TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

ऐसा साहस हर किसी में नहीं होता!

Pratyush Madhav द्वारा Pratyush Madhav
25 September 2023
in खेल, चर्चित
जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!
Share on FacebookShare on X

सही कहा है किसी ने, “विजेता वह नहीं जो कभी फेल न हो, बल्कि वह हैं जो कभी क्विट न करें!” विपत्ति के समय ही ऐसे नायकों की पहचान होती है । आज हम आपके लिए भारत की एक खिलाड़ी अंतिम पंघाल की अविश्वसनीय कहानी लेकर आए हैं, जिन्होंने हाल ही में बेलग्रेड में संपन्न UWW विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के भव्य मंच पर इस बात का अद्वितीय उदाहरण दिया है।

UWW के ध्वज के अंतर्गत प्रतिस्पर्धा करने और दुर्गम बाधाओं का सामना करने की चुनौतियों के बावजूद, अंतिम पंघाल ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की है। उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए अपना टिकट पक्का कर लिया है और ऐसा करने वाली पहली भारतीय पहलवान के रूप में अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है। जिसे रोकने के लिए तरह तरह के प्रपंच रचे गए, उस अंतिम ने अपने प्रदर्शन से सबकी बोलती बंद कर दी।

संबंधितपोस्ट

‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

बंगाल फ़ाइल्स: सत्य, राजनीतिक चुप्पी और विस्थापित इतिहास की पुकार

काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

और लोड करें

ये राह नहीं थी आसान!

अंतिम पंघाल, ये नाम कहीं सुना सुना सा लगता है…. लाख बाधाओं के बाद भी इन्होने भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए एड़ी छोटी का ज़ोर लगाया, और अंत में सफलता इन्हे ही मिली!

इनकी राह बहुत सरल नहीं थी। राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में विजयी होने के बाद भी इन्हे एशियाई खेलों में भाग लेने का अवसर नहीं मिल पाया। कारण? एड हॉक कमिटी का एक ऐसा निर्णय जो कुछ अवसरवादी पहलवानों के षड्यंत्रों का परिणाम था!

कुछ माह पूर्व भारत के खेल जगत में भूचाल आया, जब पहलवानों ने जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें विनेश फोगाट के अलावा बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक जैसे ओलंपिक पदक विजेता भी शामिल थे। उनकी मांग? भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह को हटाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सिंह विभिन्न अप्रिय गतिविधियों में शामिल थे, जिनमें पक्षपात और यहां तक कि साथी पहलवानों का यौन उत्पीड़न भी शामिल था।

और पढ़ें: कैसे इन एशियाई खेलों से खुलेंगे पेरिस 2024 के द्वार!

चलिए, मान लिया कि पहलवान ही सही थे, बाकी सब गलत, परन्तु विरोध का मार्ग क्या था? जो बदलाव की एक साधारण मांग के रूप में शुरू हुआ वह जल्द ही अराजकता में बदल गया। विरोध करने वाले पहलवानों ने हर राजनीतिक इकाई का स्वागत किया और यहां तक कि भारत का अहित चाहने वालों को भी एक मंच प्रदान किया। इसके बाद उथल-पुथल इतनी चरम पर पहुंच गई कि कुश्ती के प्रशासन की देखरेख करने वाली वैश्विक संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने भारतीय कुश्ती महासंघ को अगली सूचना तक निलंबित कर दिया।

तो इन सब से अंतिम पंघाल का क्या नाता? एक ही क्षेत्र और संभवत: बजरंग और विनेश के ही समुदाय से आने वाली, अंतिम ने खुद को एक उचित अवसर से वंचित पाया जब तदर्थ समिति ने बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट को ट्रायल में भाग लेने से छूट दे दी। वास्तव में, योगेश्वर दत्त, रवि कुमार दहिया आदि जैसे कई पहलवानों ने अराजकतावादी पहलवानों का समर्थन करने से इनकार कर दिया, क्योंकि उनका कहना था ट्रायल से छूट ही असली कारण था कि विरोध करने वाले पहलवानों ने विरोध के नाम पर अराजकता पैदा करने का प्रयास किया! प्रारम्भ में अंतिम ने कानूनी विकल्प अपनाया, परन्तु उन्हें सफलता नहीं मिली!

कैसे समृद्धि बरसी अंतिम पर!

परन्तु  अंतिम पंघाल भी अलग ही मिटटी  की  बनी थी, पराजय तो मानो इनके शब्दकोष में ही नहीं था! जहां एक तरफ कानूनी लड़ाई चल रही थी, वहीं इस 19 वर्षीय पहलवान ने अपनी अविश्वसनीय प्रतिभा को ही अपना अस्त्र बनाया।

अंतिम ने शीघ्र ही लगातार दूसरी बार अंडर 20 विश्व चैंपियनशिप में जीत हासिल की, जो किसी भी भारतीय एथलीट के लिए दुर्लभ है। यह उनकी उत्कृष्टता की निरंतर खोज और विपरीत परिस्थितियों से विचलित न होने का अद्वितीय प्रमाण था।

अचानक से इनका भाग्य भी चमक उठा! विनेश फोगाट एक प्रशिक्षण शिविर के दौरान घायल हो गईं और उन्हें एशियाई खेलों से हटना पड़ा। इसने वही अवसर पैदा किया जिसके लिए अंतिम संघर्ष कर रही थी – अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का एक सुअवसर।

लेकिन यह अंतिम की असाधारण यात्रा की शुरुआत थी। हाल ही में, सीनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में अपने पहले पदक की तलाश में उनका सामना संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व विश्व चैंपियन डोमिनिक पैरिश से हुआ। चुनौती कठिन थी, लेकिन अंतिम के मन में कुछ और ही था।

वह सभी पहलवानों को चित्त करते हुए सेमीफाइनल पहुंची, जहाँ बेलारूस की वेनेसा कलादज़िंस्काया से 4-5 से हार गईं, लेकिन एंटीम ने एक सच्चे चैंपियन का दिल दिखाया। उसने असफलता को खुद को परिभाषित नहीं करने दिया। इसके बजाय, उसने उल्लेखनीय वापसी की, एवं स्वीडन की जोना माल्मग्रेन को पराजित करते हुए कांस्य पदक जीता। अंतिम के कांस्य ने 2024 में पेरिस ओलंपिक में कुश्ती में देश के लिए पहला कोटा हासिल किया। यह न केवल अंतिम के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व और जीत का क्षण था।

और पढ़ें: किस्से एशियाई खेलों के : जब कबड्डी ने बचाया भारत का सम्मान!

क्या असम्भव को संभव कर सकती है अंतिम?

अब जो ज्वलंत प्रश्न उभर कर सामने आ रहा है वह यह है: क्या अंतिम असंभव लगने वाले लक्ष्य को हासिल कर भारत के लिए कुश्ती में पहला ओलंपिक स्वर्ण ला सकती है? यह एक बड़ी चुनौती है, लेकिन अगर अंतिम के बारे में हम एक बात जानते हैं, तो वह यह है कि वह पीछे हटने वालों में से नहीं है।

आगे की राह बहुत आसान नहीं है, लेकिन अंतिम के पास उस तरह का दृढ़ संकल्प है जो अच्छे अच्छों की नींद उड़ा सकता है। पेरिस में परिणाम चाहे जो भी हो, वह अमूल्य अनुभव प्राप्त करने की इच्छुक है। महज 20 साल की उम्र में जब वह प्रतिस्पर्धा करेगी, तो उसके पास ओलंपिक गौरव हासिल करने के लिए 2028 और 2032 में कम से कम दो और अवसर होंगे।

अगर अंतिम पोडियम फिनिश हासिल करने में भी सफल हो जाती है, तो यह न केवल उसके लिए बल्कि उन सभी योग्य पहलवानों के लिए मुक्ति का क्षण होगा, जिन्हें विनेश फोगाट जैसे अवसरवादी व्यक्तियों के लिए भी तमाचा समान होगा।

इसके अलावा, यदि अंतिम ओलंपिक में किसी भी रंग का पदक हासिल करती है, तो वह ओलंपिक पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन जाएगी। यह उल्लेखनीय उपलब्धि पीवी सिंधु के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ देगी, जिन्होंने महज 21 साल की उम्र में बैडमिंटन में भारत के लिए पहला ओलंपिक रजत पदक जीता था।

भारत के कुश्ती इतिहास के इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने का अवसर अंतिम पंघाल के पास है, और आप निश्चिंत हो सकते हैं कि वह उस अवसर को यूँ ही नहीं गंवाना चाहेगी!

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: AchievementAntim PanghalBelgradeBharatchallengescompetingHistoryIndian wrestlerinsurmountable oddsjourneyParis Olympics 2024SerbiaSportssportswomanunyielding spiritUWW World Wrestling Championships
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

अब बॉलीवुड में नहीं काम करेगी नयनतारा?

अगली पोस्ट

NIA ने किया पन्नू और हरदीप निज्जर की सम्पत्तियों पर प्रहार!

संबंधित पोस्ट

रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान
चर्चित

रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

17 September 2025

भारत की राजनीति में नेताओं की चर्चा अक्सर उनके चुनावी भाषणों, जनसभाओं की भीड़ या बड़े नारों तक सीमित रहती है। लेकिन जब केंद्रीय मंत्री...

नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी
चर्चित

नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

17 September 2025

17 सितंबर—आज जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना जन्मदिन मना रहे हैं, तब यह महज़ कैलेंडर पर दर्ज़ एक तारीख नहीं है। यह तारीख...

लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत
क्राइम

लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

17 September 2025

बिहार के औरंगाबाद ज़िले की सोनई नदी के किनारे बसा एक छोटा सा गांव—लक्ष्मणपुर बाथे। आज यह नाम भारतीय राजनीति और न्याय व्यवस्था की उस...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Inside the Waqf Case: What SC’s Interim Order Really Means?

Inside the Waqf Case: What SC’s Interim Order Really Means?

00:19:34

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

00:05:16

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited