TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    यौन उत्पीड़न

    मोहम्मद फैज ने इलाज के लिए भर्ती 23 वर्षीय युवती का अस्पताल में किया रेप, इलाज के दौरान हुई मौत

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    डीएमके

    मुरुगन सम्मेलन की सफलता से घबराई DMK!, फिर छेड़ा भाषा विवाद

    शशि थरूर का क्रिप्टिक पोस्ट

    कांग्रेस छोड़ रहे हैं शशि थरूर!: क्रिप्टिक X पोस्ट ने अटकलों को दी हवा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    यौन उत्पीड़न

    मोहम्मद फैज ने इलाज के लिए भर्ती 23 वर्षीय युवती का अस्पताल में किया रेप, इलाज के दौरान हुई मौत

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    डीएमके

    मुरुगन सम्मेलन की सफलता से घबराई DMK!, फिर छेड़ा भाषा विवाद

    शशि थरूर का क्रिप्टिक पोस्ट

    कांग्रेस छोड़ रहे हैं शशि थरूर!: क्रिप्टिक X पोस्ट ने अटकलों को दी हवा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

पंजाब में चावल की खेती होनी ही ‘नहीं’ चाहिए, इसके पीछे हैं 5 बड़े कारण

पंजाब के लिए चावल की खेती घाटे का सौदा है!

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
4 December 2021
in मत
पंजाब चावल
Share on FacebookShare on X

किसी भी देश में कृषि वहां की भगौलिक स्थिति पर निर्भर करती है। बात चाहे चीन, यूरोप और भारत की हो, सभी देशों में मुख्यतः उन्हीं फसलों की अधिकता है, जो वहां के वातावरण के अनुसार हैं। भारत एक कृषि प्रधान देश है इसलिए फसलों की अधिकता के कारण देश की अर्थव्यवस्था से लेकर आजीविका तक कृषि पर आश्रित है। हालांकि, जब देश में हरित क्रांति आई थी तब से लेकर आज तक कई चीजों में बदलाव हुआ और साथ ही कृषि स्वभाव में भी बदलाव हुआ है।

सबसे बड़ा बदलाव देखने को मिला पंजाब और उसके आसपास के क्षेत्र में। वर्ष 1960-61 में धान केवल 4.8% फसल क्षेत्र में उगाया जाता था। वहीं, वर्ष 2018-19 में इसे लगभग 39.6% फसली क्षेत्र में उगाया जाता था। पंजाब भारत का चौथा सबसे बड़ा चावल उत्पादक राज्य है। दरअसल, वर्ष 2014-2015 राज्य में 11.25 मिलियन टन चावल का उत्पादन हुआ था। इस राज्य में खपत तो गेंहू की अधिक होती है लेकिन इन्होंने चावल उगाने पर ध्यान दिया और इस बदलाव का परिणाम यह हुआ कि आज ये राज्य पानी की कमी के कारण रेगिस्तान बनने के मुहाने पर खड़ा है। ऐसे में, पंजाब को रेगिस्तान बनने से पहले चावल की खेती को बंद करना होगा।

संबंधितपोस्ट

‘पंजाब में खालिस्तानी तुष्टिकरण की इंदिरा गांधी वाली नीति दोहरा रही है AAP’

पाकिस्तान में सूखा भारत में होगी हरियाली, सरकार ने सिंधु जल पर तैयार किया फाइनल प्लान

ज्योति मल्होत्रा के साथ पाकिस्तान जाने वाला यूट्यूबर जासूसी के आरोप में हुआ अरेस्ट, सबूत मिटाने की कर रहा था कोशिश

और लोड करें

पंजाब को चावल नहीं उगाना चाहिए!

बता दें कि जब भी खेती की बात आती है, पंजाब का नाम सबसे पहले लिया जाता है, चाहे वह उसके उत्पादन के लिए या खेती के तौर तरीकों के लिए हो। इसे देखते हुए तत्काल आधार पर राज्य में चावल की फसल को बंद करने की जरूरत है। देखा जाए तो पंजाब में चावल की आवश्यकता ही नहीं है। पंजाब में पानी की कमी के बावजूद चावल की खेती पर ही ज़ोर दिया जाता है, जिसे तुरंत ही बंद किया जाना चाहिए और अन्य मोटे फसल की खेती की ओर मुड़ना चाहिए।

पंजाब का जल स्तर गिरता जा रहा है और मिट्टी की सेहत भी खराब हो रही है। पंजाब के राजनेताओं और किसानों को अब खुद से पूछना चाहिए: कब तक हम अपनी कब्र खोदते रहेंगे? पंजाब में चावल न उगाने के कई कारण हैं। इसमें से पांच प्रमुख कारण आहार संबंधी आदतें, परिवहन, प्रदूषण और पानी की कमी तथा अनया राज्यों के अवसर को छीनना है। आज हम इन्हीं पांच कारणों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

और पढ़े: धान की खेती को रोकने के लिए हरियाणा की बड़ी पहल, समय आ गया है पंजाब भी धान की खेती छोड़ने के लिए कदम उठाये

आहार-विहार

जब भी पंजाब में खाने की बात आती है, तो वहां का प्रमुख भोजन गेहूं आधारित होता है न कि चावल आधारित। पंजाब में चावल लोग तभी खाते हैं जब स्पेशल “राजमा चावल” या “कड़ी चावल” खाया जाता है। एतिहासिक रूप से इसका मुख्य कारण वहां का वातावरण है। चावल मुख्यतः भारत के पूर्वी क्षेत्र में खाया जाता है, जहां पानी की अधिकता है। उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार, झारखंड और फिर पूर्वी क्षेत्र में पश्चिम बंगाल असम और फिर पूरा पूर्वोतर भारत के लिए चावल एक मुख्य भोजन है।

दक्षिण भारत में भी हम सभी जानते हैं कि मुख्य भोजन चावल आधारित ही होते हैं। इसका मुख्य कारण इस क्षेत्र में पानी की अधिकता और अनुकूल मॉनसून है। चावल की खेती के लिए खेतों में घुटने तक पानी की आवश्यकता होती है और इन सभी क्षेत्रों में पानी की कोई कमी नहीं है। वहीं पंजाब की स्थिति देखी जाए तो इस क्षेत्र का मुख्य भोजन गेंहु आधारित होते हुए भी इन क्षेत्रों में चावल की खेती पर ही ध्यान दिया जाता है। ऐसे में यही सवाल उठता है कि क्या पंजाब के किसानों को चावल उगाकर अपनी जमीन को नष्ट करने का कोई अर्थ है, जबकि चावल की मांग पंजाब में हैं ही नहीं।

चावल उगाने से राज्य को अनावश्यक परिवहन खर्च करना पड़ता है..

विवेक कौल की पुस्तक India’s Big Government The Intrusive State and How It’s Hurting Us के अनुसार 2014-2015 में पंजाब ने 11.25 मिलियन टन चावल का उत्पादन किया, जिसमें से 11.19 मिलियन टन चावल तो सरप्लस रहा। इसमें से 8.15 मिलियन टन चावल FCI और अन्य राज्य खरीद एजेंसियों द्वारा अधिग्रहित किया गया था। यह उस वर्ष किसी भी राज्य से सरकार को प्राप्त चावल की सबसे अधिक मात्रा है।

और पढ़े: पंजाब कृषि कानून को लेकर सिर पीटते रह गया और MP ने पंजाब से व्हीट बास्केट का ताज छीन लिया

चावल उगाने से राज्य को अनावश्यक परिवहन पर खर्च करना पड़ता है। इससे ईंधन की बर्बादी होती है। अगर पंजाब के लोग चावल के स्थान पर कुछ अन्य अनाज उगाएं तो कई गुना ईंधन बचाया जा सकता है। भारत को ईंधन आयात के लिए अपने विदेशी मुद्रा भंडार का एक बड़ा हिस्सा खर्च करना पड़ता है। अगर पंजाब के किसान धान की खेती न करें, तो भारत के आयात खर्च को कम कर कई गुना विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाया जा सकता है। यही अन्य राज्यों को भी करना चाहिए जिससे ईंधन की बचत हो सके।

जल की गंभीर कमी

आदर्श रूप से पंजाब जैसे राज्य में भूजल 50 से 60 फीट की गहराई पर उपलब्ध होना चाहिए, लेकिन अंदाजा लगाइए कि इस राज्य में एक नल लगाने के लिए कितनी खुदाई करनी होगी। 200-300 फीट! और ऐसा क्यों? क्योंकि पंजाब में, धान की खेती के लिए भूजल का अंधाधुंध उपयोग किया जाता है, जो कि देश के पश्चिमी भाग के लिए प्राकृतिक फसल हैं ही नहीं। पहले की सरकारों ने जब चावल पर MSP देना शुरू किया, तो यह दालों और सब्जियों की तुलना में एक लाभकारी फसल बन गई।

इसके बाद तो पंजाब जैसे राज्यों के किसानों ने अंधाधुंध ट्यूबवेल लगाए और आज राज्य के लगभग हर बड़े किसान के पास चार से पांच ट्यूबवेल हैं। यही नहीं, पंजाब एक अर्ध-शुष्क क्षेत्र में होने के बावजूद जितना चावल का उत्पादन करने में सक्षम है, क्योंकि बिजली मुफ्त है। नहरों के अलावा भूजल की इतनी बर्बादी हुई कि आज यह क्षेत्र रेगिस्तान में परिवर्तित होने के मुहाने पर खड़ा है।

भूजल के अंधाधुंध उपयोग से जल स्तर कम होने लगा और आज यह लगभग 300 फीट तक पहुंच गया है। पिछले दो दशकों में, पंजाब में भूजल स्तर 25-30 सेंटीमीटर प्रति वर्ष की दर से गिर रहा है। अब पंजाब के लोगों को स्वयं सोचना चाहिए कि जल स्तर में कमी का एक मात्र कारण उनके द्वारा चावल की अत्यधिक खेती के लिए भूजल का अनावश्यक दोहन है।

पंजाब में बढ़ते जलकूप की संख्या

प्रदूषण

जिसने भी धान की खेती की होगी या जिन्होंने देखा होगा उन्हें यह पता होगा कि धान एक ऐसा फसल जिससे चावल निकालने के बाद सबसे अधिक अनुपयोगी तत्व निकलते हैं। आज जिसे पारली कहते हैं वह भी उसी का हिस्सा है। हर साल, दिल्ली-एनसीआर अक्टूबर और नवंबर के समय गैस चैंबर में बदल जाता है। इसका एक मात्र कारण पंजाब और हरियाणा के किसानों द्वारा की जाने वाली चावल की खेती है जिससे निकले पराली को वे जलाते हैं। चावल की खेती अपने पीछे बहुत सारा कृषि अपशिष्ट छोड़ जाती है, जिसे पराली के रूप में जलाया जाता है। अगर पंजाब में चावल की खेती होगी ही नहीं तो होने वाले प्रदूषण पर भी लगाम लगेगा और लोगों को हवा में घुले जहर से बचाया जा सकेगा। 

पानी बर्बाद करना

पंजाब में चावल की खेती के दो ही आधार हैं। पहला भूजल और दूसरा नहरों से मिलने वाला पानी। जब पंजाब को चावल की आवश्यकता ही नहीं है फिर भी वहां के किसान अगर खेती कर रहे हैं, तो इसका स्पष्ट अर्थ है कि वे भूजल और नहरों के पानी को बर्बाद कर रहे हैं। जो पानी हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और अन्य राज्यों द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है, उसे पंजाब में एक ऐसे फसल उगाने में बर्बाद कर रहा है जो वहां के वातावरण के अनुरूप हैं ही नहीं।

विवेक कौल की पुस्तक India’s Big Government The Intrusive State and How It’s Hurting Us के अनुसार यदि पानी की खपत को प्रति किलोग्राम चावल के संदर्भ में मापा जाता है, तो एक किलो चावल के उत्पादन में पंजाब सबसे अधिक पानी का उपयोग करता है। दूसरे राज्यों को देखा जाए तो एक किलो चावल का उत्पादन करने में पश्चिम बंगाल 2,169 लीटर की खपत करता है, इसके बाद असम (2,432 लीटर) और कर्नाटक (2,635 लीटर) का स्थान आता है।

अन्य राज्यों से अवसर छीनना

 देखा जाए तो पंजाब द्वारा की जा रही धान की खेती वास्तव में, यह दूसरे राज्यों के लोगों से अवसर छीनने जैसा है। पंजाब में चावल उगाने के लिए पानी की बर्बादी एक ऐसी चीज है, जिसे तुरंत रोकने की जरूरत है। पंजाब में किसान मूल रूप से प्रवासी श्रमिक हैं। जिन लोगों के पास खेत हैं, वे चौबीसों घंटे आराम फरमाते हैं और खेतों को उत्तर प्रदेश और बिहार से आए श्रमिक ही जोतते हैं। ऐसे में, पंजाब को चावल की खेती का नुकसान न सिर्फ पंजाब को हो रहा है, बल्कि पूरे देश पर इसका नकारात्मक असर पड़ रहा है।

इसका समाधान एक ही है कि पंजाब के किसान चावल की खेती छोड़ अन्य अनाज पर अपना ध्यान केन्द्रित करें, जिसके लिए अत्यधिक पानी की आवश्यकता भी न हो और साथ ही फसल वहां की खपत के अनुसार हो, जिससे देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी बचाया जा सके। यही नहीं, इससे पंजाब में तेजी से घटता जलस्तर भी बढ़ेगा, फसल में विविधीकरण भी आएगी और प्रदूषण में भारी कटौती होगी।

Tags: कृषिपंजाबफसल
शेयर80ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारत में कुपोषण के विरुद्ध शुरू हुई निर्णायक लड़ाई, सोनिया के “2000 कैलोरी” वाले मानदंड से मुक्त हो रहा है भारत

अगली पोस्ट

ममता के राज में सरकारी सुविधा का लाभ उठा कर बच्चों का यौनशोषण कर रहे हैं सरकारी अधिकारी

संबंधित पोस्ट

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति
इतिहास

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 June 2025

25 जून एक ऐसी तिथि है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये। 25 जून 1975 की मध्य रात्रि इंदिरा गाँधी ने देश को आपातकाल...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’
भारत

आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

22 June 2025

इस 21 जून को सम्पूर्ण विश्व ने ‘योग दिवस’ मनाया । योग दिवस ‘वसुंधरा परिवार हमारा’ इस ध्येय वाक्य को चरितार्थ करता है । सरल...

Baba Bageshwar Dham Dhirendra Shastri
मत

धीरेंद्र शास्त्री ने पहनी 65 हजार की जैकेट, हजारों का चश्मा; कहां गई सनातन की त्याग वाली सीख?

18 June 2025

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को आमतौर पर बाबा बागेश्वर के नाम से जाना जाता है।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

India's Rise: Defense and Diplomacy in 2047 Vision

India's Rise: Defense and Diplomacy in 2047 Vision

00:22:51

1975 emergency: India's 21 month dictatorship.

00:10:29

poverty crushed! Modi delivers india's biggest upliftment ever.

00:06:19

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

00:05:33

India' s oil and ethanol market at risk? Rural industries dear US flood

00:04:14
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited