TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'साबित करो कि वे रोहिंग्या हैं': बीजेपी शासित राज्यों में 'बंगाली' मजदूरों को हिरासत में लेने पर भड़कीं ममता बनर्जी

    ममता बनर्जी ने फिर अवैध रोहिंग्याओं का बचाव किया, घुसपैठियों पर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए

    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी?

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में AAP का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल (Photo: U.S. Marine Corps)

    अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

    पहलगाम हमला: भागते समय आतंकवादियों ने की हवाई फायरिंग, जानिए ISI ने क्यों किया ऐसा

    पहलगाम हमला: भागते समय आतंकवादियों ने की थी हवाई फायरिंग, जानिए ISI के नए मॉडयूल के बारे में

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट 'विष्णु', तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट ‘विष्णु’, तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    कैसे बचेगी निमिषा प्रिया, क्या है अल्लाह का किसास कानून? यमन में जिसकी हो रही मांग, जानें पूरा मामला

    कैसे बचेगी निमिषा प्रिया, क्या है अल्लाह का किसास कानून? यमन में जिसकी हो रही मांग, जानें पूरा मामला

    करेंसी पर मंदिर देख तिलमिलाए इस्लामिक कट्टरपंथी, बांग्लादेश में 20 टके के नोट का बहिष्कार शुरू

    करेंसी पर मंदिर देख तिलमिलाए इस्लामिक कट्टरपंथी, बांग्लादेश में 20 टके के नोट का बहिष्कार शुरू

    कनाडा-आईएसआई-चीन नार्को-आतंकवादी गठजोड़ का खुलासा, खुफिया सूत्रों ने वैश्विक खतरे की ओर इशारा किया

    कनाडा-आईएसआई-चीन नार्को-आतंकवादी गठजोड़ का खुलासा, खुफिया सूत्रों का वैश्विक खतरे की ओर इशारा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    'साबित करो कि वे रोहिंग्या हैं': बीजेपी शासित राज्यों में 'बंगाली' मजदूरों को हिरासत में लेने पर भड़कीं ममता बनर्जी

    ममता बनर्जी ने फिर अवैध रोहिंग्याओं का बचाव किया, घुसपैठियों पर भाजपा की कार्रवाई पर सवाल उठाए

    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी?

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में AAP का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    चुनाव से पहले नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: बिहार में घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली

    एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल (Photo: U.S. Marine Corps)

    अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

    पहलगाम हमला: भागते समय आतंकवादियों ने की हवाई फायरिंग, जानिए ISI ने क्यों किया ऐसा

    पहलगाम हमला: भागते समय आतंकवादियों ने की थी हवाई फायरिंग, जानिए ISI के नए मॉडयूल के बारे में

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट 'विष्णु', तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट ‘विष्णु’, तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

    कैसे बचेगी निमिषा प्रिया, क्या है अल्लाह का किसास कानून? यमन में जिसकी हो रही मांग, जानें पूरा मामला

    कैसे बचेगी निमिषा प्रिया, क्या है अल्लाह का किसास कानून? यमन में जिसकी हो रही मांग, जानें पूरा मामला

    करेंसी पर मंदिर देख तिलमिलाए इस्लामिक कट्टरपंथी, बांग्लादेश में 20 टके के नोट का बहिष्कार शुरू

    करेंसी पर मंदिर देख तिलमिलाए इस्लामिक कट्टरपंथी, बांग्लादेश में 20 टके के नोट का बहिष्कार शुरू

    कनाडा-आईएसआई-चीन नार्को-आतंकवादी गठजोड़ का खुलासा, खुफिया सूत्रों ने वैश्विक खतरे की ओर इशारा किया

    कनाडा-आईएसआई-चीन नार्को-आतंकवादी गठजोड़ का खुलासा, खुफिया सूत्रों का वैश्विक खतरे की ओर इशारा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

अमेरिका ने दुत्कारा तो फिर से चीन की गोद में पाकिस्तान, श्रीलंका बनेगा अगला ‘युद्ध क्षेत्र’

एक बार फिर से चीन ने पाकिस्तान की आर्थिक सहायता की बात की है तो वहीं अमेरिका ने पाकिस्तान को दुलत्ती दे दी है। वहीं, दूसरी तरफ चीन ने श्रीलंका को भी दोबारा से आर्थिक सहायता देने की बात की है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या अब श्रीलंका 'युद्ध क्षेत्र' बनने जा रहा है?

Vaishali Shukla द्वारा Vaishali Shukla
14 November 2022
in विश्व
चीन पाकिस्तान

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

नक़ल करने के लिए अकल का होना बहुत जरुरी है। भारत अपने पड़ोसियों के लिए हर मुश्किल परिस्थिति में खड़ा रहा है। भारत द्वारा पड़ोसियों को दिए गए रियायत और लगातार की जा रही उनकी मदद के कारण ही कई पड़ोसी देश आज भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं। भारत निस्वार्थ भाव से अपने पड़ोसियों के साथ खड़ा रहता है लेकिन जब बात अमेरिका और चीन जैसे देशों की आती है, तो वे छोटे राष्ट्रों की मदद करने के बजाए उन्हें एक तरह से अपने कब्जे में रखने का स्वप्न बुनने लगते हैं। पाकिस्तान, जो पहले ही कंगाल हो चुका है और कर्ज लेकर जैसे तैसे अपनी स्थिति को सही करने का प्रयास कर रहा है, पिछले कुछ महीने में इस पर अपनी पकड़ को लेकर चीन और अमेरिका, दोनों में भिड़ंत देखने को मिल चुकी है।

पाकिस्तान तो पहले से ही चीन का पिछलग्गू रहा है लेकिन अमेरिका से उसका मोह भंग नहीं हुआ था। हाल ही में जब अमेरिका ने उसकी सहायता की तो चीन ने मुंह फुला लिया और पाकिस्तान की मदद करने से पीछे हट गया और अब, जब अमेरिका ने पाकिस्तान से मुंह मोड़ा तो चीन ने फिर से पाकिस्तान को अपनी जेब में डाल लिया। कुछ ऐसी ही स्थिति अब दक्षिण एशियाई देश श्रीलंका में भी देखने को मिल रही है। ऐसा कहा जाता है कि 20वीं सदी पश्चिमी देशों की थी और 21वीं सदी अब एशियाई देशों की है और ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पाकिस्तान के बाद अब श्रीलंका, 21वीं सदी में टॉप वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के लिए अगला मोर्चा होने वाला है।

संबंधितपोस्ट

कनाडा-आईएसआई-चीन नार्को-आतंकवादी गठजोड़ का खुलासा, खुफिया सूत्रों का वैश्विक खतरे की ओर इशारा

‘जिहाद की तैयारी’: बांग्लादेश तक पहुंचा पाकिस्तान तालिबान; भारत को घेरने की रच रहा साज़िश?

अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

और लोड करें

और पढ़ें: चीन के मंच पर उसका मुंह पकड़कर जयशंकर ने निचोड़ दिया, ‘ड्रैगन’ आह तक नहीं कर पाया

समझिए पूरा मामला

जैसा सभी जानते हैं कि पाकिस्तान मौजूदा समय में नकदी की तंगी, बाढ़ और महंगाई की मार से परेशान है। लेकिन अब ऐसा लगता है मानो एक दूसरा देश इस पर मेहरबान हो गया है, जिससे तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान की मुश्किलों का हल होने वाला है। चीन ने अभी कुछ दिनों पहले ही अपने ‘बेस्ट फ्रेंड’ पाकिस्तान को वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया था। ज्ञात हो कि चीन, पाकिस्तान को 9 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज देने के लिए राज़ी हो गया है। साथ ही यह कपटी राष्ट्र पाकिस्तान के साथ अपने भविष्य को लेकर काफी ज्यादा उत्साहित दिखाई दे रहा हैं। शी जिनपिंग ने स्वयं शहबाज शरीफ से ऐसा कहा है कि चिंता न करें क्योंकि चीन उन्हें बिलकुल भी निराश नहीं करेगा।

वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान ने कहा, “चीन ने पाकिस्तान को उसकी वित्तीय स्थिति को स्थिर करने में सहायता करने की पूरी कोशिश की है। हम ऐसा करते रहे हैं और हम ऐसा करना जारी भी रखेंगे।” चीन से मदद मिलना जहां पाकिस्तान के लिए खुशी की बात है वही पाकिस्तान के लिए एक बुरी खबर भी है। अमेरिका और पाकिस्तान जो एक बार फिर से एक दूसरे के करीब आने लगे थे, अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दोनों देशों ने एक-दूसरे से मुंह फेर लिया है। दोनों देशो के संबंधों के बीच पड़ती हुई दरार साफ नज़र आ रही है।

दरअसल, जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका का पाकिस्तान के प्रति एक अलग ही झुकाव देखने को मिला था। अमेरिका ने पाकिस्तान को भिन्न-भिन्न तरीके से सहायता प्रदान कर उसे लालच में फंसाने का प्रयास किया फिर चाहे वो वित्तीय मदद हो या फिर हथियार और गोला-बारूद उपलब्ध कराना हो। लेकिन उसके पीछे का कारण भी बिल्कुल साफ था क्योंकि बाइडन के लिए एक इस्लामिक राष्ट्र का समर्थन करने से उनके मुस्लिम वोट सुरक्षित हो जाते और साथ ही अमेरिका के चीन और भारत विरोधी अभियान में साथ देने के लिए उसे एक अच्छा पार्टनर भी मिल जाता। लेकिन अब ऐसा होता नहीं दिख रहा है।

यहां हम अमेरिका के भारत विरोधी अभियान को इसलिए संदर्भित कर रहे हैं क्योंकि अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को समर्थन देने के पीछे भारत भी एक बड़ा कारण रहा था। ज्ञात हो कि रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत ने अमेरिका और पश्चिमी देशों की तमाम कोशिशों और धमकियों को नजरअंदाज करते हुए रूस का समर्थन किया और अमेरिका के प्रभाव में नहीं आया। अब यहीं से अमेरिका के पेट में दर्द हुआ और अमेरिका पहुंच गया पाकिस्तान का समर्थन करने और यह समर्थन देखकर चीन ने पाकिस्तान से दूरी बना ली थी। लेकिन अब चीन और पाकिस्तान में फिस से पैचअप हो गया है और इसका असर अमेरिका द्वारा लिए गए इस एक्शन में भी झलक रहा है।

क्या श्रीलंका बनेगा अगला ‘युद्ध क्षेत्र’ ? 

आपको बता दें कि अभी हाल ही में अमेरिका ने वर्ष 2022 के लिए अपने सुरक्षा सहयोगी देशों की एक लिस्ट जारी की है। लेकिन इन सुरक्षा सहयोगी देशों की लिस्ट से पाकिस्तान और सऊदी अरब का नाम गायब है। जो देश कभी एक-दूसरे का हाथ थामें दिखाई देते है थे, आज न जाने क्यों उनकी दोस्ती का ‘द एंड’ हो गया है जबकि इस सूची में आठवें नंबर पर भारत का नाम है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका, रूस नहीं बल्कि चीन को अपनी सबसे बड़ी भू-राजनीतिक चुनौती के रूप में देखता है। अब इन सब के बीच चीन द्वारा पाकिस्तान की सहायता के लिए कदम उठाने से यह स्पष्ट हो गया है कि अमेरिका ने जैसे ही पाकिस्तान को लात मारी वैसे ही चीन नें उसे लपक कर फिर से अपनी जेब में कर लिया।

ध्यान देने वाली बात है कि पाकिस्तान को वित्तीय सहायता देकर अभी चीन का पेट नहीं भरा है। अब चीन एक बार फिर से श्रीलंका का ‘शिकार’ करने की ओर बढ़ रहा है। रिपोर्ट्स की माने तो चीन, श्रीलंका पर फिर से अपना प्रभुत्व स्थापित करने की ओर बढ़ गया है यानी यह धूर्त राष्ट्र श्रीलंका की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाता दिख रहा है। लेकिन आपको याद होगा कि जब श्रीलंका के हालात ठीक नहीं थे और उस मुश्किल परिस्थिति में जब कोई भी देश श्रीलंका की मदद के लिए आगे नहीं आए थे तब भारत ने श्रीलंका की काफी सहायता की थी। लेकिन अब अमेरिका भी इस बहती गंगा में अपने हाथ धोने की पूरी तैयारी में है। ज्ञात हो कि इस वर्ष सितंबर तक अमेरिका ने श्रीलंका को 240 मिलियन डॉलर से अधिक की सहायता दी है। इसके अलावा अमेरिका, श्रीलंका के साथ वित्तीय अनुबंध पर हस्ताक्षर भी कर रहा है। यह कुछ और नहीं बल्कि एक प्रकार का कर्ज-जाल ही है।

इससे एक बात तो साफ है कि भारत अपने पड़ोसियों की मदद करने से कभी पीछे नहीं हटता और बदले में उनसे कुछ ज्यादा उम्मीद भी नहीं रखता लेकिन नैतिकता तो यही है कि ‘एहसान फरामोश’ बनने की बजाए ये देश भारत के साथ खड़े रहे। श्रीलंका को लेकर भी भारत की मंशा यही है। दूसरी ओर चीन के कारण ही श्रीलंका की आज यह हालत हुई है, लेकिन अब चीन भी चाहता है कि श्रीलंका का झुकाव उसकी ओर रहे। वहीं, श्रीलंका को लेकर अमेरिका सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदम से यह स्पष्ट हो रहा है कि अमेरिका भी यही चाहता है कि श्रीलंका उसके पाले में रहे। ऐसे में यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि श्रीलंका को ये तीनों ही देश अपनी-अपनी मुट्ठी में लाने की पुरजोर कोशिश में जुटे हुए है और दूसरे देशों के लिए जो युद्धक्षेत्र कभी पाकिस्तान बनता था, आज श्रीलंका बनता दिख रहा है।

और पढ़ें: चीन-जापान में होने जा रहा है युद्ध, QUAD जापान के साथ खड़ा रहेगा

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: अमेरिकाचीनपाकिस्तानमोदी सरकारश्रीलंका
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

CUET ने बदल दिया दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश का अंकगणित, अब बिहार और यूपी बोर्ड मार रहे हैं बाज़ी

अगली पोस्ट

“हम टीपू सुल्तान की 100 फीट ऊंची मूर्ति लगाएंगे” कर्नाटक में कांग्रेस के लिए ‘ईवीएम हैक’ होनी तय

संबंधित पोस्ट

भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला
विश्व

भिखारियों पर टिप्पणी के बाद इस देश की मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा, जानें पूरा मामला

16 July 2025

भिखारियों पर टिप्पणी करने पर क्यूबा की एक मंत्री को मंगलवार को इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंन कहा था कि क्यूबा में कोई भिखारी नहीं है,...

कैसे बचेगी निमिषा प्रिया, क्या है अल्लाह का किसास कानून? यमन में जिसकी हो रही मांग, जानें पूरा मामला
भारत

कैसे बचेगी निमिषा प्रिया, क्या है अल्लाह का किसास कानून? यमन में जिसकी हो रही मांग, जानें पूरा मामला

16 July 2025

यमन की जेल में सजा काट रही केरल की नर्स निमिषा प्रिया की फांसी को लेकर भले ही थोड़ी राहत की खबर आई हो, लेकिन...

करेंसी पर मंदिर देख तिलमिलाए इस्लामिक कट्टरपंथी, बांग्लादेश में 20 टके के नोट का बहिष्कार शुरू
विश्व

करेंसी पर मंदिर देख तिलमिलाए इस्लामिक कट्टरपंथी, बांग्लादेश में 20 टके के नोट का बहिष्कार शुरू

16 July 2025

बांग्लादेश में कट्टरपंथ इस हद तक हावी हो चुका है कि अब वहां की करेंसी तक को मज़हबी चश्मे से देखा जा रहा है। 1...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The Butcher of Pahalgam: Sulaiman — Trained by ISI, Pakistan’s Commando-Turned-Terrorist

The Butcher of Pahalgam: Sulaiman — Trained by ISI, Pakistan’s Commando-Turned-Terrorist

00:04:13

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

00:07:33

Bhima Koregaon Won’t Be Repeated; Maharashtra’s Special Act to Wipe Out Urban Naxals.

00:06:06

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

00:07:47

How UPI went global? Why Namibia Adopted It?

00:07:20
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited