बॉलीवुड और अपराध का नाता बहुत पुराना है। चाहे दाऊद इब्राहिम जैसे अपराधियों के साथ सांठगांठ हो, या फिर पाकिस्तान के आईएसआई एजेंट एवं अलगाववादियों के साथ संबंध हो, बॉलीवुड के लिए अपराध जगत के साथ कनैक्शन कोई नई बात नहीं है। परंतु यही संबंध अब कुछ हस्तियों के लिए बहुत भारी पड़ने वाले हैं। अब चर्चित अभिनेत्री दीपिका पादुकोण पर आरोप लगा है कि उनका जेएनयू दौरा स्वाभाविक नहीं था, अपितु ये एक सुनियोजित योजना के अंतर्गत किया गया दौरा था, जिसके लिए दीपिका ने अच्छी ख़ासी रकम भी वसूल हुई।
I have loaded a video entitled "Bollywood's Pak Connection – Aneel Musarrat of Pak ISI in UK" on my Channel ISRG. Must watch.https://t.co/vx26Uuu6yg
— NK Sood (@rawnksood) July 24, 2020
रॉ में कार्यरत पूर्व अफसर एनके सूद ने आरोप लगाया है कि दीपिका पादुकोण ने जनवरी 2020 में जेएनयू का दौरा यूं ही नहीं किया था, बल्कि ये पाकिस्तानी आईएसआई की एक सोची समझी चाल थी। एनके सूद के वीडियो के अनुसार, “दीपिका साल 2020 के जनवरी महीने में जेएनयू गई थी, जहां टुकड़े-टुकड़े गैंग का प्रदर्शन चल रहा था। वह वहां उपद्रवी गुट का समर्थन करने और अपने फिल्म ‘छपाक’ का प्रमोशन करने गई थी। लेकिन उन्होंने ये सब अनील मुसर्रत के कहने पर किया था। अनील मुसर्रत उस वक्त दुबई में था और उसने वहां से दीपिका को कॉल किया। जिसके बाद दीपिका इस प्रदर्शन में शामिल हुईं। क्या दीपिका अनील से ऐसा ही कुछ पाकिस्तान में करने को कहतीं तो वो करते? नहीं करते, क्योंकि ये बिके हुए हैं। इसके लिए दीपिका को अनील से 5 करोड़ रुपये भी मिले”।
बता दें कि दीपिका पादुकोण ने जनवरी 2020 में तब जेएनयू का दौरा किया था, जब परिसर में वामपंथी उपद्रवियों ने उत्पात मचा रखा था और अन्य विद्यार्थियों की ओर से पलटवार होने पर विक्टिम कार्ड खेलना शुरू कर दिया था। उस समय दीपिका पादुकोण न सिर्फ जेएनयू पधारी, अपितु उपद्रवी गुट के पक्ष में भी खड़ी हुई। दीपिका के लहजे और उनके हाव भाव से साफ था कि वे यहाँ केवल ‘छपाक’ के प्रोमोशन के उद्देश्य से आई हैं, लेकिन उनकी यह तकनीक बुरी तरह फ्लॉप सिद्ध हुई, और ‘छपाक’ बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप सिद्ध हुई।
अब बात अनील मुसर्रत की, तो यह नाम कुछ सुना सुना सा नहीं लगता? ये वही ब्रिटिश रियल एस्टेट डेवलपर हैं, जिनके अपने मूल वतन पाकिस्तान के साथ उतने ही घनिष्ठ संबंध हैं, जितने कि बॉलीवुड के कई अहम सितारों के साथ। ये जनाब अनिल कपूर की बेटी और अभिनेत्री सोनम कपूर आहूजा के विवाह में भी देखे गए थे। इतना ही नहीं, अनील मुसर्रत ने न सिर्फ दीपिका के पति और प्रख्यात बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह के साथ फोटो खिंचाई है, बल्कि वर्ल्ड कप 2019 के दौरान रणवीर सिंह के लंदन दौरे पर भी उनके साथ देखे गए थे।
परंतु क्या एनके सूद का वीडियो शत प्रतिशत सच है? क्या उनके दावे सत्य है? इसपर वाद विवाद चाहे जितना हो, परंतु एक पुराने ट्वीट के पुनः सामने आने से इतना तो स्पष्ट है कि दीपिका पादुकोण उतनी भी दूध की धुली नहीं है, जितना वामपंथी गुट दावा करते हैं। दीपिका के जेएनयू दौरे के ठीक बाद पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता, मेजर जनरल आसिफ गफ़ूर ने ट्वीट डालते हुए कहा था, “शाबाश दीपिका। आप सच और युवा वर्ग के साथ खड़ी रही। इतने मुश्किल हालत में आप एक बहादुर लड़की की तरह सामने आई। इंसानियत सब चीज़ों से ऊपर है!”
परंतु इस ट्वीट के वायरल होने के कुछ ही घंटों बाद आसिफ गफ़ूर इस ट्वीट को डिलीट कर पतली गली से खिसकते बने। अब सोचने वाली बात है कि जो मामला भारत के विश्वविद्यालय से जुड़ा हुआ हो, और हद से हद एक आंतरिक मामला हो, उसपर एक पाकिस्तानी सेना के अफसर की इतनी विशेष रुचि क्यों है? इसके अलावा जिस प्रकार से आसिफ गफ़ूर ने दीपिका पादुकोण की तारीफ की, और उन्हें सराहा, अगर उसे एनके सूद के दावों से जोड़कर देखा जाये, तो ये सब महज संयोग नहीं हो सकता।
इस पूरे प्रकरण से एक बात तो स्पष्ट है – बॉलीवुड और आईएसआई के कनैक्शन की गहन जांच बहुत आवश्यक है। जिस प्रकार से दीपिका पादुकोण, अनिल कपूर, शाहरुख खान और अक्षय कुमार जैसे सितारों के साथ इन पाकिस्तानी एजेंट्स की साँठ-गांठ की पोल खुल रही है, वह निस्संदेह काफी चिंताजनक है, और शायद यही कारण कि अक्सर बॉलीवुड का एलीट वर्ग सनातन धर्म का अपमान करना और भारत का अपमान करना कूल समझता है।