TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मधुबनी की अद्भुत कला तो आपने देखी ही होगी, अब फड़ कला की भव्यता भी देखिए

'फड़' हमारी, आपकी और भारत की पहचान होती

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
15 September 2022
in Uncategorized
fad art
Share on FacebookShare on X

भारत विविधतओं का भंडार है, कहते हैं कि दो कोस में बदले पानी चार कोस में बानी। यहां अलग-अलग भाषाएं हैं, अलग-अगल बोलियां हैं, यहां एक से बढ़कर एक कलाकृतियां हैं, यहां लोगों के अंदर एक से बढ़कर एक गुण हैं। लेकिन इस लेख में हम बात करेंगे वीरों की भूमि राजस्थान की जो कला की भूमि भी है और जहां पर फड़ कला जैसे रत्न छुपे हैं, ऐसी कला जिन्हें देख बड़े-बड़े पुजारी नतमस्तक हो जाएंगे।

आपने मधुबनी कला, कलमकारी कला, वर्ली कला इत्यादि के बारे में काफी सुना होगा। परंतु यह फड़ कला किस वस्तु का नाम है? कभी वस्त्रों पर देवों की स्तुति देखी है? अविश्वसनीय, असंभव, है न! परंतु फड़ कला यही है!

संबंधितपोस्ट

कोई सामग्री उपलब्ध नहीं है
और लोड करें

और पढ़ें- विजय कुमार: चोरी की मूर्तियों और कलाकृतियों को वापस लाने में मिली सफलता के पीछे यही शख्स है

परंतु ये अद्भुत कला उत्पन्न कैसे हुई?

राजस्थान में कई जनजाति ऐसे होते थे जो अपने मूल आदर्शों से विमुख नहीं होना चाहते थे, परंतु एक सुनिश्चित समाधान भी चाहते थे। ऐसे में उन्होंने ‘चलता फिरता मंदिर’ बनाने की सोची। अब ये कैसे संभव था? तो वो कहते हैं न कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है, बस ऐसे ही उत्पन्न हुई फड़ चित्रकला।

फड़ चित्रकला, राजस्थान की लोक चित्रकला की एक लोकप्रिय शैली है। चित्रकला की इस शैली को पारंपरिक रूप से कपड़े के लंबे टुकड़ों पर फड़ के रूप में जाना जाता हैं। लोक नायक देव और देवनारायण सभी चरणों में हैं, लेकिन भगवान कृष्ण और रामायण और महाभारत के दृश्य भी चरणों में हैं।

इस कला के रूपों के लिए पेंट बनाने के लिए पौधों और खनिजों से प्राप्त प्राकृतिक रंगों को गोंद और पानी के साथ मिलाया जाता है। फड़ कपड़े बनाने की प्रक्रिया भी कला के रूप का एक महत्वपूर्ण पहलू है। सूती कपड़े को पहले उबलते आटे और गोंद को मिलाकर स्टार्च बनाया जाता है। फिर इसे एक विशेष पत्थर के उपकरण से जलाया जाता है जिसे मोहरा कहा जाता है जिसके बाद उस पर विशिष्ट रंगों का उपयोग किया जाता है।

परंपरागत रूप से, भोपा या पुजारी-गायक मनोरंजन की शाम के लिए मंदिरों या पृष्ठभूमि के रूप में उनका उपयोग करने के लिए फड़ पेंटिंग करते थे। चित्रों में आंकड़े हमेशा दर्शक के बजाय एक दूसरे का सामना करते हैं, जैसे कि वे एक दूसरे से बात कर रहे हों। पेंटिंग की इस शैली की एक और दिलचस्प विशेषता यह है कि देवता की आंखें हमेशा अंत में खींची जाती हैं, क्योंकि कलाकारों का मानना है कि इससे देवता जागृत होते हैं, उसके बाद, चित्रकारी एक यात्रा मंदिर समान बन जाती है।

एक दशक पुरानी यह चित्रकला आज भी जीवित है, जो हमारी प्राचीन संस्कृति के दर्शन कराती है। इसकी उत्पत्ति शाहपुरा, भीलवाड़ा, राजस्थान के पास में पायी जाती है। यह हमारी पारंपरिक स्क्रॉल पेंटिंग है, जो स्थानीय देवताओं और देवताओं की विस्तृत धार्मिक कथाएं सुनाती है। इन पारंपरिक चित्रों को राबड़ी जनजाति के पुजारी-गायकों द्वारा बनाया जाता था, जिन्हें भोपा और भोपिया कहा जाता था, जो अपने स्थानीय देवताओं की कहानियों का गायन और प्रदर्शन करते थे। पारंपरिक पेंटिंग्स बड़ी होती थीं, जिनमें “पाबूजी की फड़” या पाबूजी की फड़ पेंटिंग्स 15 फ़ीट लंबी और देवनारायण लगभग 30 फीट लंबी होती थीं। आज जबकि भोपाओं की कथा परंपरा अभी भी कुछ गांवों में जीवित है।

और पढ़ें- सिक्किम की वेशभूषा, नृत्य एवं संगीत, भाषा, कला एवं शिल्प संस्कृति

प्राकृतिक वस्तुओं का होता है उपयोग

फड़ चित्र कला केे रूपों के लिए पेंट बनाने के लिए पौधों और खनिजों से प्राप्त प्राकृतिक रंगों को गोंद और पानी के साथ मिलाया जाता है। फड़ कपड़े बनाने की प्रक्रिया भी कला रूप का एक महत्वपूर्ण पहलू है। फड़ चित्रों को हाथ से बुने मोटे सूती कपड़े पर बनाया जाता है, जिसे धागे को मोटा करने के लिए रात भर भिगोया जाता है। फिर इसे चावल या गेहूं के आटे से स्टार्च के साथ कड़ा किया जाता है, फैलाया जाता है, धूप में सुखाया जाता है और सतह को चिकना करने के लिए इसे मूनस्टोन से रगड़ा जाता है। फड पेंटिंग बनाने की पूरी प्रक्रिया पूरी तरह से प्राकृतिक है, जिसमें प्राकृतिक रेशों का उपयोग होता है और पत्थरों, फूलों, पौधों और जड़ी बूटियों से प्राकृतिक चित्र बनाए जाते हैं। पेंट कलाकारों द्वारा हस्तनिर्मित होते हैं और कपड़े पर लागू होने से पहले गोंद और पानी के साथ मिश्रित होते हैं।

इसमें काफी रंग दिखायी देंगे जो आंखों को तरो ताजा करते हैं। इसमें प्रयोग किये जाने वाले हर एक रंग का विशिष्ट उद्देश्य होता है। एक बार जब मुख्य देवता की आंखों को चित्रित किया जाता है, तो कलाकृति जीवित हो जाती है, और पूजा के लिए तैयार होती है। इसके बाद, कलाकार कलाकृति पर नहीं बैठ सकता।

चूंकि फड़ कला की परंपरा का इतनी बारीकी से संरक्षण किया गया था, इसलिए आर्टफॉर्म के लिए लुप्तप्राय होने के खतरे का सामना करना स्वाभाविक था। कलाकृति को संरक्षित करने और पुनर्जीवित करने की इच्छा के साथ, प्रसिद्ध लाल चित्रकार और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित, श्री लाल जी जोशी ने फड़ परंपरा से जुड़े सभी रूढ़िवादी विचारों को चुनौती दी और 1960 में राजस्थान के भीलवाड़ा में जोशी बाला कुंज स्थापित करने का निर्णय लिया। इसमें 3,000 से अधिक कलाकारों को प्रशिक्षित किया गया है। इसी तरह सभी ने इस आर्ट फॉर्म को सरक्षित ही नहीं बल्कि प्राकृतिक और पारंपरिक तकनीक से जीवित रखने पर लक्ष्य केंद्रित किया है। इसमें रामायण, महाभारत, हनुमान चालीसा और यहां तक ​​कि पंचतंत्र की कहानियों और पात्रों को पेश किया गया जो चित्रों को बड़े दर्शकों को आकर्षित करते हैं।

परंतु यह लोक कला अब विलुप्तप्राय क्यों हो रही है? क्योंकि प्राकृतिक रंग दुर्लभ हैं, हस्तनिर्मित कपड़ों की उपलब्धता और उनके टिकाऊ होने पर संदेह रहता है, और सबसे बड़ा कारण है अधिक डिजिटल आर्ट का उद्भव। इससे स्पष्ट होता है कि फड़ कला क्यों अब पहले जितना प्रभावशाली नहीं रहा और रेगिस्तान की धूल में कहीं खो गया –

Due to the lack of permanence of natural colors, low durability of the handwoven cloth and emergence of digital art, Phad slowly became a lost art – a poignant reminder of one of the earliest forms of storytelling, deeply rooted to our cultural heritage. 10/10 pic.twitter.com/rAQq7fnKMJ

— The Paperclip (@Paperclip_In) September 12, 2022

परंतु सब कुछ सदैव के लिए नष्ट नहीं होता। लोग कहते हैं कि रेडियो खत्म, परंतु उसने भी 21 वीं सदी में एक नया रूप ले लिया। आधुनिक युग में बस सही दिशा की आवश्यकता है, यदि संभव हुआ तो शीघ्र ही फड़ कला की कीर्ति चारों ओर पुनः गूंजेगी।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Tags: कलमकारी कलाफड़ चित्रकलामधुबनी कलावर्ली कला
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

ममता बनर्जी, राजनीतिक हिंसा और बंगाल: यह डेटा आपको अंदर तक झकझोर देगा

अगली पोस्ट

भारत तो झुका नहीं, चीन अवश्य लाइन पर आ गया

संबंधित पोस्ट

नागरिकों को दी ये सलाह
Uncategorized

थाई-कंबोडिया तनाव के बीच भारतीय दूतावास की एडवाइजरी, नागरिकों को दी ये सलाह

26 July 2025

सीमा पर बढ़ते संघर्षों को लेकर कंबोडिया और थाईलैंड के बीच तनाव बढ़ने के बीच, भारत सरकार ने कंबोडिया में अपने नागरिकों को थाईलैंड सीमा...

हरिद्वार से गाजियाबाद, जानें ऐसा क्या हुआ कि कांवड़ यात्रा के दौरान फिर से चर्चा में आ गया नीला ड्रम
Uncategorized

हरिद्वार से गाजियाबाद, जानें ऐसा क्या हुआ कि कांवड़ यात्रा के दौरान फिर से चर्चा में आ गया नीला ड्रम

10 July 2025

देश में एक बार फिर से नीला ड्रम चर्चा में है। हालांकि, इस बार इसका कारण कुछ और है। दरअसल, गाजियाबाद के कांवड़िए ने नीले...

2025 तक रूस में 10 लाख भारतीय मजदूरों की मांग- क्या है इसकी असलियत?
Uncategorized

2025 तक रूस में 10 लाख भारतीय मजदूरों की मांग- क्या है इसकी असलियत?

10 July 2025

रूस ने 2025 के अंत तक लगभग 1 मिल्यन भारतीय कामगारोंं को काम पर रखने का बड़ा कदम उठाया है। इसका मकसद है देश में...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

00:04:08

Should the HR&CE Exist? The Controversial Control Over Hindu Temples in Tamil Nadu

00:06:31

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32

PM Modi’s Blueprint for Tamil Nadu Begins at Rajendra Chola’s Capital Gangaikonda Cholapuram

00:07:57

One Woman. Two Brothers. Jodidaran- A Living Example of Polyandry in Himachal's Hatti Tribe.

00:05:32
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited