. कलाम ने इस राज को अपने पास सुरक्षित रखा।”

संबंधितपोस्ट

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

प्रवासी भारतीय सम्मेलन: जो पहले मज़दूर थे वो अब भेजते हैं अरबों डॉलर, ऐसे बदल रहे भारत की तस्वीर

जब वाजपेयी के कहने पर इस्तीफा देने से रुक गए थे मनमोहन सिंह

और लोड करें

अमेरिका पीवी नरसिम्हा राव, वाजपेयी और कलाम की इसी जुगलबंदी और प्रखर परमाणु नीति से डरता था। और अटल जी को प्रधानमंत्री बनने से रोकने के लिए भरपूर कोशिश की।

उस समय के नेता और नेता प्रतिपक्ष के बीच का यह “समन्वय” एक अविशवसनीय उदाहरण था। पीवी नरसिम्हा राव और अटल बिहारी वाजपेयी, दोनों के लिए राष्ट्र और राष्ट्रीय सुरक्षा, सुपर पावर अमेरिका के दबाव के बावजूद सबसे ऊपर थी। दोनों नेताओं के बीच लाख वैचारिक मतभेद रहे पर राष्ट्र सबसे ऊपर था। यही खासियत है किसी भी मूर्धन्य विद्वान की जो आचरण की सार्थकता पर विश्वास करता है। यही दो प्रधानमंत्री थे जिन्होंने वास्तव में देश की देखभाल की और इसके विकास के लिए काम किया। पीवी नरसिम्हा राव, जिन्होंने विदेशी निवेश के लिए भारतीय बाजारों को उदार बनाया। उसी तरह अटल बिहारी वाजपेयी वह थे जिन्होंने दूरसंचार क्रांति, राजमार्ग क्रांति और परमाणु कार्यक्रमों के साथ विकास में नए कीर्तिमान स्थापित किये। दोनों ही नेताओं को भारत भूमि से लगाव था और दोनों कई भाषाओ के ज्ञानी थे।

यह दोनों नेता दो अलग-अलग विचारधारा की पार्टियों के नेता थे फिर भी दोनों के बीच इस तरह के समन्वय के कई और उदाहरण भी हैं। यह सब तब शुरू हुआ जब 1991 के चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस ने पीवी नरसिम्हा राव को देश के प्रधानमंत्री पद के लिए चुना, तब हमारा देश पहले से ही आर्थिक दिवालियापन की कगार पर था, और कश्मीर, पाकिस्तान और आतंकवादियों के चंगुल में फंसता जा रहा था। लेकिन इन दोनों ही मामलों पर राव ने दो फैसले लिए जिसने भारत का भविष्य बदल कर रख दिया था। पहला बाजार उदारीकरण की नीति जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था न केवल पुनर्जीवित हुई, बल्कि नई संभावनाओं के लिए भी अवसर खुले। और दूसरा उनके द्वारा प्रदर्शित वह चतुर कूटनीति थी, जिसने भारत को कश्मीर मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में अपनी पहली राजनयिक जीत दिलाई। उस समय नई दिल्ली को महसूस हो गया था कि भारत सरकार को कश्मीर से अलग करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान और इस्लामिक संगठन ओआईसी की गुटबाजी हो चुकी है। चौतरफ़ा चुनौतियों का सामना करते हुए, तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने इस मामले को अपने हाथों में ले लिया।

उन्होंने खुद जिनेवा में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधियों की एक टीम बनाई जिसमें उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी को चुना, याद रहे वाजपेयी उस समय सदन में विपक्ष पार्टी के नेता थे। यह पहली बार हो रहा था जब एक विपक्ष का नेता हिंदुस्तान का पक्ष रखने अंतर्राष्ट्रीय स्तर यानी संयुक्त राष्ट्र संघ में जा रहा था। यदि वहां पाकिस्तान सफल हो जाता तो भारत पर UNSC के आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए जाते और देश की आन बान और शान पर प्रश्नचिन्ह लग जाता। वहां बेनजीर भुट्टो की व्यक्तिगत उपस्थिति का मुकाबला करने के लिए, पीवी नरसिम्हा राव ने अपने वित्त मंत्री मनमोहन सिंह को भेजा जो संयुक्त राष्ट्र में एक जाने माने अर्थशास्त्री थे। इस तरह के मोड़ पर, यह महत्वपूर्ण था कि कोई भी कदम गलत न हो। वो ऐसा समय था जब देश की रक्षा के लिए पार्टी की परवाह न करते हुए,पक्ष और विपक्ष के नेता एक साथ आए थे। राजनेताओं में आज भी ऐसी स्थिति और भावना कम ही देखी जाती है।

दोनों ही नेताओं के मन में एक दूसरे के लिए अगाध प्रेम था। जब 1996 में कांग्रेस की हार के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा ने भाजपा के अटल बिहारी वाजपेयी को प्रधानमंत्री नियुक्त किया और उन्हें सदन के पटल पर बहुमत साबित करने को कहा। पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव राष्ट्रपति के फैसले से निश्चित रूप से प्रसन्न थे। शपथ समारोह के दौरान वह चुपचाप वाजपेयी के पास गए,  और कहा था कि “अब मेरे अधूरे काम को पूरा करने का समय है”। इस बात को विनय सत्पथी ने अपनी पुस्तक ‘Half Lion’ में लिखा है। बता दें कि नरसिम्हा राव को हाफ lion भी कहा जाता था। इस बात को अटलजी ने भी स्वीकार किया था। 2004 में नरसिम्हा राव के शरीर का अंतिम संस्कार करने के दो दिन बाद, अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने पुराने दोस्त को एक श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि नरसिम्हा राव ही भारत के परमाणु कार्यक्रम के ‘true father’ थे। वाजपेयी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री बनने के कुछ दिनों बाद मई 1996 में, ‘राव ने मुझे बताया था कि बम तैयार है। मैंने बस इसे आगे बढ़ाते हुए इसका विस्फोट किया।‘

यह कथन एक स्टेटमेन के परिभाषा को परिपूर्ण करता है। आज के दौर में यह अकल्पनीय है एक दूसरे के ऊपर इतना भरोसा कि वह विदेश में हिंदुस्तान का सर नहीं झुकने देगा और दूसरे का पहले को परमाणु परीक्षण का श्रेय देना दिखाता है कि देश दल-गत राजनीति से ऊपर है। आज का विपक्ष तो वर्तमान प्रधानमंत्री को श्रेय देने के स्थान पर उनकी तुलना गंदी नाली से करता है। आज का विपक्ष तिनके भर भी उस 1991-96 के सकारात्मक विपक्ष की तरह नहीं है कि उस पर भरोसा किया जा सके और उसे अटलजी की तरह विश्व में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा जा सके। आज का विपक्ष टुकड़े-टुकड़े गुट का समर्थन करता नजर आता है जो इस मातृभूमि के टुकड़े करने का नारा लगाता है और संसद पर हमला करने वाले आतंकवादियों की जय-जय-कार करते है। आज का विपक्ष आतंकवादियों को ‘जी‘ कहकर संबोधित करता है। और तो और अपने ही सेना के शौर्य पर संदेह कर उससे सबूत की मांग करता है।

आज के नेताओं को अपने पुराने निष्ठावान नेताओं से राजनीति में किस तरह का आचरण करना चाहिए वो सीखना चाहिए। इन दोनों नेताओं ने देश के लिए अपनी पार्टी लाइन से ऊपर उठ कर काम किया और भारत को विश्व पटल पर एक महाशक्ति बनाने के लिए भरसक प्रयास किया।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Tags: nuclear rich countryअटल बिहारी वाजपेयीपीवी नरसिम्हा
शेयर39ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

एक रुके हुए शहर से दौड़ता हुआ महानगर – नोएडा 1 साल में बहुत बदल चुका है

अगली पोस्ट

पीएम मोदी ने एक बार फिर मनवाया अपनी विदेश नीति का लोहा

संबंधित पोस्ट

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर
इतिहास

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

26 July 2025

देशभक्ति को बढ़ावा देने और स्थानीय नायकों की स्मृति को संजोने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार अपने सरकारी स्कूलों का नाम कारगिल युद्ध में शहीद...

अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश
इतिहास

आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

23 July 2025

एक ऐसे अमर स्वतंत्रता सेनानी, जिन्होंने देश को आजाद करने की कसम तो खाई ही, खुद भी आजाद ही रहे, अंतिम समय तक। लेकिन, यह...

ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)
इतिहास

इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

18 July 2025

इज़रायल ने हाल ही में सीरिया की राजधानी दमिश्क पर हवाई हमले किए और इनमें सीरियाई रक्षा मंत्रालय व राष्ट्रपति भवन के आसपास के क्षेत्र...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

When Reuters Insults India, Its Indian Staff Looks the Other way

When Reuters Insults India, Its Indian Staff Looks the Other way

00:07:38

NISAR Explained: Why the World Is Watching ISRO and NASA’s Next Move

00:07:26

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

00:04:08

Should the HR&CE Exist? The Controversial Control Over Hindu Temples in Tamil Nadu

00:06:31

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited