अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अपने भारत यात्रा पर हैं। पूरा देश उन पर अपना ध्यान केंद्रीत किया हुआ है। प्रेसिडेंट ट्रंप ने भी भारत को अपना सबसे अहम मित्र करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को सबसे महान दोस्त कहा है। लेकिन कांग्रेस के मुखपत्र नेशनल हेरॉल्ड को इससे काफी तकलीफ पहुंची है। नेशनल हेरॉल्ड ने अपने ही देश को Shit-Hole बता डाला है। कांग्रेस के मुखपत्र नेशनल हेरॉल्ड ने इन शब्दों के साथ अपनी देश विरोधी मानसिकता को एक बार फिर से उजागर किया है।
दरअसल, राष्ट्रपति ट्रम्प के आने से एक दिन पहले नेशनल हेराल्ड ने अपनी भारत विरोधी सोच का प्रदर्शन करते हुए आकार पटेल का एक लेख छापा, जिसका शीर्षक था “India is the only poor and ‘shit-hole country’ that Donald Trump has ever visited.”
इस लेख के शीर्षक से ही पता चलता है कि नेशनल हेरॉल्ड और कांग्रेस के मन में भारत के खिलाफ कितना विष भरा है। सबसे हैरानी की बात यह है कि कांग्रेस की मुखपत्र ने ऐसे व्यक्ति को अपने वेबसाइट पर जगह दी है, जो खबर या आर्टिकल कम लिखता है और जहर ज्यादा उगलता है। इन देश विरोधी लाइनों और इन्हें लिखने वालों की मानसिकता से साफ पता चलता है कि कांग्रेस और उसके मुखपत्र की कैसी नीच विचारधारा है।
इस लेख में लेखक ने यह लिखा है कि “जब वो 16 साल का था उस दौरान वह अमेरिका के किसी गांव में रहता था, वहां वह एक्सचेंज स्टूडेंट प्रोग्राम का हिस्सा था जिसके तहत अमेरिकी छात्रों को विदेश जाने का मौक़ा मिलता और अन्य देशों के बच्चों को वहाँ आने का। परंतु किसी भी अमेरिकन छात्र ने उस प्रोग्राम में अपना नाम नहीं लिखवाया, क्योंकि उनमें से कोई भारत नहीं आना चाहता था।”
आज भारत वह भारत नहीं रहा जो 30 वर्ष पहले था। आज दुनिया के सभी लोग भारत आना चाहते हैं। यही नहीं विश्व की सभी कंपनियां भी भारत में निवेश करना चाहती हैं फिर भी इस लेखक ने 30 साल पुरानी बातें लिखकर भारत को shit-hole की तरह दिखाने की कोशिश की है।
आकार ने आगे लिखा है- ”डोनाल्ड ट्रंप जबसे राष्ट्रपति बने हैं उन्होंने 20 देशों का भ्रमण किया। इनमें ज्यादातर यूरोप के देश शामिल हैं। वे फ्रांस 4 बार गए। उन्हें विकासशील देश पसंद नहीं हैं और वह वहाँ के निवासियों को भी नहीं चाहते। लेखक ने अपनी हिन भावना का प्रदर्शन करते हुए लिखा है कि ट्रम्प विकासशील देशों को ‘shit-hole समझते हैं और शायद इस ‘shit-hole वाली लिस्ट में वो भारत की भी गिनती करते हैं।”
इस वाक्य में लेखक ने ट्रम्प की मानसिकता पर सवाल किया है लेकिन यहां वे खुद को ही एक्सपोज कर बैठे और अपने लेख में “शायद” शब्द लगा कर अपनी मानसिकता और अपने पूर्वाग्रहों को उजागर किया है। इस वाक्य से ही पता चलता है कि वे ट्रम्प के कंधे से बंदूक चलना चाहते हैं और भारत को shit-hole घोषित कर रहे हैं, जबकि ट्रम्प ने राष्ट्रपति बनने के बाद भारत के लिए कभी भी ऐसे शब्द का प्रयोग नहीं किया है।
लेखक भारत के बारे में क्या सोचता है उसकी अगली लाइन से यह और स्पष्ट हो जाता है। आकार पटेल ने अपना मत रखते हुए लिखा है कि भारत पहला गरीब देश है जिसका भ्रमण ट्रंप करने वाले हैं और भारत पहुंचकर वह पहले गरीब देश को देखेंगे।
आकार पटेल अपने लेख में जमकर कांग्रेस की तारीफों के पुलिंदे बाँधते हैं वहीं उन्होंने वाजपेयी सरकार को ‘हिंदुत्ववादी सरकार’ करार दिया है। अपने एजेंडे के लिए इस लेखक ने कांग्रेस को देश की लिबरल पार्टी भी घोषित कर दिया है।
यह पहली बार नहीं है जब नेशनल हेराल्ड ने भारत विरोधी एजेंडे को जगह दी है लेकिन इस लेख ने तो अपनी सारी हदें ही पार कर दी हैं। यही वजह है कि राष्ट्रीय राजनीतिक के क्षितिज पर कांग्रेस की वापसी नामुमकिन है। ऐसी मानसिकता से तो कांग्रेस के कई बड़े नेता भी अपने आप को किनारा कर लेंगे।
बता दें कि नेशनल हेराल्ड दिल्ली एवं लखनऊ से प्रकाशित होने वाला अंग्रेज़ी समाचार-पत्र था। इसकी शुरुआत लखनऊ में जवाहर लाल नेहरू ने की थी। सन् 2008 में इसका प्रकाशन बन्द हो गया था। परंतु अपने भारत विरोधी अभियान के लिए और मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए जुलाई 2014 में इसका प्रकाशन फिर से शुरू कर दिया गया। तब से लेकर आज तक कांग्रेस के इस मुखपत्र ने भारत विरोधी अभियान को ही चलाया है और इस बार भारत को एक ‘shit-hole देश का तमगा देकर इन्होंने सबको बता दिया कि हमसे ज्यादा देशविरोधी यहां कोई नहीं है।