TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है

    बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है

    कांग्रेस के पीछे कॉर्पोरेट का पैसा? भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इंदिरा गांधी को औद्योगिक फंडिंग का आरोप लगाया

    कांग्रेस के पीछे कॉर्पोरेट का पैसा? भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इंदिरा गांधी पर लगाया यह आरोप

    कौन होगा भाजपा का नया अध्यक्ष?

    ना दक्षिण भारत, ना महिला….नए भाजपा अध्यक्ष के लिए सबसे अहम होने वाला है ये फैक्टर

    महाराष्ट्र सरकार ने 'गणेशोत्सव' को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस के सदस्य को किया गिरफ्तार

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस आतंकी को किया गिरफ्तार

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश की गुलशाना अख्तर फिलहाल जेल में है

    डिजिटल दोस्ती: बांग्लादेश की गुलशाना अख्तर ने प्रेमी दत्ता यादव से मिलने के लिए अवैध रूप से पार की सीमा, BSF ने दोनों को पकड़ा

    पाकिस्तान में TikTok अकाउंट डिलीट करने से इन्कार करने पर पिता ने अपनी ही बेटी की कर दी हत्या

    TikTok अकाउंट डिलीट करने किया मना तो पाकिस्तान में पिता ने कर दी बेटी की हत्या

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिम का अनुकरण

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण

    आप की अराजक राजनीति ने वैश्विक मंच पर भारत को किया शर्मिंदा: विदेश मंत्रालय ने पंजाब के सीएम के बयान को नकारा

    पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    रायगड किले का चिलखती बुर्ज और मैप पर साइट्स (चित्र: UNESCO)

    UNESCO की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किए गए मराठा सैन्य किलों को कितना जानते हैं आप?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?

    ‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत; ‘सिर तन से जुदा’ हो पर खामोश रहे हिंदू?

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है

    बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है

    कांग्रेस के पीछे कॉर्पोरेट का पैसा? भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इंदिरा गांधी को औद्योगिक फंडिंग का आरोप लगाया

    कांग्रेस के पीछे कॉर्पोरेट का पैसा? भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इंदिरा गांधी पर लगाया यह आरोप

    कौन होगा भाजपा का नया अध्यक्ष?

    ना दक्षिण भारत, ना महिला….नए भाजपा अध्यक्ष के लिए सबसे अहम होने वाला है ये फैक्टर

    महाराष्ट्र सरकार ने 'गणेशोत्सव' को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस के सदस्य को किया गिरफ्तार

    देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस आतंकी को किया गिरफ्तार

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश की गुलशाना अख्तर फिलहाल जेल में है

    डिजिटल दोस्ती: बांग्लादेश की गुलशाना अख्तर ने प्रेमी दत्ता यादव से मिलने के लिए अवैध रूप से पार की सीमा, BSF ने दोनों को पकड़ा

    पाकिस्तान में TikTok अकाउंट डिलीट करने से इन्कार करने पर पिता ने अपनी ही बेटी की कर दी हत्या

    TikTok अकाउंट डिलीट करने किया मना तो पाकिस्तान में पिता ने कर दी बेटी की हत्या

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिम का अनुकरण

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण

    आप की अराजक राजनीति ने वैश्विक मंच पर भारत को किया शर्मिंदा: विदेश मंत्रालय ने पंजाब के सीएम के बयान को नकारा

    पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    रायगड किले का चिलखती बुर्ज और मैप पर साइट्स (चित्र: UNESCO)

    UNESCO की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किए गए मराठा सैन्य किलों को कितना जानते हैं आप?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?

    ‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत; ‘सिर तन से जुदा’ हो पर खामोश रहे हिंदू?

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘BrahMos’ की पूरी कहानी, जानें क्या है अब्दुल कलाम से संबंध?

भारत की रणनीतिक शक्ति का प्रतीक, दुश्मनों के हौसले तोड़ने वाला ब्रह्मस्त्र

himanshumishra द्वारा himanshumishra
12 May 2025
in रक्षा
BrahMos

Know All about BrahMos

Share on FacebookShare on X

भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में घोषित संघर्षविराम के बाद, 11 मई रविवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में ब्रह्मोस(BrahMos) इंटीग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी का उद्घाटन किया। यह उद्घाटन केवल एक सैन्य परियोजना की शुरुआत नहीं थी, बल्कि एक सख्त संदेश था दुश्मनों को, खासकर पाकिस्तान को, जो सीमाओं पर बार-बार दुस्साहस करता रहा है।

रक्षामंत्री ने ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली को भारत की सामरिक शक्ति का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह “सिर्फ दुनिया की सबसे तेज़ सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों में से एक नहीं, बल्कि भारतीय सशस्त्र बलों की शक्ति का प्रतीक है। यह हमारे विरोधियों के लिए एक चेतावनी है, और हमारी सीमाओं की रक्षा के प्रति देश की अडिग प्रतिबद्धता का संदेश भी है।”

संबंधितपोस्ट

अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

आसमान बना अखाड़ा: चीन का J-20 और अमेरिका का F-35 आए आमने-सामने; कौन जीता?

ऑपरेशन सिंदूर के बाद राफेल को लेकर चीन से क्यों खफा है फ्रांस? रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

और लोड करें

ब्रह्मोस न केवल तकनीकी श्रेष्ठता का उदाहरण है, बल्कि यह एक ऐसा मनोवैज्ञानिक अस्त्र बन चुका है जिसने पाकिस्तान जैसे देशों के भीतर डर और हताशा की लहर पैदा की है। तो आइए जानते हैं क्या है ब्रह्मोस, क्यों इससे काँपते हैं दुश्मन, और क्या बनाता है इसे दुनिया के सबसे ख़तरनाक हथियारों में से एक।\

‘ब्रह्मोस’ अपने आप में एक ‘मैसेज’ है। pic.twitter.com/3Rh9ZbT5Gh

— Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 11, 2025

BrahMos मिसाइल

ब्रह्मोस एक यूनिवर्सल प्रिसीजन-स्ट्राइक मिसाइल है, यानी इसे ज़मीन, समुद्र और हवा तीनों से दागा जा सकता है। दुश्मन कहीं भी हो, चाहे पहाड़ों की ओट में छिपा हो या समुद्र की गहराई में, ब्रह्मोस उसे वहीं ढूंढ कर तबाह करने में सक्षम है। यह केवल एक हथियार नहीं, बल्कि भारत की सैन्य रणनीति का ऐसा शस्त्र है जिसे हर मौसम, हर रोशनी, और हर मोर्चे पर तैनात किया जा सकता है। और सबसे अहम बात यह दुनिया की सबसे तेज़ सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों में से एक है। 12 जून 2001 को जब इसका पहला परीक्षण हुआ था, तब से लेकर आज तक इसने केवल तकनीकी ऊँचाइयाँ छुई हैं। हर नए वर्ज़न में इसे और अधिक खतरनाक, और अधिक अचूक बनाया गया है।

ब्रह्मोस को “फायर एंड फॉरगेट” सिद्धांत पर तैयार किया गया है। यानी एक बार निशाना साध लिया और मिसाइल दाग दी, तो फिर उसे दुबारा न इंसानी दखल की ज़रूरत होती है और न तकनीकी गाइडेंस की। ये अपने लक्ष्य को भेदे बिना नहीं रुकती। इसकी रफ्तार इतनी तेज़ है कि दुश्मन के पास प्रतिक्रिया देने का वक़्त ही नहीं होता और इसकी लो रडार सिग्नेचर की वजह से इसे पहले से पकड़ना लगभग नामुमकिन होता है। यह दुश्मन की सबसे एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम्स को चकमा देकर सीधे टारगेट पर प्रहार करती है। ब्रह्मोस का मतलब है एक ऐसी शक्ति जो युद्ध से पहले ही दुश्मन की हिम्मत तोड़ दे। यह भारत की सैन्य आत्मनिर्भरता, वैज्ञानिक श्रेष्ठता, और आक्रामक रणनीतिक सोच का ज्वलंत प्रतीक बन चुकी है।

ऐसे शुरू हुई थी इस मिसाइल की कहानी

हर मिसाइल की एक उत्पत्ति होती है, लेकिन ब्रह्मोस की शुरुआत केवल एक सैन्य ज़रूरत नहीं थी, बल्कि यह एक दूरदर्शी रणनीतिक सपना था। यह उस समय की बात है जब भारत ने 1980 के दशक में इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (IGMDP) की नींव रखी थी। इस क्रांतिकारी पहल का नेतृत्व कर रहे थे डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम, जिनका सपना था कि भारत अपनी रक्षा ज़रूरतों के लिए आत्मनिर्भर बने। इस कार्यक्रम के तहत अग्नि, पृथ्वी, आकाश और नाग जैसी कई महत्वपूर्ण मिसाइलों का विकास हुआ। लेकिन जैसे-जैसे वैश्विक युद्ध रणनीतियाँ बदलने लगीं और क्रूज़ मिसाइलों का प्रभाव बढ़ा, भारत ने भी इस दिशा में सोचने की शुरुआत की।

1991 के खाड़ी युद्ध ने क्रूज़ मिसाइलों की प्रासंगिकता और ताकत को दुनिया के सामने उजागर कर दिया। उनकी सटीकता, गति और रणनीतिक असर ने यह साबित कर दिया कि भविष्य का युद्ध इन्हीं हथियारों से लड़ा जाएगा। इसी पृष्ठभूमि में भारत के नीति-निर्माताओं और रक्षा विशेषज्ञों ने यह तय किया कि अब देश को क्रूज़ मिसाइल क्षमता विकसित करनी चाहिए। इसी सोच के तहत फरवरी 1998 में एक ऐतिहासिक क्षण आया, जब मास्को में डॉ. कलाम और रूस के उप रक्षा मंत्री एन. वी. मिखाइलोव के बीच एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर हुए। उस समय डॉ. कलाम DRDO के प्रमुख थे, और उन्होंने रूस के प्रतिष्ठित रक्षा संगठन NPO Mashinostroyenia के साथ मिलकर ब्रह्मोस एयरोस्पेस नाम की एक जॉइंट वेंचर कंपनी की स्थापना की।

ब्रह्मोस नाम भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मॉस्कवा नदियों के नामों से लिया गया, जो दोनों देशों के बीच की सामरिक साझेदारी का प्रतीक है। इस परियोजना में भारत की 50.5 प्रतिशत और रूस की 49.5 प्रतिशत हिस्सेदारी तय हुई। इसका उद्देश्य था एक सुपरसोनिक, अत्यंत सटीक क्रूज़ मिसाइल और उसके वेरिएंट्स को विकसित करना। इसके बाद 12 जून 2001 को ओडिशा के चांदीपुर तट पर ब्रह्मोस मिसाइल का पहला सफल परीक्षण हुआ। यह केवल एक तकनीकी सफलता नहीं थी, बल्कि यह भारत के सामरिक आत्मविश्वास की उद्घोषणा थी यह संकेत था कि अब भारत अपने दुश्मनों को जवाब देने के लिए केवल नीति या कूटनीति पर निर्भर नहीं, बल्कि प्रहार करने की पूरी ताकत रखता है।

BrahMos मिसाइल की तकनीकी विशिष्टता

ब्रह्मोस मिसाइल को दुनिया की सबसे उन्नत सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में शुमार किया जाता है, और इसके पीछे इसकी तकनीकी विशिष्टताएँ हैं जो इसे अन्य सभी से अलग बनाती हैं। यह एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जिसकी गति मैक 2.8 से लेकर मैक 3.0 तक पहुँचती है, यानी यह आवाज़ की गति से लगभग तीन गुना तेज़ उड़ती है। इसकी मारक दूरी प्रारंभ में 290 किमी थी, लेकिन भारत के मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रेजीम (MTCR) में शामिल होने के बाद इसकी रेंज को बढ़ाकर 450 किमी और अब 800 किमी से भी अधिक कर दिया गया है, जो इसे सामरिक दृष्टि से और भी अधिक प्रभावशाली बनाता है।

यह मिसाइल दो चरणीय संरचना में काम करती है। पहले चरण में एक ठोस ईंधन वाला बूस्टर इंजन कार्य करता है, जो मिसाइल को सुपरसोनिक गति तक पहुंचाकर अलग हो जाता है। इसके बाद दूसरा चरण सक्रिय होता है, जिसमें लिक्विड रैमजेट इंजन होता है जो क्रूज़ चरण के दौरान मिसाइल को मैक 3 की रफ्तार तक बनाए रखता है। इस संपूर्ण तंत्र के कारण ब्रह्मोस की गति और स्थिरता दुश्मन की वायु सुरक्षा प्रणाली को मात देने में सक्षम होती है।

ब्रह्मोस की एक और प्रमुख विशेषता इसकी बहु-प्लेटफॉर्म तैनाती क्षमता है। यह मिसाइल भूमि, समुद्र, वायु और पनडुब्बी जैसे सभी प्रमुख प्लेटफार्मों से दागी जा सकती है, जो इसे अत्यधिक लचीला और बहुउद्देश्यीय बनाती है। इसके वारहेड की क्षमता 200 से 300 किलोग्राम के बीच होती है, जिसे पारंपरिक या परमाणु विकल्पों के साथ फिट किया जा सकता है। यह ‘फायर एंड फॉरगेट’ सिद्धांत पर आधारित है, यानी एक बार लक्ष्य पर लॉक होने के बाद इसे किसी अतिरिक्त मार्गदर्शन की आवश्यकता नहीं होती।

इस मिसाइल की स्टेल्थ टेक्नोलॉजी इसे रडार पर न के बराबर दृश्य बनाती है, जिससे इसकी पहचान कर पाना दुश्मन के लिए बेहद मुश्किल हो जाता है। इसकी उड़ान सीमा लंबी होती है और यह विभिन्न प्रकार के जटिल उड़ान मार्ग अपना सकती है, जिससे दुश्मन की मिसाइल रक्षा प्रणाली को भ्रमित किया जा सके। इसके साथ ही, ब्रह्मोस में अत्यधिक सटीकता है, जो इसे उच्च स्तर की मारक क्षमता प्रदान करती है।

 

BrahMos के संस्करण

ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली की सबसे बड़ी ताकत इसकी बहुविध तैनाती क्षमता है। यह कोई एक आयामी हथियार नहीं है — बल्कि एक मॉड्यूलर, मल्टी-प्लेटफॉर्म स्ट्राइक सिस्टम है जिसे भारत ने अपनी सामरिक ज़रूरतों के अनुसार विकसित किया है। हर संस्करण एक विशिष्ट युद्ध परिदृश्य को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, जिससे भारत की सैन्य योजना को अभूतपूर्व लचीलापन और मारक क्षमता मिलती है।

1. भू-आधारित संस्करण
यह ब्रह्मोस का सबसे परखा हुआ और तत्काल प्रतिक्रिया देने में सक्षम स्वरूप है। मोबाइल लॉन्चर से लैस यह संस्करण बेहद तेज़ी से तैनात किया जा सकता है और इसकी मारक सीमा 800 किमी तक है। उच्च सटीकता, गतिशील लक्ष्य भेदन क्षमता और ऑपरेशनल विश्वसनीयता इसे सेना की ज़मीन पर मार करने वाली क्षमताओं की रीढ़ बनाते हैं।

2. नौसैनिक संस्करण
भारतीय नौसेना के युद्धपोतों, जैसे आईएनएस मोरमुगाओ, पर तैनात ब्रह्मोस समुद्र आधारित हमले के लिए अत्यंत प्रभावशाली साबित हुआ है। इसकी रेंज 450–800 किमी तक है और यह एक ही समय में कई लक्ष्यों को निशाना बना सकता है, जिससे यह बहु-लक्ष्यीय मुठभेड़ (multi-target engagement) में भी सक्षम है।

ब्रह्मोस
ब्रह्मोस (Image Source: Google)

3. वायु आधारित संस्करण
यह संस्करण भारतीय वायुसेना के Su-30MKI फाइटर जेट के साथ एकीकृत किया गया है। हवा से ज़मीन पर लंबी दूरी तक प्रहार करने की क्षमता इसे गहरी स्ट्राइक मिशन में आदर्श बनाती है। इसकी अधिकतम रेंज 800 किमी तक जाती है, और यह उच्च ऊंचाई से लॉन्च कर दुश्मन की गहराई तक घुसकर मार कर सकता है।

4. पनडुब्बी आधारित संस्करण
यह ब्रह्मोस का सबसे गोपनीय और रणनीतिक संस्करण है, जो पनडुब्बियों से लॉन्च किया जा सकता है। इसकी रेंज 290 से 450 किमी तक है। यह भारत की द्वितीय आक्रमण क्षमता (Second Strike Capability) को मजबूत करता है यानी यदि पहली स्ट्राइक में जवाब देने का समय न मिले, तो यह मिसाइल अंडरवॉटर मोड से निर्णायक प्रहार करने में सक्षम होगी। यह संस्करण परीक्षण और सीमित संचालन में है, लेकिन भविष्य में यह नौसैनिक संतुलन को पूरी तरह बदलने की क्षमता रखता है।

5. ब्रह्मोस-एनजी (Next Generation)
ब्रह्मोस-एनजी को हल्का, कॉम्पैक्ट और बहु-प्लेटफॉर्म इंटीग्रेशन के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह तेजस, Su-30MKI, मोबाइल लॉन्चर और पनडुब्बियों जैसे प्लेटफॉर्म्स पर आसानी से फिट हो सकता है। इसकी रेंज 290–300 किमी है, लेकिन इसकी सुपरसोनिक गति (मैक 2.8), उन्नत ईसीसीएम, और लो ऑब्ज़र्वेबिलिटी इसे विशेष रूप से तेज़ और खतरनाक बनाते हैं। इसका पहला परीक्षण 2026 में प्रस्तावित है।

6. ब्रह्मोस-II (हाइपरसोनिक संस्करण)
यह भारत की रणनीतिक दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। ब्रह्मोस-II एक हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल होगी जिसकी गति मैक 7–8 तक होगी। यह स्क्रैमजेट इंजन और अत्याधुनिक गाइडेंस सिस्टम पर आधारित होगी। 1,000 से 1,500 किमी की अनुमानित रेंज के साथ यह मिसाइल दुश्मन के किसी भी प्रतिक्रिया समय को निष्प्रभावी कर देगी। यह वर्तमान में विकास एवं परीक्षण के चरण में है, लेकिन इसके आने से भारत विश्व की सीमित हाइपरसोनिक शक्तियों में शामिल हो जाएगा।

ब्रह्मोस-II
ब्रह्मोस-II

रणनीतिक महत्व और भविष्य की दिशा

ब्रह्मोस-एनजी की पहली परीक्षण उड़ान 2026 में प्रस्तावित है, और 2027-28 के बीच इसके बड़े पैमाने पर उत्पादन की योजना है। इसके सफल परिचालन के बाद भारत के पास एक मॉड्यूलर, फुर्तीला और बहुउद्देशीय मिसाइल सिस्टम होगा, जो विशेष रूप से तेज़, कम दृश्यता वाले युद्ध परिदृश्यों में निर्णायक सिद्ध होगा। यह प्रणाली भारत की “तेजी से बल प्रक्षेपण” (Rapid Force Projection) की सामरिक अवधारणा को नई ऊर्जा देगी यानी सीमित समय में सीमित संसाधनों से अत्यधिक प्रभावशाली प्रतिक्रिया देना।

स्रोत: BrahMos missile, India-Pakistan, India-Pakistan war, China, BrahMos, ब्रह्मोस मिसाइल, भारत-पाकिस्तान, भारत-पाकिस्तान युद्ध, चीन, ब्रह्मोस
Tags: BrahmosBrahMos missileChinaIndia-PakistanIndia-Pakistan Warचीनब्रह्मोसब्रह्मोस मिसाइलभारत पाकिस्तान युद्धभारत-पाकिस्तान
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

आज रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे पीएम मोदी

अगली पोस्ट

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ट्रेडमार्क को लेकर क्या है विवाद?

संबंधित पोस्ट

हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य
इतिहास

नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

13 July 2025

एक हज़ार साल से भी पहले, जब दुनिया का ज़्यादातर हिस्सा अंधकार में डूबा हुआ था, तमिल हृदयभूमि का एक शक्तिशाली सम्राट समुद्र पर राज...

देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस के सदस्य को किया गिरफ्तार
क्राइम

देश को अस्थिर करने की रच रहा था साजिश, एनआईए ने आईएसआईएस आतंकी को किया गिरफ्तार

12 July 2025

भारत में सक्रिय आईएसआईएस से जुड़े स्लीपर सेल पर चल रही कार्रवाई में एनआईए को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एनआईए ने रिज़वान अली नामक...

सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’
धर्म

सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

11 July 2025

उत्तराखंड में लगातार सनातन धर्म के नाम पर लोगों के साथ ठगी के मामले सामने आने के बाद अब उत्तराखंड सरकार ने ठगी करने वालों...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

00:07:47

How UPI went global? Why Namibia Adopted It?

00:07:20

Stalin’s DMK Faces Heat Over Brutal Custodial Killings in Tamil Nadu

00:08:06

Hindu girl r@ped, burned with cigarettes and forced to convert to Islam

00:03:31

Delhi’s Trump Card: Kejriwal Wants a Nobel for Surviving Politics

00:05:03
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited