बीते कुछ समय से दिल्ली की राजनीति में तेजिंदर पाल सिंह बग्गा सुर्खियों में हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उन्हें दिल्ली के हरिनगर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। बीते दिनों जब बीजेपी की ओर से 57 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की गई थी, तब ट्विटर पर तेजिंदर बग्गा को ट्रोल किया गया था।
Bharatiya Janata Party (BJP) releases another list of 10 candidates for the #DelhiElections2020. Tajinder Pal Bagga to contest from Hari Nagar constituency. pic.twitter.com/I61TvNuBzu
— ANI (@ANI) January 20, 2020
दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने सोमवार-मंगलवार की रात उम्मीदवारों की दूसरी सूची भी जारी कर दी है। बीजेपी की इस सूची में तेजिंदर पाल बग्गा को हरि नगर से टिकट दिया गया है। जब BJP ने अपनी पहली लिस्ट जारी की थी तब बग्गा का नाम नहीं था। उसके बाद सोशल मीडिया पर अधिक एक्टिव रहने वाले बग्गा को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के समर्थकों ने खूब ट्रोल किया था। ट्रोल करने वालों ने #DontCryBagga नाम से हैशटैग भी चला दिया था।
ट्रोल करने वालों में सबसे ऊपर था RoflGandhi नाम का यूजर। इस ट्विटर हैंडल ने तेजिंदर पाल बग्गा को ट्रोल करते हुए कई ट्वीट किए थे।
Shah ji " arre #DontCryBagga , office aa ja, main deta hoon ticket "
Bagga " wow sir, coming "
*Goes to Shah's office
Shah ji " Ye le #Tanhaji ke 15 ticket, PVR ke baahar baant diyo "
— Rofl Gandhi 2.0 🏹 (@RoflGandhi_) January 17, 2020
एक दूसरे यूजर ने लिखा 2013 में बग्गा को टिकट नहीं दिया गया। 2015 में बग्गा को टिकट नहीं दिया गया। 2020 में भी बग्गा को टिकट नहीं दिया गया।
#DontCryBagga
2013- Bagga not given ticket
2015- Bagga not given ticket
2020- Bagga not given ticket@TajinderBagga: pic.twitter.com/q1WAGzsy3a— ROFL Gandhi -2.0🏹 (@ccredited_) January 17, 2020
वहीं अपने आप को पत्रकार कहने वाली कांग्रेस की कथित प्रवक्ता NDTV की स्वाति चतुर्वेदी ने भी #DontCryBagga के हैशटैग से ट्वीट किया।
Why is #DontCryBagga trending? Serious Q https://t.co/DiKPuHx2w7
— Swati Chaturvedi (@bainjal) January 17, 2020
https://twitter.com/SarcasticRofl/status/1218137198538543105?s=20
https://twitter.com/i_theindian/status/1218154303749115906?s=20
https://twitter.com/Nehr_who/status/1218148874864545793?s=20
Friend " Car sex is so inconvenient "
Bagga " Yeah, I tried it once. Silencer was too wide open. "#DontCryBagga
— Rofl Gandhi 2.0 🏹 (@RoflGandhi_) January 17, 2020
https://twitter.com/karanku100/status/1218184846490492928?s=20
Looks like the only ticket Bagga got this year is for Deepika Padukone’s film at a cinema in Surat which he allegedly cancelled.
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) January 17, 2020
Tajinder Bagga on Amaran Anshan for not getting ticket for
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Tanhaji… #DontCryBagga 😭 Stay Strong pic.twitter.com/nWGdrB2Vnl— Babita (@BabitaKri) January 17, 2020
हालांकि, इतनी ट्रोलिंग के बाद भी बग्गा ने अपना आपा नहीं खोया और अपने ट्रोलर्स को एक बेहतरीन जवाब दिया था। बग्गा ने ट्वीट किया था, “मैं भाजपा हूं, 70 सीट से चुनाव लड़ रहा हूं। आपका बहुत स्वागत है।”
I am BJP , contesting from 70 seat. You are most welcome https://t.co/IQaHDOxFTP
— Tajinder Bagga (Modi Ka Parivar) (@TajinderBagga) January 17, 2020
अब जब BJP ने अपनी दूसरी लिस्ट निकाली तब उसमें तेजिंदर पाल बग्गा का नाम था। लिस्ट में उनका नाम आने से ट्विटर पर उन्हें ट्रोल करने वालों के मुंह पर एक जोरदार तमाचा पड़ा।
https://twitter.com/TajinderBagga/status/1219431223140831234?s=20
बता दें कि तेजिंदर पाल बग्गा की जमीनी स्तर के साथ-साथ social media पर भी बेहतरीन उपस्थिती है। हर रोज़ वो किसी न किसी लेफ्ट लिबरल को धूल चटाते हुए नजर आते हैं। कभी केजरीवाल के गुमशुदा होने के पोस्टर लगवाने की बात हो या फिर मोदी के प्रधानमंत्री पद के लिए रॉक परफॉरमेंस की बात हो; नए तरीकों के साथ सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं। इस वजह से वे युवाओं के बीच काफी फेमस भी हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिल्ली इकाई के प्रवक्ता होने के साथ-साथ वे नई दिल्ली स्थित राष्ट्रवादी दक्षिणपंथी संगठन भगत सिंह क्रांति सेना के संस्थापक सदस्य भी हैं।
ऐसा नहीं है कि बग्गा राजनीति में नए हैं। 2017 में पार्टी ने आधिकारिक तौर पर उन्हें दिल्ली बीजेपी का प्रवक्ता बनाया था। हरिनगर विधानसभा सीट पिछली बार अकाली दल को गई थी। लेकिन तेजिंदर पाल बग्गा कहते हैं, “पिछली छह में से पांच बार इस सीट से बीजेपी के ही उम्मीदवार चुनाव लड़ा था। तो ये सीट परंपरागत तौर पर बीजेपी की ही सीट है।”
इस तरह से देखा जाए तो लिबरल रोज़ ही उन्हें अपना निशाना बनाते हैं लेकिन वह हर रोज़ जीतते ही नज़र आते हैं। चुनाव में भी यही देखने को मिल सकता है।