• About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
मंगलवार, जून 28, 2022
TFIPOST
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Sachin Pilot vs Eknath Shinde

    राजस्थान के ‘एकनाथ शिंदे’ बन सकते थे सचिन पायलट, लेकिन हाथ आया मौका गंवा दिया

    मायावती ने इस तरह पक्की की सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव की हार और निरहुआ की जीत

    मायावती ने इस तरह पक्की की सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव की हार और निरहुआ की जीत

    Sanskrit

    RSS को सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके “संस्कृत/वैदिक गणित/शास्त्र” के सुझाव देशभर में लागू हों

    Sonia vs Teesta

    तीस्ता सीतलवाड़ के “सोनिया गांधी कनेक्शन” की अवश्य जांच होनी चाहिए

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    piyush PLI

    अब कपड़ा उद्योग में नहीं रहेगा बांग्लादेश का वर्चस्व, भारत जल्द लेकर आ रहा है PLI स्कीम

    india america

    भारत-रूस नज़दीक क्या आए, अमेरिका तो दोबारा पाकिस्तान को पालने लगा

    Zomato acquires Blinkit

    Zomato ने 4,447 करोड़ में Blinkit का अधिग्रहण कर लिया

    Covid Rashan

    मुफ्त राशन योजना पर लग सकती है रोक, वित्त मंत्रालय ने गिनाए कई महत्वपूर्ण कारण

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    VIPINRAWAT

    पूर्व सीडीएस दिवंगत जनरल बिपिन रावत के दिमाग की उपज है ‘अग्निपथ योजना’

    CDS

    CDS की नियुक्ति के प्रावधान में पीएम मोदी ने जो बदलाव किए हैं, उसके मायने समझ लीजिए

    एमके-1 मिसाइल

    भारत की इस स्वदेशी मिसाइल से थर-थर कांप रहे हैं दुश्मन देश

    भारत और जापान

    जापान ने भारत के लिए खोल दिये अपने शस्त्रागार के द्वार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    China

    चीनी ऋण जाल बहुत बड़ा झोल है, अफ्रीकी देशों को श्रीलंका से सबक लेना चाहिए

    america

    अमेरिका को अपना लोकतंत्र ‘रिपेयर’ करने की ज़रूरत है, भारत से सीख सकते हैं

    chai-lassi-and-sattu-the-three-horsemen-of-pakistans-economic-revival

    चाय, लस्सी और सत्तू से पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था में ‘क्रांतिकारी सुधार’ करने जा रहा है

    india america

    भारत-रूस नज़दीक क्या आए, अमेरिका तो दोबारा पाकिस्तान को पालने लगा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    mainpuri

    मैनपुरी के गणेशपुर गांव में खुदाई से मिले हथियार हिंदुओं की अत्याधुनिकता का प्रमाण देते हैं

    chaapekar

    गोंडया आला रे! चापेकर बंधु के शौर्य का कोई जवाब नही

    बीयर योगा

    ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाना अच्छी बात है लेकिन अब पश्चिमी शैली में ढलते जा रहा है योग

    saptrishi

    मानवता के मार्गदर्शक हैं भारत के महान 7 संत, जिन्हें कहा जाता है सप्तर्षि

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    Item Number

    आइटम नंबर – फिल्म उद्योग को लील रहा है यह ‘कैंसर’

    gangs Of Wasepur

    गैंग्स ऑफ वासेपुर– भारत की सबसे महत्वपूर्ण गैंगस्टर फिल्मों में से एक

    कार्तिक आर्यन करण जौहर

    कार्तिक आर्यन जैसे स्टार के लिए करण जौहर कौन है?

    karan jauhar

    करण जौहर, वापसी के बारे में भूल ही जाओ क्योंकि अब तुमसे न हो पाएगा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
TFIPOST
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Sachin Pilot vs Eknath Shinde

    राजस्थान के ‘एकनाथ शिंदे’ बन सकते थे सचिन पायलट, लेकिन हाथ आया मौका गंवा दिया

    मायावती ने इस तरह पक्की की सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव की हार और निरहुआ की जीत

    मायावती ने इस तरह पक्की की सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव की हार और निरहुआ की जीत

    Sanskrit

    RSS को सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके “संस्कृत/वैदिक गणित/शास्त्र” के सुझाव देशभर में लागू हों

    Sonia vs Teesta

    तीस्ता सीतलवाड़ के “सोनिया गांधी कनेक्शन” की अवश्य जांच होनी चाहिए

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    piyush PLI

    अब कपड़ा उद्योग में नहीं रहेगा बांग्लादेश का वर्चस्व, भारत जल्द लेकर आ रहा है PLI स्कीम

    india america

    भारत-रूस नज़दीक क्या आए, अमेरिका तो दोबारा पाकिस्तान को पालने लगा

    Zomato acquires Blinkit

    Zomato ने 4,447 करोड़ में Blinkit का अधिग्रहण कर लिया

    Covid Rashan

    मुफ्त राशन योजना पर लग सकती है रोक, वित्त मंत्रालय ने गिनाए कई महत्वपूर्ण कारण

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    VIPINRAWAT

    पूर्व सीडीएस दिवंगत जनरल बिपिन रावत के दिमाग की उपज है ‘अग्निपथ योजना’

    CDS

    CDS की नियुक्ति के प्रावधान में पीएम मोदी ने जो बदलाव किए हैं, उसके मायने समझ लीजिए

    एमके-1 मिसाइल

    भारत की इस स्वदेशी मिसाइल से थर-थर कांप रहे हैं दुश्मन देश

    भारत और जापान

    जापान ने भारत के लिए खोल दिये अपने शस्त्रागार के द्वार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    China

    चीनी ऋण जाल बहुत बड़ा झोल है, अफ्रीकी देशों को श्रीलंका से सबक लेना चाहिए

    america

    अमेरिका को अपना लोकतंत्र ‘रिपेयर’ करने की ज़रूरत है, भारत से सीख सकते हैं

    chai-lassi-and-sattu-the-three-horsemen-of-pakistans-economic-revival

    चाय, लस्सी और सत्तू से पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था में ‘क्रांतिकारी सुधार’ करने जा रहा है

    india america

    भारत-रूस नज़दीक क्या आए, अमेरिका तो दोबारा पाकिस्तान को पालने लगा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    mainpuri

    मैनपुरी के गणेशपुर गांव में खुदाई से मिले हथियार हिंदुओं की अत्याधुनिकता का प्रमाण देते हैं

    chaapekar

    गोंडया आला रे! चापेकर बंधु के शौर्य का कोई जवाब नही

    बीयर योगा

    ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाना अच्छी बात है लेकिन अब पश्चिमी शैली में ढलते जा रहा है योग

    saptrishi

    मानवता के मार्गदर्शक हैं भारत के महान 7 संत, जिन्हें कहा जाता है सप्तर्षि

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    Item Number

    आइटम नंबर – फिल्म उद्योग को लील रहा है यह ‘कैंसर’

    gangs Of Wasepur

    गैंग्स ऑफ वासेपुर– भारत की सबसे महत्वपूर्ण गैंगस्टर फिल्मों में से एक

    कार्तिक आर्यन करण जौहर

    कार्तिक आर्यन जैसे स्टार के लिए करण जौहर कौन है?

    karan jauhar

    करण जौहर, वापसी के बारे में भूल ही जाओ क्योंकि अब तुमसे न हो पाएगा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
TFIPOST
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें

सभी हिंदूओं को श्राद्ध क्यों मनाना चाहिए?

"श्रद्ध्या क्रियाते या सा"

Aniket Raj
द्वारा Aniket Raj
22 सितम्बर 2021
in संस्कृति
0
श्राद्ध
98
व्यूज़
Share on FacebookShare on Twitter

श्राद्ध पूर्वजों के पुण्य और प्रतिष्ठा में पीढ़ियों द्वारा बढ़ोतरी कर मोक्षद्वार तक पहुंचाने की एक धार्मिक परंपरा है। मोक्ष, मृत्यु और पुनर्जन्म के आवर्तों को मनाने सनातन संस्कृति की अपने पूर्वजों के प्रति सत्यनिष्ठा है। मृत्यु पश्चात भी अपने पूर्वजों के प्रति ऐसा प्रेम और सत्यनिष्ठा का ऐसा उदाहरण अन्यत्र कहीं नहीं मिलता। यदि आप एक हिंदू घराने में पले-बढ़े हैं, तो संभावना है कि आपने अपने माता-पिता को ‘श्राद्धया पितृ पक्ष’ का जिक्र करते हुए सुना होगा। लेकिन क्या आपने कभी इसके महत्व और अर्थ के बारे में सोचा है?

और पढ़ें: मोपला नरसंहार: कैसे टीपू सुल्तान और उसके पिता हैदर अली ने मोपला नरसंहार के बीज बोए थे

श्राद्ध की तिथि

हिंदू पंचांग के अनुसार पितृ पक्ष अश्विन मास की पहली तिथि से मनाया जाता है और अमावस्या तक जारी रहता है। यह ‘भाद्रपद पूर्णिमा’ से ‘सर्वपितृ अमावस्या’ तक 16 दिनों की अवधि है, जिसे सर्वपितृ अमावस्या या महालय अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस अवधि के दौरान, पूर्वजों का श्राद्ध या तर्पण उस तिथि पर किया जाता है, जिस दिन वे अनंत काल से मिले थे।

श्राद्ध का अर्थ

श्राद्ध, मूल रूप से एक संस्कृत शब्द है, दो शब्दों “सत” का अर्थ सत्य और “आधार” का अर्थ आधार है। इसका मतलब कुछ भी या कोई भी कार्य है जो पूरी ईमानदारी और विश्वास के साथ किया जाता है। यह कहा जाता है, “श्रद्ध्या क्रियाते या सा” अर्थात श्राद्ध अपने पूर्वजों को तृप्त करने के लिए किया जाने वाला अनुष्ठान है तथा यह अनुष्ठान पूर्वजों के प्रति किसी की बिना शर्त श्रद्धा को व्यक्त करता है।

प्रक्रिया

16 दिनों की इस अवधि में, हिंदू गरीबों को विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ और व्यंजन, कपड़े और अनाज देते हैं। यह भी माना जाता है कि कुत्तों, कौवे और गायों को खिलाने से भी पूर्वजों की सद्गति होती है। 16 दिनों की इस अवधि को सगाई या शादी, गृहिणी, मुंडन आदि सहित शुभ कार्य हेतु निषेध माना जाता है। श्राद्ध परिवार के सबसे बड़े पुत्र या सबसे बड़े पुरुष द्वारा किया जा सकता है। पितृ पक्ष के तहत अनुष्ठानों में मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए तर्पण और श्राद्ध करना शामिल है। श्राद्ध या तर्पण आमतौर पर एक पुजारी की उपस्थिति में किया जाता है। मान्यताओं में यह भी कहा गया है कि दिवंगत के श्राप से बचने के लिए 16 दिनों के दौरान किसी भी मांसाहारी भोजन का सेवन नहीं करना आवश्यक है, जिसे पितृ दोष के रूप में जाना जाता है। सुचिता और अनुशासन ही इस धार्मिक परंपरा के मूल तत्व है।

और पढ़ें: जब आरएसएस के स्वयंसेवकों ने स्वर्ण मंदिर को मुस्लिम लीग की भीड़ से बचाया था

श्राद्ध की उत्पति

हिंदू पवित्र ग्रंथों के अनुसार, ऋषि अत्रि भगवान ब्रह्मा के 10 पुत्रों में से सबसे ज्येष्ठ थे। ऋषि अत्री ने भगवान ब्रह्मा द्वारा अपने पुत्रों के लिए तैयार किए गए श्राद्ध के अनुष्ठानों को सर्वप्रथम समझा। नारद मुनि से इस अनुष्ठान की प्रक्रिया को समझकर निमी ऋषि ने श्राद्ध के माध्यम से अपने पूर्वजों का आह्वान करना शुरू कर दिया। प्रकट हुए पुण्यात्माओं नें कहा कहा- “निमी, तुम्हारा पुत्र पहले ही पितृ देवों के बीच जगह ले चुका है। चूंकि आपने अपने दिवंगत पुत्र की आत्मा को खिलाने और पूजा करने का पुण्यकार्य किया है। यह वैसा ही है जैसे आपने पितृ यज्ञ किया था।” उस समय से श्राद्ध को महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना जाता है। प्रभु श्रीराम द्वारा आरण्य में अपने दिवंगत पिता दशरथ के आत्मा की मोक्ष हेतु श्राध किया था। महाभारत और हमारे अन्य पौराणिक पुस्तकों में श्राद्ध का वृहद और विस्तृत वर्णन है।

ग्रंथों में प्रमुख रूप से 12 प्रकार के श्राद्धों का उल्लेख मिलता है। ये हैं नित्य, नैमित्तिक, काम्य, वृद्धि, सपिंदन, पारवण, गोष्ट, शुर्ध्यार्थ, कर्मांग, देविका, ऊपचारिक और सांवत्सरिक श्राद्ध।

महत्व

कलियुग में रज-तम की अधिकता के कारण साधना करने वाले व्यक्तियों की संख्या कम होती है। असंतुष्ट इच्छाओं के कारण ही जीव सदगति प्राप्त नहीं पाता है। उसी प्रकार साधना से प्राप्त शक्ति के अभाव में भी जीव लड़खड़ाता रहता है। यदि महालय तिथि पर वैदिक प्रक्रियाओं के अनुसार श्राद्ध जैसे संस्कार नहीं किए जाते हैं, तो पितरों को मोक्ष प्राप्त नहीं होती। यदि श्राद्ध किसी पवित्र स्थान पर किया जाता है, तो पितरों को मोक्ष-लाभ होता है। इसके अलावा अन्य पितरों का वार्षिक श्राद्ध करना भी आवश्यक है। दीर्घ आयु, सन्तान, यश, स्वर्ग, यश, पोषण, बल, धन, पशु, सुख, धन, अन्न आदि वैभव पितरों की पूजा अर्थात् श्राद्ध करने से प्राप्त होते हैं।

और पढ़ें: मनसुख मंडाविया ने वही किया जो कभी विक्रमादित्य और राजा भोज अपने समय में किया करते थे

Tags: मृत्युमोक्षश्राद्ध
शेयर12ट्वीटभेजिए

पिछली पोस्ट

देश में देववाणी संस्कृत के प्रति क्यों कम हो रहा लगाव ?

अगली पोस्ट

तालिबान के प्रति पाकिस्तान का मोह पहले से ही अप्रासंगिक SAARC का सर्वनाश करके ही दम लेगा

Aniket Raj

Aniket Raj

अधिवक्ता ( सर्वोच्च न्यायालय) हिंदी स्तंभकार (TFI Media) दक्षिणपंथी-हिन्दू-राष्ट्रवादी ।। यत: धर्मोस्ततो जय: ।।

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

  • सर्वाधिक पढ़े गए
  • टिप्पणियाँ
  • नवीनतम
“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

24 जून 2020
चीन, ऑस्ट्रेलिया,

‘जांच तो होकर रहेगी, चाहे जितना रो लो’, ऑस्ट्रेलिया ने ड्रैगन को उसी की भाषा में मजा चखा दिया

29 अप्रैल 2020
G7

दुनिया के 7 बड़े देश एक बात पर हुए सहमत – हम सब चीन के खिलाफ हैं

18 अप्रैल 2020
जापान, चीन

‘हमारी जल सीमा से तुरंत निकल लो’, East China Sea में घुसपैठ करने जा रहे चीनियों को जापानी नौसेना ने खदेड़ा

10 मई 2020
रवीश कुमार

यदि रवीश कुमार मेरे सवालों का ठीक ठीक उत्तर दे दें, तो मैं लिखना छोड़ दूंगा

सरकारी बैंक

प्रिय बैंक कर्मचारियों, अपनी हड़ताल जारी रखें, PSB का निजीकरण होकर रहेगा

संदीप मिश्रा

अखबार के एक मैट्रिमोनियल कॉलम से शुरू हुई प्रेम और देश प्रेम की कहानी

संजय झा

यक्ष – संजय झा संवाद: ऐसे प्रश्न और ऐसे उत्तर जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे

Uddhav and Raut

आपने ‘राजा और बंदर’ की कहानी तो सुनी ही होगी, उद्धव और राउत बस इसे रीक्रिएट कर रहे हैं

28 जून 2022
Sachin Pilot vs Eknath Shinde

राजस्थान के ‘एकनाथ शिंदे’ बन सकते थे सचिन पायलट, लेकिन हाथ आया मौका गंवा दिया

28 जून 2022
FAshion

मेकअप करके ‘चिकने बनने’ की होड़ भारतीय पुरुषों को बर्बाद कर रही है

28 जून 2022
मायावती ने इस तरह पक्की की सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव की हार और निरहुआ की जीत

मायावती ने इस तरह पक्की की सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव की हार और निरहुआ की जीत

28 जून 2022

इस सप्ताह लोकप्रिय

Shopping Mall culture is losing its sheen in India
प्रीमियम

भारत के शॉपिंग मॉल ‘डेड मॉल’ या ‘जॉम्बी मॉल’ क्यों बन रहे हैं?

द्वारा Chaman Kumar Mishra
19 जून 2022
PARLE-g
प्रीमियम

एक या दो दशक में Parle-G बिस्किट का उत्पादन बंद करने पर विवश हो जाएगी पारले कंपनी

द्वारा Chaman Kumar Mishra
22 जून 2022
फ्लिपकार्ट
चर्चित

कभी भारत में फ्लिपकार्ट की बोलती थी तूती, अब चीन की गोद में जा बैठा

द्वारा Deeksha Sharma
16 जून 2022
Reliance out to buy the broke Revlon
अर्थव्यवस्था

दिवालिया होने जा रही रेवलॉन को खरीदेगा भारतीय अरबपति, लेकिन वो अडानी नहीं है

द्वारा Chaman Kumar Mishra
23 जून 2022
noida
चर्चित

दिल्ली, गुरुग्राम की बजाय अब नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घर क्यों ख़रीद रहे हैं लोग?

द्वारा Deeksha Sharma
26 जून 2022

©2022 TFI Media Private Limited

  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships

©2022 TFI Media Private Limited

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team

Follow @tfipost_in