TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला एकीकृत एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला एकीकृत एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

पंजाबी हिन्दू अल्पसंख्यकों की घोर दुर्दशा: एक ऐसा समुदाय जिनके दर्द को कोई नहीं सुनना चाहता

पंजाब में ही पंजाबी हिन्दू खतरे में हैं....

Shikhar Srivastava द्वारा Shikhar Srivastava
11 February 2021
in समीक्षा
पंजाबी हिन्दू अल्पसंख्यकों की घोर दुर्दशा: एक ऐसा समुदाय जिनके दर्द को कोई नहीं सुनना चाहता
Share on FacebookShare on X

उदारवादी लोकतंत्रों की सबसे बड़ी समस्या यही है कि वे कुछ मुद्दों की ओर आंख मूंदे रखते हैं, ये सोचकर कि ऐसा करने से वो जहर धीरे धीरे खत्म हो जाएगा। लेकिन अलगाववाद ऐसा जहर है जो हमेशा अंदर बैठा रहता है, बस इतंजार करता है सही समय पर बाहर आने का। खालिस्तानी अलगाववादी आंदोलन पंजाब के इतिहास के गर्भ में दबा दिया गया ऐसा ही एक मुद्दा है, जिसपर भयवश कभी खुली चर्चा नहीं हुई।

खालिस्तान अर्थात सिक्खों की खालसा या शुद्ध भूमि पर उनका देश। भ्रामक ऐतिहासिक व्याख्याओं पर टिका सिक्ख अलगाववाद भारत के सबसे दुर्दांत आंदोलनों में था। इसने एक दशक तक पंजाब को जलाया। यही कारण है कि खालिस्तान आंदोलन को दबा देने के बाद किसी राजनीतिक दल, विचारक या समाजशास्त्री ने इसपर अधिक चर्चा नहीं की।

संबंधितपोस्ट

फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

पीएम मोदी का ब्रिटेन दौरा: भगोड़ों के प्रत्यर्पण और खालिस्तानी कट्टरपंथ की गतिविधियों पर होगा फोकस

और लोड करें

खालिस्तानी शुद्धता पर जोर देते हैं। अपने को अन्य धर्मों से श्रेष्ठ मानते हैं। खालिस्तानी मानते हैं कि हिन्दू दूसरे दर्जे के नागरिक हैं। साथ ही वे ऐसे सिक्खों के भी विरोधी हैं जो अन्य मतावलंबियों के साथ समानता का व्यवहार करते हैं। खालिस्तानियों ने केवल हिंदुओं की हत्याएं नहीं कि, उन्होंने निरंकारी सिक्खों या राधास्वामी सिक्खों की भी हत्याएं कीं हैं।

खालिस्तानियों की ऐतिहासिक व्याख्याओं में कोई दम नहीं है। यह सत्य है कि गुरु नानक देव ने हिन्दू मान्यताओं की आलोचना की थी, किंतु इसका मतलब यह नहीं कि वे अलग धर्म को चला रहे थे। यदि ऐसा होता तो उन्होंने अपनी लेखनी में कहीं न कहीं यह बात लिखी होती।

पश्चिमी देशों में फैले अब्राहमिक रिलीजन यह मानते हैं कि पंथिक मान्यताओं की आलोचना नहीं हो सकती, आलोचना का तात्पर्य अलग रिलीजन की स्थापना। यही कारण है कि जब पश्चिमी विचारक नानक जैसे लोगों को पढ़ते हैं तो यह धारणा बना लेते हैं कि यह अन्य रिलिजन के संस्थापक हैं।

किंतु भारत में मान्यताओं को चुनौती देना और नई मान्यताओं का सृजन करना, हमेशा से होता रहा है। कृष्ण, बुद्ध, महावीर, शंकराचार्य आदि ने यही किया। नानक के समकालीन ही कबीर, रैदास आदि ने हिन्दू मान्यताओं को चुनौती दी। तो क्या उनके मतों को अलग रिलीजन मान लिया जाए?

ऐतिहासिक सत्य यह है कि गुरु तेग बहादुर के साथ बलिदान देने वाले उनके प्रिय शिष्य भाई सतीदास और भाई मतिदास हिन्दू थे, जिन्हें औरंगजेब ने आरी से कटवाकर और गर्म पानी में उबालकर मरवाया था। यदि सिक्ख अलग धर्म है तो उसके दसवें गुरु गोविंद सिंह जी शिवा, ‘माँ दुर्गा’, के भक्त क्यों थे। उनका विवाह वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ था, यह भी ऐतिहासिक सत्य है।

शुद्ध भूमि या खालसा की मांग रखने वाले खालिस्तानी यह भूल जाते हैं कि गुरु गोविंद सिंह जी, पटना में पैदा हुए। उनके पंज प्यारे, भाई दयाराम जी, ब्राह्मण थे, भाई धरम सिंह जी, जाट थे। कोई शिष्य उड़ीसा से था, कोई गुजरात से। क्या सिक्खी के इतिहास से इसे भी मिटाया जा सकता है। इन सब तथ्यों को खालिस्तानियों ने नकार दिया है।

पंजाब में खालिस्तानियों द्वारा हिंदुओं पर अत्याचार का इतिहास बहुत पुराना है। 1981 में हिन्द समाचार के सम्पादक लाला जगत नारायण की हत्या को भिंडरावाले समर्थकों की पहली हत्या माना जाता है। उसके बाद भिंडरावाले की गिरफ्तारी हुई और हिंसा का जो दौर शुरू हुआ उसने हजारों हिंदुओं की जान ली। भिंडरावाले की गिरफ्तारी के बाद इतनी हिंसा हुई कि सरकार को उसे 25 दिनों में छोड़ना पड़ा।

खालिस्तान की सोच केवल भिंडरावाले तक सीमित नहीं थी। भिंडरावाले की मौत के बाद भी हिंदुओं पर अत्याचार होते रहे। ह्यूमनराइट्स की रिपोर्ट बताती है कि खालिस्तानयों की हिंसा के कारण 1986 से बड़े पैमाने पर हिंदुओं का पलायन हुआ। भिंडरावाले के समर्थक मानते हैं कि वह एक व्यक्ति नहीं सोच है। हम इसे स्वीकार करें या नहीं, पर सत्य यह है कि ऐसी सोच रखने वाले आज भी मौजूद हैं। यही कारण है कि खालिस्तानी तत्व हमें किसानों के आंदोलन में भी दिखाई दे रहे हैं।

राजनीतिक अप्रासंगिकता ने हिंदुओ पर पंजाब में हुए अत्याचारों की कहानी को आम चर्चा का हिस्सा नहीं बनने दिया। सत्य यह है कि 38.49% हिन्दू आबादी के बाद भी पंजाब ने कभी हिन्दू मुख्यमंत्री नहीं देखा। जबकि 2% सिक्ख आबादी के बाद भी भारत के 80 प्रतिशत हिंदुओं ने गर्व से सिक्ख नेताओं का नेतृत्व स्वीकार किया। ऐसा इसलिए क्योंकि हिंदुओं ने कभी अपनी ओर से सिक्खों को अपने से अलग नहीं माना।

ये भी पढ़े -किसानों के समर्थन में सनी देओल, पर खालिस्तानियों की ताबड़तोड़ धुलाई की

आज भी पंजाब में सिक्खों को माइनॉरिटी स्टेट्स का दर्जा प्राप्त है, जबकि संख्या में कम होने के बाद भी हिंदुओं को इससे वंचित रखा गया है। प्रश्न है कि क्यों पंजाब हिन्दू मुख्यमंत्री नहीं देख सकता?

हिंदुओं के साथ दूसरे दर्जे के नागरिक का व्यवहार पंजाबी फिल्मों में भी देखने को मिलता है। खुले तौर पर फिल्में इस तरह के विचारों को बढ़ावा दे रही हैं।

https://twitter.com/baahu_bali/status/1359384828559376385?s=20

आज सिक्ख नेता बताते हैं कि हिंदुओं को बचाने के लिए ही सिक्खों ने शहादत दी थी। यह बिल्कुल सत्य है, किंतु वे सिक्ख थे कौन। हिंदुओं ही धर्म की रक्षा के लिए स्वयं को खालसा के झंडेतले एकजुट कर रहे थे। गुरुगोविंद सिंह जी के पंज प्यारे, हिन्दू ही थे। मुगलों को धूल चटाने वाले बंदा बहादुर हिन्दू ही थे। उन्होंने अप्रतिम बलिदान को दर्शाने के लिए स्वयं को खालसा ‘शुद्ध’ योद्धा बनाया। वे किसी अन्य धर्म की स्थापना के लिए नहीं लड़े।

What a shame this lady is @HarsimratBadal_ .. pic.twitter.com/p4h2qXtfpT

— exsecular(Modi ka Parivar) (@ExSecular) February 9, 2021

सत्य यह है कि मध्यकाल में हिंदुओं ने मिलकर आततायी मुसलमानों के आक्रमणों का विरोध किया। रही बात हिंदुओं के रक्षण की तो ऐतिहासिक तथ्य यह भी है कि जब पठानों के आक्रमण से सिक्ख भयभीत हुए थे, अमृतसर में हरमिंदर साहब पर हरा झंडा लहरा रहा था, सोने के गुरुद्वारे को मिट्टी से भर दिया गया था, तब मराठा फौज ने खालसा पंथ की सुरक्षा की। महान मराठा योद्धा रघुनाथ पंडितराव के नेतृत्व में हिंदुओं ने सिक्खों की रक्षा की। (सोर्स- मराठा रियासत, vol-4, G S सरदेसाई)

यह सत्य है कि सिक्खों ने आजादी के आंदोलन में बहुत योगदान दिया। किंतु ऐसे नहीं है कि किसी अन्य ने कम योगदान दिया। 1857 के विद्रोह में अवध की विद्रोही सेना में सभी विद्रोही पंडित ही थे। ( सोर्स – विलियम डेलरिम्पल की आखिरी मुगल)

भारत में 1905 से 1910 तक, जब प्रथम क्रांतिकारी आंदोलन शुरू हुआ, तो फाँसी चढ़ने वालों में अधिकांश सवर्ण कायस्थ और ब्राह्मण थे। (सोर्स- सुमित सरकार, आधुनिक भारत) भारत के लिए बलिदान सभी ने दिया है, कुछ के बलिदानों को गीतों का रूप मिल गया, कुछ इतिहास के गर्भ में छुप गए।

भारतीय फौज में सिक्खों की बड़ी संख्या का कारण यह है कि 1857 के विद्रोह के बाद अंग्रेजी हुकूमत हिंदुओं और मुसलमानों से भयभीत थी। इसलिए उसने इतिहास को तोड़ मरोड़ कर सिक्खों को हिंदुओं से अलग पहचान दी और उन्हें अपनी फौज का मुख्य आधार बनाया। सिक्खों को योजनाबद्ध तरीके से सैनिक कौम बनाया गया, क्योंकि वे राष्ट्रवादी उत्तर भारतीयों के विरुद्ध ढाल बन सकें।

(सोर्स :- Punjab and the Raj, 1849-1947 Ian Talbot)

सेना में औपनिवेशिक काल का यह प्रभाव मौजूदा है, इसीलिए आज भी सिक्ख बड़ी संख्या में हैं। यह दैवीय शक्ति नहीं, प्रशासनिक योजना के कारण हैं।

शुद्धता के नाम पर धार्मिक, भाषाई, नक्सली हिंसा एक आम बात है। शुद्धता के नाम पर ही ISIS जैसे संगठन बने, जो सिर्फ गैर मुस्लिमों को ही नहीं, बल्कि इस्लाम की शुद्धता के नाम पर ही अन्य इस्लामिक मतावलंबियों को भी मारते हैं। खालिस्तान का विचार भी शुद्धता की बात पर टिका है, इसपर मिट्टी डालने से यह खत्म नहीं होगा। यह अंदर ही अंदर जहर की तरह फैलता रहेगा और समय-समय पर कभी किसान आंदोलन के रूप में तो भी अन्य रूप में, इसी तरह सतह पर आता रहेगा। आवश्यकता है कि इसपर चर्चा की जाए, इसकी मान्यताओं की धज्जियां उड़ाई जाए, और सबसे बड़ी बात पंजाबी हिंदुओं पर हुए अत्याचारों पर भी चर्चा की जाए।

Tags: Farmer ProtestHinduphobiaKhalistanPunjab
शेयर1ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Newsclick के दफ्तर पर पड़ा ED का छापा, लिबरल रो रहे हैं लेकिन यहाँ मामला कुछ और ही है

अगली पोस्ट

‘तुम्हारी झूठी खबर ने चीन को फायदा पहुंचाया’, जनरल VK सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस अखबार की उड़ाई धज्जियां

संबंधित पोस्ट

जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास
चर्चित

जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

25 August 2025

आरएसएस की तीन दिवसीय बैठक राजस्थान के जोधपुर में पांच सितंबर से होने वाली है। ऐसे तो आरएसएस ने बयान जारी कर इसे हर साल...

गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है
इतिहास

गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

23 August 2025

महात्मा गांधी के परपोते श्रीकृष्ण कुलकर्णी ने बुधवार को राहुल गांधी को एक तीखा और खुला पत्र जारी किया। यह पत्र न केवल निजी टिप्पणी...

‘संघ की कार्यशैली का प्रतिबिंब’: पुस्तक ‘तन समर्पित मन समर्पित’
चर्चित

‘संघ की कार्यशैली का प्रतिबिंब’: पुस्तक ‘तन समर्पित मन समर्पित’

20 August 2025

सोशल मीडिया और कृत्रिम बुद्धि (AI) के इस युग में जीवन के हर क्षेत्र में बड़ी भागदौड़ चलती रहती है। शहरों में तो ये गति...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

IADWS The Modern ‘Sudarshan Chakra’, Redefining the Laws of Future Aerial Warfare

IADWS The Modern ‘Sudarshan Chakra’, Redefining the Laws of Future Aerial Warfare

00:06:12

Is Rampur Nadrabag Mosque The Dark Web of Trafficking, Illegal Arms, Drugs & Conversion Mafia?

00:05:52

ISRO’s ₹8,240 Cr Project ‘Soorya' : India’s Ticket to Space Station & Moon Missions

00:06:37

Why Silencing History ? The Hypocrisy of Stopping Bengal Files | Kolkata | Mamata | Vivek Agnihotri

00:04:54

Reason Behind Congress and Sanjay Kumar Silently Deleting Their Fake Voter Data Tweets

00:05:56
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited