TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    operation sindoor trademark

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ट्रेडमार्क को लेकर क्या है विवाद?

    india pakistan ceasefire inside story

    भारत पाकिस्तान ‘सीजफायर’ की इनसाइड स्टोरी, क्यों अमेरिका के पास पहुंचा पाक?

    India Pakistan Ceasefire

    Ceasefire: 86 घंटे की लड़ाई 1 घंटे 25 मिनट में खत्म, सीजफायर के बाद क्या बोली सरकार और सेना?

    भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर, 1 घंटे 25 मिनट में हुआ फैसला; ट्रंप ने की मध्यस्थता

    भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर, 1 घंटे 25 मिनट में हुआ फैसला; ट्रंप ने की मध्यस्थता

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    Apple Iphone 600 टन

    ट्रंप के टैरिफ से बचने के लिए Apple ने भारत से ‘एयरलिफ्ट’ किए 600 टन आईफोन, अमेरिका पहुंचाए 20 हजार करोड़ के 15 लाख मोबाइल

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    BrahMos

    पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘BrahMos’ की पूरी कहानी, जानें क्या है अब्दुल कलाम से संबंध?

    China Pakistan Operation Sindoor India

    ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

    India Pakistan Ceasefire

    परमाणु विहीन हो जाता पाकिस्तान! आखिर कैसे भारत ने घुटनों पर लाया?

    Operation Sindoor Indian Air Force

    ‘ऑपरेशन सिंदूर जारी है, कोई कयास न लगाएं’, कहां है वायुसेना का इशारा?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Turkey helping Pakistan

    भारत के खिलाफ पाकिस्तान की मदद क्यों कर रहा है तुर्की?

    JD Vance On India Pakistan tension

    भारत के साथ दुनिया: पाकिस्तान को अमेरिका से झटका, जेडी वेंस ने कहा- हम दखल नहीं देंगे

    भारत ने कई घंटों तक रोकने के बाद चेनाब में छोड़ा पानी, पाकिस्तान में बाढ़ का अलर्ट जारी

    भारत ने कई घंटों तक रोकने के बाद चेनाब में छोड़ा पानी, पाकिस्तान में बाढ़ का अलर्ट जारी

    उल्टा पड़ा पाकिस्तान का UNSC का दांव: गीदड़भभकी देने पर पड़ी लताड़, परिषद ने कहा- ‘खुद सुलझाओ लड़ाई’

    उल्टा पड़ा पाकिस्तान का UNSC का दांव: गीदड़भभकी देने पर पड़ी लताड़, परिषद ने कहा- ‘खुद सुलझाओ लड़ाई’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    operation sindoor trademark

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ट्रेडमार्क को लेकर क्या है विवाद?

    india pakistan ceasefire inside story

    भारत पाकिस्तान ‘सीजफायर’ की इनसाइड स्टोरी, क्यों अमेरिका के पास पहुंचा पाक?

    India Pakistan Ceasefire

    Ceasefire: 86 घंटे की लड़ाई 1 घंटे 25 मिनट में खत्म, सीजफायर के बाद क्या बोली सरकार और सेना?

    भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर, 1 घंटे 25 मिनट में हुआ फैसला; ट्रंप ने की मध्यस्थता

    भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर, 1 घंटे 25 मिनट में हुआ फैसला; ट्रंप ने की मध्यस्थता

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    Apple Iphone 600 टन

    ट्रंप के टैरिफ से बचने के लिए Apple ने भारत से ‘एयरलिफ्ट’ किए 600 टन आईफोन, अमेरिका पहुंचाए 20 हजार करोड़ के 15 लाख मोबाइल

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    BrahMos

    पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘BrahMos’ की पूरी कहानी, जानें क्या है अब्दुल कलाम से संबंध?

    China Pakistan Operation Sindoor India

    ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

    India Pakistan Ceasefire

    परमाणु विहीन हो जाता पाकिस्तान! आखिर कैसे भारत ने घुटनों पर लाया?

    Operation Sindoor Indian Air Force

    ‘ऑपरेशन सिंदूर जारी है, कोई कयास न लगाएं’, कहां है वायुसेना का इशारा?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    Turkey helping Pakistan

    भारत के खिलाफ पाकिस्तान की मदद क्यों कर रहा है तुर्की?

    JD Vance On India Pakistan tension

    भारत के साथ दुनिया: पाकिस्तान को अमेरिका से झटका, जेडी वेंस ने कहा- हम दखल नहीं देंगे

    भारत ने कई घंटों तक रोकने के बाद चेनाब में छोड़ा पानी, पाकिस्तान में बाढ़ का अलर्ट जारी

    भारत ने कई घंटों तक रोकने के बाद चेनाब में छोड़ा पानी, पाकिस्तान में बाढ़ का अलर्ट जारी

    उल्टा पड़ा पाकिस्तान का UNSC का दांव: गीदड़भभकी देने पर पड़ी लताड़, परिषद ने कहा- ‘खुद सुलझाओ लड़ाई’

    उल्टा पड़ा पाकिस्तान का UNSC का दांव: गीदड़भभकी देने पर पड़ी लताड़, परिषद ने कहा- ‘खुद सुलझाओ लड़ाई’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

तुर्की को अब तक भारत दुलार-पुचकार रहा था, लेकिन अब और नहीं

'आर्मीनिया अस्त्र' भारत ने चल दिया है!

Prashant Srivastava द्वारा Prashant Srivastava
8 October 2022
in मत
तुर्की भारत

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

कहते हैं जब आपके पास शक्ति होती है तो बड़े से बड़े सूरमा भी आपके आगे नतमस्तक हो जाते है, हर कोई आपसे मित्रता करना चाहता है, सभी आपकी बातों को महत्व देते हैं। मौजूदा समय में विश्वपटल पर भारत की स्थिति कुछ ऐसी ही है। वर्तमान में अपने विकास के क्रम में भारत ने जो स्थान प्राप्त किया है उससे वैश्विक स्तर पर देश की साख बढ़ी है और धाक जमी है, तभी तो भारत आज अमेरिका को जवाब देने से भी नहीं चूकता। इसी क्रम में भारत ने अब अपने धुर विरोधी तुर्की को भी सबक़ सिखाने के लिए कमर कस ली है।

वस्तुतः भारत एवं तुर्की का संबंध काफ़ी पुराना है, इसका अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं कि वर्ष 1951 में जवाहरलाल नेहरू ने तुर्की के साथ जिस मैत्री संधि पर हस्ताक्षर किए थे, उसने उपनिवेशवाद के बाद के युग में भारत तुर्की के बीच एक स्थायी साझेदारी के निर्माण की परिकल्पना को संकल्पित किया था। किंतु बढ़ते समय के साथ भारत एवं तुर्की के रिश्तों में कुछ ख़ास विकास देखने को नही मिला।

संबंधितपोस्ट

3 प्रधानमंत्रियों के निजी सचिव रहे विक्रम मिसरी की कहानी, जिन्हें सोशल मीडिया पर बनाया गया निशाना

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ट्रेडमार्क को लेकर क्या है विवाद?

भारत पाकिस्तान ‘सीजफायर’ की इनसाइड स्टोरी, क्यों अमेरिका के पास पहुंचा पाक?

और लोड करें

तुर्की अब अपनी प्राथमिकताओं को बदल रहा था, बावजूद इसके भारत के दो महान प्रधानमंत्री राजीव गांधी एवं अटल बिहारी वाजपेयी ने तुर्की के साथ रिश्ते बेहतर बनाने की कोशिश की किंतु उन्हें नाकामयाबी ही हाथ लगी। वस्तुतः तुर्की के इस घटिया व्यवहार के बावजूद भारत ने तुर्की से संबंध बनाए रखने की हर मुमकिन कोशिश की। भारत ने तुर्की पर कभी भी सख़्ती नहीं दिखाई। किंतु तुर्की को तब तक अलग ही दुनिया भाने लगी थी, वह स्वयं का गौरव वापस पाने के लिए अपने अन्य देशों के साथ अपने संबंधो का निर्माण कर रहा था।

और पढ़ें: “सारा तेल का खेल है”, आर्मीनिया-अज़रबैजान के युद्ध से आखिर दुनिया चिंतित क्यों है?

एर्दोगन के आने के बाद बदल गई स्थिति

दरअसल, भारत का तुर्की के विरुद्ध कुछ न बोलने के पीछे कई कारण थे। उनमें से प्रमुख कारणो की चर्चा करें तो हम पाएंगे कि तुर्की एक समय में मुस्लिम जगत का नेता हुआ करता था। वस्तुतः तुर्की में ख़लीफ़ा पद्धति चलती थी और दुनिया भर के मुसलमान उसे अपना नेता मानते थे। इसी क्रम में भारतीय मुसलमान भी उसे अपना नेता मानते थे। हालांकि, अंग्रेजों ने ख़लीफ़ा पद्धति पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था किंतु बावजूद इसके भारतीय मुसलमान का नज़रिया तुर्की के प्रति काफ़ी कोमल रहा। तुर्की के विरुद्ध सख्त न होने के पीछे यह भी एक कारण रहा। अन्य करणों की बात करे तो भारत और तुर्की के बीच व्यापार भी ठीक ठाक मात्रा में होता था, इसलिए भारत ने तुर्की के प्रति आक्रामक रुख़ नहीं अपनाया। किंतु जबसे तुर्की के राष्ट्रपति के पद पर रेसेप तैयप एर्दोगन आसीन हुए उन्होंने भारत के विरुद्ध जमकर ज़हर उगला, विशेषतः कश्मीर को लेकर।

एर्दोगन ने खलीफा बनने, तुर्की को मुस्लिम दुनिया का नेता बनाने और आतंकपरस्त पाकिस्तान को अपने पक्ष में करने के लिए लगभग हर बड़े मंचो से कश्मीर के विरुद्ध ज़हर उगला। पाकिस्तान के पक्ष में कश्मीर पर बोलते हुए एर्दोगन ने कहा था कि कश्मीर अशांत है, हम आशा और प्रार्थना करते हैं कि कश्मीर में स्थायी शांति और ख़ुशहालीआएगी। इतना ही नहीं, एर्दोगन ने कश्मीर में से धारा 370 के हटाए जाने के बाद भी बढ़ चढ कर बयान दिया था। हालांकि, उस समय भारत ने राजनीतिक रूप से ही अपना विरोध जताया था किंतु अब एर्दोगन के व्यवहार के कारण भारत ने भी अपना पक्ष बदल लिया है। हाल ही में तुर्की से बदला लेने के लिए भारत ने साइप्रस के मुद्दे को उठाया तो साथ ही आर्मीनिया के साथ 2000 करोड़ के रक्षा समझौते पर भी हस्ताक्षर  किया है।

ध्यान देने वाली बात है कि जैसे पाकिस्तान, भारत के साथ विवाद को जन्म देता है, उसी प्रकार से उत्तरी साइप्रस पर तुर्की ने आधिपत्य जमा कर रखा है। ऐसे में भारत अब तुर्की के इस कमजोर नस को दबाते रहता है। साथ ही तुर्की के रुख और देश की अपनी रक्षा निर्यात प्रोत्साहन नीति को ध्यान में रखते हुए भारत ने अब आर्मीनिया के साथ 2,000 करोड़ रुपये के हथियार निर्यात समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति के लिए दोनों देशों के बीच कई अनुबंधों पर हस्ताक्षर हुए हैं।

और पढ़ें: भारत तुर्की को सिखा रहा है सबक, चीन संभल जाए नहीं तो देर हो जाएगी

भारत का आर्मीनिया ‘बाण’

इकोनॉमिक टाइम्स ने बताया है कि इस सौदे में स्वदेशी पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर, टैंक-रोधी रॉकेट और अन्य गोला-बारूद की एक श्रृंखला का पहला निर्यात शामिल है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित एवं स्वदेशी निजी क्षेत्र की इकाइयों द्वारा निर्मित, पिनाका भारतीय सेना के लिए विकसित एक मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर है। यह एक सार्वभौमिक रूप से चलने योग्य ट्रक के साथ संलग्न रहता है। प्रत्येक पिनाका बैटरी में छह लॉन्चर, 12 रॉकेट और डिजीकोरमेट रडार शामिल हैं। इतना ही नहीं, इसके अलावा वर्ष 2020 में भी आर्मीनिया ने स्वदेशी रूप से निर्मित हथियार-पता लगाने वाले SWATHI रडार की आपूर्ति के लिए लगभग 40 मिलियन अमेरिकी डॉलर का रक्षा सौदा किया था। रूस और पोलैंड की उपेक्षा करते हुए आर्मीनिया ने रडार सिस्टम के आयात के लिए भारत को चुना था।

वस्तुतः भारत मात्र हथियार समझौते तक ही नहीं रुका। भारत ने एक कदम आगे निकलकर आर्मीनिया को नागरिक एवं सामुदायिक विकास के लिए 1.2 मिलीयन डॉलर का ग्रांट भी दिया है। आपको बताते चलें कि ग्रांट के रूप में दिया गया पैसा एक प्रकार से मदद होती है उस पर कोई भारी भरकम ब्याज नहीं होता है। गुरुवार को हुई कैबिनेट बैठक में, आर्मीनिया की सरकार ने आर्मीनिया के समुदायों के विकास के लिए उच्च दक्षता वाले कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के लिए भारत द्वारा प्रदान की जाने वाली अनुदान सहायता पर दोनों सरकारों के बीच समझौते को मंजूरी दी। तदनुसार, आर्मीनिया को 47,82,72,300 ड्राम (लगभग US $1,186,000) की राशि अनुदान में प्रदान करने की योजना है। अब भारत ने तो तुर्की को सीधे-सीधे बहुत तल्ख़ लहजे में कुछ भी नहीं कहा किंतु उसने आर्मीनिया के साथ जो समझौता किया है और जो ग्रांट दिया है, अब इस पूरे प्रकरण से तुर्की की छाती पर साँप लोटना तय है।

हालांकि, आर्मीनिया पहले भी भारत से सैनिक साज़ो-सामान ख़रीदता रहा है। पिछले वित्त वर्ष (2021-22) के दौरान भारत के हथियार और सैनिक साज़ो-सामान का निर्यात बढ़ कर रिकॉर्ड 13 हज़ार करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वर्ष 2020 में मोदी सरकार ने पांच साल के दौरान 35 हज़ार करोड़ रुपये के हथियार और सैनिक साज़ो-सामान निर्यात करने का लक्ष्य रखा था। सरकार 2025 तक डिफ़ेंस मैन्युफ़ैक्चरिंग को 1.75 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाना चाहती है।

चीन को लेनी चाहिए सबक

वस्तुतः अजरबैजान एवं आर्मीनिया के बीच चल रहे युद्ध से तो आप भली-भांति परिचित ही होंगे। इस युद्ध में तुर्की हमेशा से अजरबैजान का सहयोग करता आया है, उसे रक्षा उपकरण देता है। अब ऐसे में भारत आर्मीनिया को हथियार एवं पैसे देगा तो ज़ाहिर सी बात है तुर्की को यह बात चुभेगी। दरअसल, भारत ने यह कार्य जानबूझ कर तुर्की को सबक़ सिखाने के क्रम में किया है। ‘दुष्ट’ तुर्की ने भारत के खामोशी को उसकी मजबूरी समझ लिया था किंतु शायद तुर्की यह बात भूल चुका है कि भारत अब वह भारत नहीं है, जो 50 के दशक में हुआ करता था।

वस्तुतः भारत ने ऐसा करते हुए एक तीर से दो निशाने साधे हैं। आज भारत, तुर्की को मात देने के क्रम में जिस प्रकार से कूटनीतिक चालें चल रहा है उससे चीन के राष्ट्रपति शी जीनपिंग को भी सबक लेना चाहिए। चीन भी भारत को कमजोर समझने की भूल करता है इसलिए वह भारत के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय मंच पर बयानबाजी करता है और तरह तरह के हथकंडे अपनाता है। चीन कई बार भारत द्वारा पाकिस्तानी आतंकवादियों के विरुद्ध लाए गए प्रस्ताव को भी रोक देता है। यह धूर्त देश भारत के विरुद्ध जाकर आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ भी देता है, साथ ही सीमा पर गलवान जैसी भिड़ंत भी हमें देखने को मिलती हैं। ऐसे में भारत के लिए सरदर्द बन गए चीन की भी हालत आने वाले समय में तुर्की के समान हो सकती है।

तुर्की को झटका देते हुए भारत जैसे साइप्रस से बातचीत और आर्मीनिया के साथ रक्षा समझौता कर रहा है, ठीक उसी प्रकार वह आने वाले एक वर्षों में चीन के विरुद्ध उइगर मुस्लिम, तिब्बत एवं दलाई लामा के मुद्दे के साथ-साथ ताइवान के मुद्दे को प्रमुखता से उठा सकता है। हाल ही में उइगर मुसलमानों को लेकर भारत ने स्थिति स्पष्ट करते हुए मानवाधिकारों की रक्षा करने की बात कही थी। ऐसे में आने वाले वर्षों में भारत, चीन के विरुद्ध भी ऐसे कड़े कदम उठा सकता है। ऐसे में वह ताइवान को लेकर अपना स्टैंड क्लीयर कर सकता है। तिब्बत को लेकर स्थिति को स्पष्ट कर सकता है, आने वाले दलाई लामा और वर्तमान के दलाई लामा को चर्चा कर कोई निष्कर्ष निकाल सकता है और ये कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिसपर यदि भारत अपना स्टैंड लेता है तो चीन सिकुड़ कर रह जाएगा।

और पढ़ें: गोर्बाचेव की कमजोर नीतियों और ‘घटिया नेतृत्व’ के कारण हुआ था USSR का विघटन, समझिए कैसे?

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: आर्मीनियातुर्कीभारतरेसेप तैयप एर्दोगनसाइप्रस
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

गुजरात में आम आदमी पार्टी की जमानत जब्त होगी, केजरीवाल के मंत्री ने निश्चित कर दिया

अगली पोस्ट

डाकू रत्नाकर के आदिकवि वाल्मीकि जी बनने की कथा

संबंधित पोस्ट

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जरूरत है ‘ऑपरेशन गद्दार’ की
चर्चित

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जरूरत है ‘ऑपरेशन गद्दार’ की

9 May 2025

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी देश पाकिस्तान द्वारा भेजे गए रेडिकल इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा स्थानीय आतंकियों की मदद से हिन्दू पर्यटकों की पहचान पूछकर हत्या...

पहलगाम हमले से सन्न देश
चर्चित

पहलगाम हमले से सन्न देश

25 April 2025

निस्संदेह , पहलगाम के बैसरन घाटी हमले पर पूरा देश क्षुब्ध हैं। चुन-चुनकर 26 निहत्थे हिन्दू पर्यटकों की हत्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के अंदर...

यदि सद्गुणों से हानि होने लगे तो वे ‘सद्गुण’ नहीं ‘विकृति’ हैं
इतिहास

यदि सद्गुणों से हानि होने लगे तो वे ‘सद्गुण’ नहीं ‘विकृति’ हैं

24 April 2025

कुछ दिन पहले बंगाल के मुर्शिदाबाद की हिन्दू उत्पीड़न की घटना और अब पिछले कल कश्मीर घाटी के पहलगाम में रेडिकल इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा हिन्दू...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited