TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अल्पसंख्यक समाज के कार्यक्रम में CM नीतीश कुमार ने नहीं पहनी टोपी

    कार्यक्रम में नीतीश कुमार का बदला अंदाज़: टोपी नहीं पहनने पर उठे सवाल

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अल्पसंख्यक समाज के कार्यक्रम में CM नीतीश कुमार ने नहीं पहनी टोपी

    कार्यक्रम में नीतीश कुमार का बदला अंदाज़: टोपी नहीं पहनने पर उठे सवाल

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

NATO और संयुक्त राष्ट्र – वैश्विक संगठन के नाम पर दो बड़े मजाक!

ये नकारे कमजोर देशों को धमकी देते हैं और ताकतवर देशों की जूते चाटते हैं!

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
1 March 2022
in मत
NATO और संयुक्त राष्ट्र – वैश्विक संगठन के नाम पर दो बड़े मजाक!

source- google

Share on FacebookShare on X

यूक्रेन-रूस युद्ध अपने चरम पर है। रूसी सैनिक अब यूक्रेन के क्षेत्रों के अंदर हैं और लड़ाई अब सीमा से आगे सड़कों और शहरों में लड़ी जा रही है। इस बीच, यूक्रेनियन हैरान हैं कि नाटो और संयुक्त राष्ट्र (यूएन) जैसे सुपरनेशनल संगठन उनका बचाव करने के लिए क्यों नहीं आए?

संयुक्त राष्ट्र और नाटो हस्तक्षेप नहीं करेंगे

अब यह स्थापित है कि संयुक्त राष्ट्र और नाटो यूक्रेन को पर्याप्त सहायता प्रदान नहीं करेंगे। वे अब बस इतना कर सकते हैं कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए केवल जुबानी अपील करें। यहां तक ​​कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भी इन संगठनों की पोलपट्टी खोल दी है।

संबंधितपोस्ट

पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

’50 करोड़ यूरोपियन 30 करोड़ अमेरिकियों से क्यों मदद मांग रहे’- NATO मेंबर पोलैंड के पीएम के इस बयान के असल मायने क्या?

और लोड करें

हालाँकि, ये संगठन अतीत में भी किसी राष्ट्र की रक्षा करने में विफल रहे हैं। उनकी विफलता के रिकॉर्ड इतने बड़े हैं कि उन्हे समझने के लिए आपको उस विफलता का लाभार्थी बनना होगा। सबसे पहले, आइए संयुक्त राष्ट्र के धोखे का इतिहास देखें।

संयुक्त राष्ट्र

द्वितीय विश्व युद्ध राष्ट्रों के पूर्ववर्ती लीग की विफलता साबित हुई। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र अक्टूबर 1945 में अस्तित्व में आया। इसका मुख्य उद्देश्य भविष्य के विश्व युद्धों को रोकना और दुनिया में शांति, समृद्धि, एकता और मानव विकास के संदेश को बढ़ावा देना है। यह यूएनएससी, यूएनजीए आदि जैसे छह प्रमुख अंगों के माध्यम से ऐसा करने का प्रयास करता है।

हालाँकि, अपने अस्तित्व के 75 वर्षों की अवधि में, इसके पास कुछ बीमारियों को खत्म करने के अलावा और कुछ नहीं था और कोरोना ने अब उसपर भी कलंक लगा दिया है। इसकी विफलता विशेष रूप से शांति और सुरक्षा क्षेत्र में दिखाई देती है।

और पढ़ें- अमेरिका चला था भारत को धमकाने, PM मोदी के हड़काते ही बदले बाइडन के सुर

संयुक्त राष्ट्र की विफलताओं की सूची

उत्तर और दक्षिण कोरिया के रूप में कोरियाई प्रायद्वीप का विघटन संयुक्त राष्ट्र की पहली प्रलेखित विफलता है। बाद के वर्षों में, 1962 के भारत-चीन युद्ध, 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के रूप में इस तरह की और विफलताओं को देखा गया। कश्मीर समस्या को पूरी तरह से समझने में इसकी विफलता, अभी भी संगठन को परेशान करती है।

नरसंहार रोकने में संयुक्त राष्ट्र की नाकामी

कंबोडिया में खमेर रूज द्वारा नरसंहार के 20 लाख पीड़ितों की गैर-मान्यता उन विफलताओं में से एक है जिसने संयुक्त राष्ट्र को कलंकित किया है। जब दुष्ट को सत्ता से बेदखल किया गया, तो संयुक्त राष्ट्र ने नई सरकार को मान्यता देने से इनकार कर दिया। इसी तरह, 1994 में, रवांडा नरसंहार में 100 दिनों के भीतर 8 लाख से अधिक लोग मारे गए और संयुक्त राष्ट्र देखता रहा ।

IRAQ युद्ध, खाड़ी युद्ध, सूडान नरसंहार, बोस्नियाई संकट संयुक्त राष्ट्र की कुछ अन्य प्रमुख विफलताएँ हैं। संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख शाखा, सुरक्षा परिषद इसकी मूल रूप से अलोकतांत्रिक और निरंकुश प्रकृति के कामकाज के कारण इसकी विफलता के लिए विशेष रूप से जिम्मेदार है।

यदि संयुक्त राष्ट्र नियमित रूप से विफल रहा है, तो नाटो भी पीछे नहीं है। यह अपने सदस्यों के अंतर्विरोधों, अंतर्कलह और गैर-सहमति के स्वभाव से घिरी हुई है।

और पढ़ें- रूस-यूक्रेन टकराव से पता चलता है कि सांस्कृतिक पहचान नहीं राष्ट्रीय पहचान ही सर्वोपरि होना चाहिए

नाटो-एक सोवियत युग की विरासत

1949 में नाटो के गठन का मूल कारण यूरोप को युद्धों से बचाना था। वे रूसियों और जर्मनों द्वारा उनकी भूमि पर आक्रमण करने से डरते थे। इसलिए, इसका पहला उद्देश्य पूंजीवादी अमेरिका के सहयोग से यूरोपीय सहयोगियों की सुरक्षा था। दूसरा उद्देश्य शीत युद्ध की प्रतिद्वंद्विता पूर्ण युद्ध में बदल जाने की स्थिति में अमेरिका को एक संभावित लॉन्च पैड प्रदान करना था।

1966 में, फ्रांस ने गठबंधन से हटने का फैसला किया। हालाँकि, संगठन ने किसी तरह 1990 के दशक की शुरुआत तक आधिकारिक सदस्यों की संख्या में लगातार वृद्धि के साथ अपनी प्रासंगिकता बनाए रखी।

1990 के दशक में प्रासंगिकता खोने का जोखिम

हालांकि, जैसे ही सोवियत संघ छोटे राज्यों में विघटित हुआ, नाटो ने प्रासंगिकता खोने का जोखिम उठाया। सदस्य देशों के लिए, नाटो अपनी सामरिक समस्याओं का त्वरित समाधान बन गया था। इसका खंड कि किसी भी सदस्य पर हमला करने का मतलब होगा कि अन्य सभी सदस्यों को उसका बचाव करने के लिए मजबूर किया जाएगा। यह नाटो के सबसे अनुकूल और साथ ही विवादास्पद खंडों में से एक है।

और पढ़ें- Swiggy का आईपीओ Zomato से भी ज्यादा खतरनाक होगा

शीत युद्ध के बाद, नाटो ने कुवैत, बोस्निया, यूगोस्लाविया, हर्जेगोविना जैसे देशों में सैन्य हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया। इसका सबसे बड़ा हस्तक्षेप अमेरिका पर 9/11 के हमले के बाद अफगानिस्तान युद्ध में था। दुर्भाग्य से, यह सबसे बड़ी विफलता भी साबित हुई और विशेषज्ञों को इसकी प्रासंगिकता पर सवाल उठाए।

नाटो अंतर संगठन अंतर्विरोध से भरा है

नाटो न केवल सैन्य स्तर पर विफल हो रहा है, बल्कि अपनी आम सहमति बनाए रखने में भी एक बड़ी विफलता साबित हो रही है। एक तरफ यह रूस को अपना प्रमुख दुश्मन मानता है, वहीं दूसरी तरफ इसके सदस्य सैन्य, आर्थिक और सामरिक स्तर पर रूस के साथ लगातार गठजोड़ कर रहे हैं।

अब हाल के रूस और यूक्रेन संकट को देखकर तो ऐसा ही लगता है की नाटो और संयुक्त राष्ट्र पूरी तरह से विफल हो गया है।

और पढ़ें- यूक्रेन के लिए रोने वाले पाखंडियों, अब भारतीयों के हश्र पर भी रोने के लिए तैयार हो जाओ!

Tags: नाटोरूस युक्रेन विवादसंयुक्त राष्ट्र
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

रूस-यूक्रेन टकराव से पता चलता है कि सांस्कृतिक पहचान नहीं राष्ट्रीय पहचान ही सर्वोपरि होना चाहिए

अगली पोस्ट

यूक्रेन को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के इस वीडियो को देखकर आप भी मानेंगे कि वो आदमी कुछ अलग था

संबंधित पोस्ट

कल्याण सिंह ने कभी नहीं किया आदर्शों से समझौता, पुण्यतिथि पर नेताओं ने किया याद
चर्चित

कल्याण सिंह ने कभी नहीं किया आदर्शों से समझौता, पुण्यतिथि पर नेताओं ने किया याद

21 August 2025

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय कल्याण सिंह को उनकी पुण्यतिथि पर पूरे देश में उन्हें याद...

1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, BJP बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद
चर्चित

1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, भाजपा बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

16 August 2025

स्वतंत्रता दिवस पर उस समय एक बड़ा राजनीतिक बवाल मच गया, जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता और 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर...

“जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:
चर्चित

“जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

15 August 2025

एक राष्ट्र के रूप में भारत सदैव से ही जीवंत रहा है। अपनी मूल्य संस्कृति, ज्ञान – विज्ञान और वैचारिक स्पष्टता के कारण प्राचीन काल...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

ISRO’s ₹8,240 Cr Project ‘Soorya' : India’s Ticket to Space Station & Moon Missions

ISRO’s ₹8,240 Cr Project ‘Soorya' : India’s Ticket to Space Station & Moon Missions

00:06:37

Why Silencing History ? The Hypocrisy of Stopping Bengal Files | Kolkata | Mamata | Vivek Agnihotri

00:04:54

Reason Behind Congress and Sanjay Kumar Silently Deleting Their Fake Voter Data Tweets

00:05:56

After 35 Years : Kashmiri Pandits Finally Getting Justice

00:05:59

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

00:06:30
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited