उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा मां की विसर्जन यात्रा पर पथराव और राम गोपाल मिश्रा नामक युवक की हत्या के बाद से तनाव है। सबसे पहले इस विवाद की पूरी कहानी समझते हैं। दरअसल, मां दुर्गा की विसर्जन यात्रा के दौरान डीजे बजाने को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद शुरू हुआ। यह विवाद बढ़ते-बढ़ते इतना बढ़ गया कि समुदाय विशेष के लोगों ने यात्रा पर पथराव करना शुरू कर दिया और खूब पत्थर चलाए। इसी विवाद के बीच जिस घर से कथित तौर पर सबसे पहले पत्थर चलाए गए थे उस पर राम गोपाल चढ़ गया और वहां लगे एक हरे रंग के झंडे को हटा दिया।
इसके बाद राम गोपाल ने वहां भगवा झंडा फहराया जिसके चलते समुदाय विशेष के लोग उग्र हो गए और तलवार-चाकू लेकर घरों से निकल आए। यात्रा पर फिर से हमला किया और इस दौरान मची भगदड़ के बीच दूसरे समुदाय के लोग विसर्जन में शामिल राम गोपाल को घसीट कर अपने घर में ले गए। वहां उसकी पिटाई की और उसे कई गोलियां मारी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस घटना के बाद हंगामा बढ़ा और कई घरों व गाड़ियों में आग लगा दी गई। हंगामा बढ़ता रहा है लोग जगह-जगह विरोध प्रदर्शन करते रहे। इस घटना को लेकर पुलिस के करीब 30 लोगों को हिरासत में ले लिया है। घटना के बाद आसपास के कई जिलों की पुलिस फोर्स और PAC को मौके पर बुलाया गया है शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए आला अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं। हिंसा प्रभावित इलाके में इंटरनेट को बंद कर दिया गया है और वहां कर्फ्यू जैसे हालात है।
सीएम योगी क्या बोले?
घटना के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी बैठक की है और बिगड़ते हालातों पर काबू पाने के लिए ADG कानून व्यवस्था और STF चीफ अमिताभ यश को बहराइच भेजा है। योगी आदित्यनाथ लगातार इस पर नज़र बनाए हुए हैं। सीएम योगी ने ‘X’ पर लिखा, “जनपद बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने लिखा, “सभी को सुरक्षा की गारंटी लेकिन उपद्रवियों और जिनकी लापरवाही से घटना घटी है, ऐसे लोगों को चिह्नित कर कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।”
जनपद बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
सभी को सुरक्षा की गारंटी, लेकिन उपद्रवियों और जिनकी लापरवाही से घटना घटी है, ऐसे लोगों को चिह्नित कर कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
प्रतिमा विसर्जन जारी रहेगा। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को मौके पर…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 13, 2024
सोशल मीडिया पर क्या कह रहे हैं लोग?
इस घटना को लेकर जहां बहराइच के लोगों में भारी नाराजगी है वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग गुस्सा निकाल रहे हैं। हालांकि, सभी लोग राम गोपाल मिश्रा को मारे जाने के खिलाफ हैं ऐसा भी नहीं है। एक पक्ष सोशल मीडिया पर ऐसा भी है जो सिर्फ हरा झंडा उतारे जाने की वजह से राम गोपाल को मारे जाने का विरोध करने से हिचक रहे हैं।
कट्टरपंथी तो गोपाल की हत्या को अलग-अलग तरह से जायज ठहरा रहे हैं सोशल मीडिया पर एक तबके के लोग लिख रहे हैं कि गोपाल घर में घुस गया था इसलिए उसकी हत्या की जानी जायज है। लेकिन उनसे भी बड़ा दिक्कत का सबब हैं वे कथित धर्मनिरपेक्ष जो इस हत्या को कवर देने की कोशिश कर रहे हैं। एक यूट्यूबर हैं श्याम मीरा सिंह जिन्होंने इस मौत के लिए खुद गोपाल को ही हत्यारा ठहरा दिया है। हालांकि, उनकी हिम्मत नहीं हुई की कट्टरपंथियों के खिलाफ कोई शब्द बोल सकें।
गोपाल मिश्रा की हत्या में बहुत से लोग दोषी हैं। एक ख़ुद गोपाल मिश्रा जिसने दूसरों की इज्जत को जूते से कुचला, अपमानित किया। दूसरे वे जिन्होंने अभी तक जितने गोपाल मिश्रा हुए उन्हें सजा नहीं दीं। तीसरे ये भीड़। चौथे इस भीड़ को संरक्षण देने वाले लोग। अगर ये चीजें ना होती तो कुछ ना…
— Shyam Meera Singh (@ShyamMeeraSingh) October 14, 2024
गोपाल की दर्दनाक मौत के बाद इस घटना को लेकर ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक और कथित फैक्ट चैकर मोहम्मद जुबैर ने एक वीडियो शेयर कर लिखा, “गोपाल मिश्रा वीडियो में हरे झंडे को जबरदस्ती हटाकर उसकी जगह भगवा झंडा लगाता नजर आ रहा है। बाद में गोपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई।”
A video of Gopal Mishra in the Bahraich violence has surfaced. He is seen forcefully removing a Green flag and replacing it with a saffron flag. The mob can be seen shouting slogans and encouraging him to remove the flag. Gopal was shot dead later. pic.twitter.com/hh8iqKP9yk
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) October 14, 2024
सचिन गुप्ता नामक एक अन्य पत्रकार ने इस घटना को लेकर ‘X’ पर एक वीडियो शेयर कर लिखा, “गोपाल ने बवाल के दौरान एक घर की छत से हरा झंडा उतारा और भगवा झंडा लहराया। ऐसा करने के लिए भीड़ उसको मोटिवेट कर रही थी। इसके कुछ देर बाद ही गोपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई।”
उत्तर प्रदेश : बहराइच हिंसा में जिस गोपाल मिश्रा की हत्या हुई, उसकी Video सामने आई है। गोपाल ने बवाल के दौरान एक घर की छत से हरा झंडा उतारा और भगवा झंडा लहराया। ऐसा करने के लिए भीड़ उसको मोटिवेट कर रही थी। इसके कुछ देर बाद ही गोपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। pic.twitter.com/oRs85Y2vuC
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) October 14, 2024
इन दोनों ने ही इस घटना से झंडा हटाए जाने से पहले पथराव किए जाने का संदर्भ हटा दिया है। देवरिया से बीजेपी के विधायक और सीएम योगी के पूर्व मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने इस घटना को लेकर सचिन गुप्ता को जवाब देते हुए ‘X’ पर लिखा है, “ये तब हुआ जब विसर्जन के दौरान इसी घर से अकारण माँ दुर्गा प्रतिमा पर पथराव किया गया, जब चरमपंथियों ने माँ दुर्गा की प्रतिमा को अपवित्र करने का प्रयास किया,जब मां भक्तों पर कातिलाना हुआ, बाद में इसी घर में रखे हथियारों से हुई फ़ायरिंग में रामगोपाल मिश्रा को कई गोलियां मारीं गईं।” त्रिपाठी ने लिखा, “एकतरफ़ा वीडियो बनवाकर हत्यारों को बचा नहीं पाएगा कोई, ऐसी कार्रवाई होगी कि पीढ़ियां याद करेंगी।”
ये तब हुआ जब विसर्जन के दौरान इसी घर से अकारण माँ दुर्गा प्रतिमा पर पथराव किया गया, जब चरमपंथियों ने माँ दुर्गा की प्रतिमा को अपवित्र करने का प्रयास किया,जब मां भक्तों पर कातिलाना हुआ, बाद में इसी घर में रखे हथियारों से हुई फ़ायरिंग में रामगोपाल मिश्रा को कई गोलियां मारीं गईं,… https://t.co/p35ZyjlI4d
— Dr. Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) October 14, 2024
बीजेपी के प्रवक्ता अजय आलोक ने इस घटना को लेकर अलग-अलग जगहों पर मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसा किए जाने पर सवाल उठाए हैं। अजय आलोक ने ‘X’ पर लिखा, “बंगाल से झारखंड से बिहार और उत्तर प्रदेश में मूर्ति विसर्जन में पथराव हुआ और हिंसा की गई , क्यों हुआ ? सोचा हैं कभी ?? ये हिम्मत आती हैं वहाँ जहां “डेमोग्राफी” बदलने लगती हैं, चेत जाओ हिंदुओ नहीं तो लेट जाओ। ये लोग रौंद देंगे अगर हम कमजोर पड़े।”
बंगाल से झारखंड से बिहार और उत्तर प्रदेश में मूर्ति विसर्जन में पथराव हुआ और हिंसा की गई , क्यों हुआ ? सोचा हैं कभी ?? ये हिम्मत आती हैं वहाँ जहां “ डेमोग्राफी” बदलने लगती हैं , चेत जाओ हिंदुओ नहीं तो लेट जाओ । रौंद देंगे ये लोग अगर कमजोर पड़े हम
— Dr Ajay Alok (@alok_ajay) October 14, 2024