दुनिया भर के सभी देश अपनी सेनाओं को ताकतवर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करते रहते हैं। इसके लिए अलग से रक्षा बजट भी निर्धारित किया जाता है। सेनाओं की क्षमता का आकलन करने वाली संस्था ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स (Global Firepower Index) ने दुनिया भर की फौजों की रैंकिंग जारी की है। इस लिस्ट में अमेरिका पहले नंबर पर तो वहीं भारत चौथे नंबर पर है। ऐसे में सवाल यह है कि भारत का पड़ोसी देश चीन और आतंकियों का पनाहगार पाकिस्तान की सेना इस लिस्ट में किस नंबर पर है?
दरअसल, ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स ने दुनियाभर की सेनाओं का मूल्यांकन करने के लिए 60 से अधिक मापदंड तय किए हुए हैं। इस मापदंड में सैनिकों की संख्या, आर्थिक स्थिति, लॉजिस्टिक क्षमता, भौगोलिक स्थिति, पैरामिलिट्री क्षमता, देश पर कर्ज, डिफेंस बजट और तकनीकी प्रगति जैसे कई महत्वपूर्ण फैक्टर शामिल हैं। ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स की रैंकिंग में 0.0000 पॉइंट को सबसे बेहतर माना जाता है। यानी कि जिस देश के सबसे कम पॉइंट या जो देश जीरो के जितना करीब होगा, उसे उतनी ही बेहतर रैंकिंग मिलती है।
इस लिस्ट में टॉप पर बैठे अमेरिका को 0.0744 पॉइंट मिले हैं। वहीं दूसरे नंबर पर स्थित रूस को 0.0788 और तीसरे नंबर पर चीन को भी 0.0788 मिले हैं। इस लिस्ट में 0.1184 के साथ भारत चौथे नंबर पर है। बीते 6 वर्षों से भारत इसी रैंक पर बना हुआ है। वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की रकिंग में जोरदार गिरावट आई है और वह 12वें स्थान पर पहुंच गया है। साल 2024 में वह इस लिस्ट में 9 वें स्थान पर था।
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भारतीय सेना की स्थिति:
थल सेना (Army)
भारतीय थल सेना में 14.5 लाख सक्रिय सैनिक और 11.5 लाख आरक्षित यानी रिजर्व सैनिक हैं। इसके अलावा पैरामिलिट्री फोर्स में 25 लाख से अधिक सैनिक हैं। भारतीय थल सेना के प्रमुख हथियार T-90 भीष्म,अर्जुन टैंक, ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका रॉकेट सिस्टम और होवित्जर जैसी तोपें हैं।
वायु सेना (Air Force)
वायुसेना की बात करें तो इसमें भारत के पास 2229 विमान हैं, जिसमें 600 फाइटर जेट, 899 हेलीकॉप्टर और 831 सपोर्ट एयरक्राफ्ट भी शामिल हैं। भारतीय वायुसेना के प्रमुख लड़ाकू विमान राफेल, Su-30MKI और नेट्रा सर्विलांस प्लेन हैं। मिसाइल सिस्टम को देखें तो इसमें, रुद्रम, अस्त्र, निर्भय, ब्रह्मोस और आकाश एयर डिफेंस सिस्टम भारतीय वायु सेना को मजबूत बनाता है।
नौसेना (Navy)
जल में रहकर भारतीय सीमा की सुरक्षा करने वाले सैनिकों की सेना यानी नौसेना के पास 142251 नौसैनिक हैं। इसके अलावा नौसेना के पास परमाणु पनडुब्बियां, INS विक्रमादित्य और INS विक्रांत जैसे विमानवाहक पोत हैं। इतना ही नहीं 150 युद्धपोत और पनडुब्बियां, 50 से ज्यादा नए निर्माणाधीन जहाज भी भारतीय नौसेना का हिस्सा हैं। उन्नत टोही और पनडुब्बी रोधी विमान की बात करें तो P-8i, MH-60R हेलीकॉप्टर नौसेना को ताकतवर बनाते हैं।
चीन की स्थिति:
चीन की थन सेना की बात करें तो उसके पास 20 लाख 35 हजार सक्रिय सैनिक हैं। वहीं, रिजर्व सैनिकों की संख्या 5 लाख से अधिक है। चीन के पास 6 लाख से अधिक पैरामिलिट्री फोर्स है। इन सबको मिला दें तो चीन के पास 31 लाख 70 हजार सैनिक हैं। भारत के मुकाबले यह संख्या बेहद कम है। लेकिन भौगोलिक स्थितियों और उन्नत तकनीकों के चलते इस लिस्ट में चीन भारत से एक पायदान ऊपर है। वहीं वायु सेना में चीन के पास 3150 से अधिक लड़ाकू विमान हैं और नौसेना में 370 से अधिक युद्धपोत और पनडुब्बियां चीनी बेड़े में शामिल हैं।
पाकिस्तानी सेना की स्थिति:
कर्ज के बोझ में तले दबे पाकिस्तान और उसकी सेना किसी भी कड़ी में भारत के सामने नहीं टिकती। भारतीय सेना से एक के बाद कई युद्ध हारने और घर में घुस कर मार खाने के बाद भी पाकिस्तान आतंकियों और चीन के बल पर उछलने की नापाक कोशिश करता रहा है। 1948, 1965, 1971 और 1999 के युद्ध में भारत के सामने घुटने टेक चुकी पाकिस्तानी सेना Global Firepower Index में 12वें नंबर पर है।
पाकिस्तानी सेना की बात करें तो इसके पास 6 लाख 54 हजार सक्रिय सैनिक और 5 लाख 50 हजार रिजर्व सैनिक हैं। पैरामिलिट्री के आँकड़े देखें तो पाकिस्तान के पास करीब 5 लाख 50 हजार सैनिक हैं। पाकिस्तानी सेना में अल-खालिद, T-80UD, अल-जर्रार प्रमुख टैंक हैं। वहीं वायु सेना में JF-17 थंडर, F-16, और मिराज फाइटर जेट हैं। नौसेना की बात करें तो अगोस्ता 90B पनडुब्बियां और तारिक-क्लास विध्वंसक, जुल्फिकार-क्लास फ्रिगेट जैसे पोत पाक सेना के बेड़े में शामिल हैं।