India action against Pakistan: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam attack) के बाद भारत ने कड़ा कदम उठाया है। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) की एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार किया है। बैठक में इस बात का फैसला हुआ है कि तत्काल प्रभाव से सिंधु जल समझौता निलंबित (Indus Water Treaty) कर दिया जाए। इसके साथ ही अटारी बॉर्डर (Attari border) भी बंद कर दी जाए। बैठक के बाद सरकार की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
बता दें आज दोपहर को गृहमंत्री अमित शाह के दिल्ली लौटने के बाद सीसीएस की बैठक आयोजित की गई थी। प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल शामिल हुए थे। इसके जवाब में ठोस कार्रवाई पर चर्चा हुई। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने फैसलों की जानकारी साझा की है।
विदेश सजिव ने दी बैठक की जानकारी
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बैठक में हुए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि इस आतंकवादी हमले की गंभीरता को समझते हुए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) ने 5 बड़े फैसले लिए हैं।
- 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित रखा जाएगा। जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को त्याग नहीं देता।
- एकीकृत चेकपोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा। जो लोग वैध समर्थन के साथ सीमा पार कर चुके हैं वे 1 मई 2025 से पहले उस मार्ग से वापस आ सकते हैं।
- पाकिस्तानी नागरिकों को SAARC वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अब तक जारी किए गए वीजा रद्द माने जाएंगे। किसी भी नागरिक को भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय है।
- नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया जाता है। उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है।
- भारत अपने स्वयं के वीजा वापस ले लेगा। इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से रक्षा, नौसेना और वायु सेना के सलाहकार। संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाते हैं।
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ऑल पार्टी मीटिंग में और भी बड़े फैसले
प्रधानमंत्री मोदी ने कल सर्वदलीय बैठक बुलाई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसकी अध्यक्षता करेंगे और गृह मंत्री अमित शाह इसमें शामिल होंगे। CCS बैठक के बाद आज घोषित अंतरिम उपायों से आगे भारत क्या करने की योजना बना रहा है, इस पर राजनीतिक सहमति बनाई जाएगी।
सक्त एक्शन के मूड में सरकार
पहलगाम (Pahalgam Attack) में हुए इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई है। कई अन्य घायल हो गए। यह हमला हाल के वर्षों में कश्मीर में सबसे घातक आतंकी घटनाओं में से एक है। इस हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली है। भारत ने इस हमले को पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद से जोड़ते हुए सख्त कदम उठाने का फैसला (Action After Pahalgam Attack) किया है।
रक्षा मंत्री ने दिये थे कड़ी कार्रवाई के संकेत
दोपहर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़े एक्शन की बात कही थी। उन्होंने बोला था कि भारत आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति कायम है। हम केवल पहलगाम के आतंकियों (Pahalgam Attack)पर ही एक्शन नहीं लेगे। भारत सरकार इसके आगे भी जाकर उन आतंकियों को सपोर्ट करने वालों पर भी कार्रवाई करेंगी। उन्होंने साफ किया था कि सीमा पार से होने वाली ऐसी गतिविधियों को भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए जो भी जरूरी कार्रवाई होगी की जाएगी।